Police Ki Giraft Me Hungama Karne Waale Gramin
बुलंदशहर (संवाददाता) हिना अहमद: (Bulandshahr) जिले के थाना अहमदगढ़ क्षेत्र के गांव चेहला में 4 सितंबर को उस समय बड़ा बवाल हो गया जब पुलिस टीम रेप के आरोपी को गिरफ्तार करने पहुँची। पुलिस की कार्रवाई का सामना करने के बजाय ग्रामीणों और ग्राम प्रधान ने ही इसका विरोध करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते मौके पर हंगामा खड़ा हो गया।
ग्रामीणों और पुलिस के बीच हुई इस झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। वीडियो में साफ दिखा कि किस तरह आरोपी को पकड़ने गई पुलिस टीम के काम में बाधा डाली गई। इस विरोध और अफरा-तफरी का फायदा उठाकर आरोपी पुलिस की गिरफ्त से निकल भागा।

वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई
घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया। वीडियो फुटेज के आधार पर ग्रामीणों की पहचान की गई और सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वायरल वीडियो में और भी लोगों की पहचान की जा रही है और उनकी गिरफ्तारी जल्द होगी।
एसपी देहात बुलंदशहर (Bulandshahr) डॉ. तेजवीर सिंह ने जानकारी दी कि कानून-व्यवस्था में खलल डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने साफ कहा कि पुलिस को अपना काम करने से रोकना गंभीर अपराध है और इसमें किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि फरार हुए आरोपी को पकड़ने के लिए कई टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल और ग्रामीणों की भूमिका
बुलंदशहर (Bulandshahr) जिले के गांव चेहला में हुई इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर पुलिस रेप जैसे गंभीर अपराध के आरोपी को पकड़ने पहुँची थी, वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों और ग्राम प्रधान ने ही आरोपी को बचाने की कोशिश की। इससे न केवल पुलिस की कार्रवाई बाधित हुई, बल्कि आरोपी को फरार होने का मौका भी मिल गया।
इस घटना ने यह भी दिखाया कि भीड़ और कानून जब आमने-सामने आ जाते हैं तो अपराधी को फायदा मिल सकता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि ग्रामीणों का ऐसा कदम न्याय प्रक्रिया और पीड़ित पक्ष के लिए बड़ा झटका है।
एसपी देहात का बयान और आगे की रणनीति
एसपी देहात डॉ. तेजवीर सिंह (Bulandshahr) ने कहा, “पुलिस की टीम आरोपी को गिरफ्तार करने गई थी, लेकिन मौके पर मौजूद ग्राम प्रधान और कुछ ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। विरोध के दौरान आरोपी भाग निकला। घटना के वीडियो के आधार पर सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है। आरोपी की तलाश जारी है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
पुलिस प्रशासन अब इस मामले को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो। अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे कानून-व्यवस्था में सहयोग करें और अपराधियों का समर्थन करने के बजाय न्याय की प्रक्रिया को आगे बढ़ने दें।
चेहला गाँव की यह घटना सिर्फ एक गिरफ्तारी या विरोध तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कानून व्यवस्था और समाज की सोच पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है। रेप जैसा जघन्य अपराध करने वाले आरोपी को बचाने के लिए जब लोग पुलिस का विरोध करने लगें, तो यह पीड़ित के लिए अन्याय और आरोपी के लिए राहत साबित होता है।
पुलिस की अब तक की कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि प्रशासन किसी भी तरह की दबंगई या कानून से खिलवाड़ को सहन नहीं करेगा। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि आरोपी कब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहता है और उसके खिलाफ न्याय की प्रक्रिया किस दिशा में आगे बढ़ती है।