Bijnor Jile Ke Najibabad Me Police Muthbhed Me Ghayal Gaukashi Ke Aaropi Khursheed Aur Afsaar
बिजनौर संवाददाता महेंद्र सिंह बिजनौर (Bijnor) जनपद के नजीबाबाद क्षेत्र में रविवार की देर रात पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ ने पूरे इलाके को हिला दिया। पुलिस की गोली से दो बदमाश खुर्शीद और अफसार उर्फ भूरा घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया और पुलिस हिरासत में ले लिया गया। दोनों पर गौकशी जैसे गंभीर आरोप हैं। पुलिस ने मौके से हथियारों के साथ-साथ पशु वध में इस्तेमाल होने वाले उपकरण भी बरामद किए हैं।

मुठभेड़ की शुरुआत
बिजनौर (Bijnor) जनपद के नजीबाबाद क्षेत्र में नजीबाबाद पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध बदमाश बसीपुर नहर किनारे गौकशी की योजना बना रहे हैं। इस सूचना पर बिजनौर (Bijnor) नजीबाबाद पुलिस और स्वार टीम ने संयुक्त रूप से मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की। पुलिस को देखते ही बदमाश मोटरसाइकिल से भागने लगे और अचानक फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। गोलीबारी के दौरान दोनों आरोपी पैरों में गोली लगने से घायल हो गए और वहीं गिर पड़े। पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर दोनों को काबू में ले लिया।
बरामद हथियार और उपकरण
पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से कई अहम सबूत और हथियार बरामद किए। इनमें
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एक तमंचा,
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कई कारतूस,
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पशु वध के उपकरण,
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पन्नी और तराजू,
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अन्य औजार
और एक बुलेट मोटरसाइकिल शामिल है।
पुलिस का कहना है कि ये सभी उपकरण इस बात की पुष्टि करते हैं कि आरोपी बड़े पैमाने पर गौकशी करने की फिराक में थे।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास
पुलिस जांच से पता चला है कि घायल आरोपी खुर्शीद और अफसार उर्फ भूरा पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। दोनों नजीबाबाद और आस-पास के इलाकों में गौकशी और अवैध गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं। पुलिस का मानना है कि ये आरोपी एक बड़े गिरोह का हिस्सा हैं, जिसकी तलाश अब तेज कर दी गई है।
पुलिस की रणनीति
एसपी बिजनौर (Bijnor) ने बताया कि अपराधियों की धरपकड़ और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए जिलेभर में लगातार अभियान चलाया जा रहा है। गौकशी और इससे जुड़े गिरोहों के खिलाफ विशेष टीम बनाई गई है। मुठभेड़ इसी अभियान का हिस्सा थी। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
मुठभेड़ की खबर फैलते ही आस-पास के गांवों में राहत की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की और कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी है। ग्रामीणों का कहना है कि गौकशी जैसी घटनाएं समाज में तनाव और असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं, इसलिए पुलिस को और सख्त कदम उठाने चाहिए।
प्रशासन का रुख
बिजनौर (Bijnor) जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि गौकशी जैसे अपराधों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोपियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और गिरोह का सफाया किया जाएगा।
बिजनौर (Bijnor) के नजीबाबाद की यह मुठभेड़ इस बात का सबूत है कि अपराधी कितने भी चालाक क्यों न हों, कानून के शिकंजे से बच नहीं सकते। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से न केवल दो खतरनाक बदमाश पकड़े गए, बल्कि एक बड़े आपराधिक नेटवर्क का पर्दाफाश भी होने की संभावना है। अब देखना यह होगा कि आगे की जांच में पुलिस किन-किन नामों का खुलासा करती है और इस पूरे गिरोह पर कब तक शिकंजा कस पाती है।
पशु सुरक्षा और कानूनी पहलू
बिजनौर (Bijnor) जिला पुलिस ने बताया कि गौकशी कानून के तहत गंभीर अपराध है और इसके लिए कड़े प्रावधान हैं। बरामद उपकरण और तमंचा यह दर्शाते हैं कि आरोपी केवल अपराध को अंजाम नहीं देना चाहते थे, बल्कि इसे व्यवस्थित रूप से अंजाम देने की योजना बना रहे थे। प्रशासन ने यह भी चेतावनी दी कि पशु हत्या और अवैध गौकशी में लिप्त किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।