"Overloaded sugarcane truck stuck on railway track in Bijnor, causing train delay
Bijnor में ओवरलोड ट्रक के फंसने से ट्रेन सेवा प्रभावित, प्रशासन की लापरवाही सामने आई।
महेंद्र ढांका (संवाददाता): Bijnor जिले के थाना मंडावर स्थित चंदक रेलवे फाटक के पास एक गंभीर घटना घटी, जब ओवरलोड गन्ने से भरा ट्रक रेलवे ट्रैक के बीच में फंस गया। इस घटना के कारण ट्रेन का संचालन पूरी तरह से रुक गया। ट्रेन को फाटक से पहले रोकना पड़ा, जिससे यात्री और स्थानीय लोग काफी परेशान हो गए। यह घटना ट्रैफिक और रेलवे प्रशासन की लापरवाही की ओर भी इशारा करती है, जो ओवरलोड ट्रकों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
Bijnor में ओवरलोड ट्रक का रेलवे ट्रैक पर फंसना – एक बड़ी समस्या
ट्रक का रेलवे ट्रैक के बीच में फंसना न केवल रेलवे संचालन को प्रभावित करता है, बल्कि सड़क यातायात भी जाम हो जाता है। इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि ओवरलोड ट्रकों के बढ़ते चलन से न केवल ट्रैफिक में समस्या आ रही है, बल्कि रेलवे ट्रैक की सुरक्षा भी खतरे में पड़ रही है।
प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस की मिलीभगत – ओवरलोड ट्रकों का चलन
स्थानीय लोगों का आरोप है कि Bijnor ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत से ओवरलोड ट्रकों का संचालन बिना किसी डर के हो रहा है। ओवरलोड ट्रक न केवल सड़क पर जाम लगाते हैं, बल्कि रेलवे ट्रैक पर भी फंस जाते हैं, जिससे कई बार ट्रेन संचालन में बाधा उत्पन्न होती है। प्रशासन ने इस गंभीर समस्या पर अब तक कोई सख्त कदम नहीं उठाए हैं, जिससे स्थानीय लोग और यात्री परेशान हैं।
चंदक रेलवे फाटक पर ओवरलोड ट्रक के कारण हुई परेशानियाँ
Bijnor के चंदक रेलवे फाटक के पास यह घटना हुई, जो एक प्रमुख रेलवे मार्ग है। ट्रक के फंसने से रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा खतरे में पड़ गई और यात्रियों को लंबे समय तक ट्रेन के इंतजार में खड़ा रहना पड़ा। यह घटना स्थानीय क्षेत्र में एक गंभीर समस्या बन गई है, जिसे Bijnor प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस द्वारा अनदेखा किया जा रहा है।
ओवरलोड ट्रकों पर कड़ी कार्रवाई की जरूरत
इस घटना के बाद यह सवाल उठता है कि ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ Bijnor प्रशासन क्यों कड़ी कार्रवाई नहीं कर रहा है। यदि प्रशासन इस समस्या पर ध्यान नहीं देगा, तो भविष्य में ऐसी घटनाएं और भी बढ़ सकती हैं। ओवरलोड ट्रकों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि रेलवे ट्रैक और सड़कों पर सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
ओवरलोड ट्रकों के कारण बढ़ती दुर्घटनाओं की संभावना
ओवरलोड ट्रक न केवल सड़क सुरक्षा के लिए खतरे का कारण बनते हैं, बल्कि रेलवे ट्रैक पर भी दुर्घटनाओं की संभावना को बढ़ा देते हैं। ट्रक का वजन अधिक होने से उनकी गति कम होती है और वे अक्सर सड़कों या रेलवे ट्रैक पर फंस जाते हैं, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
प्रशासन और स्थानीय पुलिस का कर्तव्य
अगर प्रशासन और Bijnor पुलिस इस समस्या का समाधान नहीं करते हैं, तो भविष्य में और भी कई हादसों की संभावना है। ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके और रेलवे ट्रैक पर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
Bijnor के चंदक रेलवे फाटक पर ओवरलोड गन्ने से भरा ट्रक फंसने की घटना ने एक बार फिर से ओवरलोड ट्रकों की समस्या को उजागर किया है। इस प्रकार के ओवरलोड ट्रक न केवल यातायात को प्रभावित करते हैं, बल्कि रेलवे ट्रैक पर भी सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं। Bijnor प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही की वजह से इन ट्रकों का संचालन बिना किसी रोक-टोक के हो रहा है, जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि अगर Bijnor प्रशासन ने समय रहते ओवरलोड ट्रकों पर सख्त कार्रवाई नहीं की, तो भविष्य में ऐसी समस्याएं और दुर्घटनाएं बढ़ सकती हैं। ओवरलोड ट्रकों का यह खतरा न केवल सड़क सुरक्षा को, बल्कि रेलवे संचालन को भी बाधित कर सकता है। इसलिए, प्रशासन को इस दिशा में शीघ्र कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और रेलवे ट्रैक व सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।