मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश: शनिवार देर रात मुजफ्फरनगर जनपद के मीरापुर थाना क्षेत्र में एक बड़ी मुठभेड़ हुई, जब पुलिस और बदमाशों के एक सक्रिय गैंग के बीच बंद पड़े ईंट भट्ठे पर आमना-सामना हो गया। यह मुठभेड़ उस वक्त हुई जब पुलिस द्वारा नियमित पैदल गश्त की जा रही थी और इसी दौरान सूचना मिली कि मीरापुर से बिजनौर मार्ग पर वलीपुरा गांव के पास एक बंद ईंट भट्ठे पर कुछ संदिग्ध लोग बड़ी आपराधिक घटना की योजना बना रहे हैं।
बताया जा रहा हैं, कि सूचना मिलते ही मीरापुर पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए इलाके की घेराबंदी की और बदमाशों को ललकारा। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने खुद को घिरा हुआ पाकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें दो बदमाश – अकील पुत्र जाबिर और शादाब पुत्र वाजिद – गोली लगने से घायल हो गए। वहीं पुलिस ने मौके से तीन अन्य बदमाशों – आसिफ पुत्र जानू, हकीकत पुत्र जाहिद और सागर पुत्र जयचंद – को भी गिरफ्तार कर लिया।
वही, घायल बदमाशों को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने दो अवैध तमंचे, तीन जिंदा कारतूस, दो खोखा कारतूस, एक चाकू और दो संदिग्ध मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। इन मोटरसाइकिलों के स्वामित्व और चोरी की जांच की जा रही है।
बदमाशों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही पुलिस
इस मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए सीओ जानसठ यतेंद्र नागर ने बताया कि मीरापुर पुलिस की सतर्कता और तत्परता के कारण एक बड़ी आपराधिक वारदात टल गई। उन्होंने बताया कि पकड़े गए बदमाश बेहद शातिर हैं और इससे पहले भी अपराध की कई घटनाओं में लिप्त रह चुके हैं। इनमें से कुछ बदमाश शामली और मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं, जबकि एक रामपुर मनिहारान क्षेत्र से ताल्लुक रखता है।
बता दे, पुलिस अब इन सभी बदमाशों के आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है। इनके खिलाफ पूर्व में दर्ज मामलों की जानकारी जुटाई जा रही है और साथ ही इनके नेटवर्क और अन्य साथियों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। बरामद हथियार और मोटरसाइकिलों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि इनका उपयोग किन घटनाओं में किया गया, इसका पता लगाया जा सके।

साजिश थी बड़ी, बच गई वारदात
पुलिस के अनुसार, ये बदमाश किसी बड़ी लूट या डकैती की योजना बना रहे थे। जिस स्थान पर ये छिपे थे, वह सुनसान इलाका था और रात के अंधेरे में वारदात को अंजाम देना उनके लिए आसान हो सकता था। लेकिन समय रहते मिली खुफिया सूचना और सक्रिय गश्त के चलते पुलिस मौके पर पहुंची और मुठभेड़ के बाद इन शातिर अपराधियों को काबू में कर लिया गया।
पुलिस की सतर्कता से टली बड़ी घटना
मुजफ्फरनगर पुलिस की इस कार्रवाई से एक बार फिर यह साबित हो गया कि पुलिस की सक्रियता और तत्परता से समाज में अपराध पर नकेल कसी जा सकती है। इस मुठभेड़ ने न केवल एक संभावित गंभीर अपराध को टाल दिया, बल्कि अपराधियों के नेटवर्क का भी पर्दाफाश करने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हुई है।
फिलहाल पुलिस सभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है और इनके पूरे गैंग से जुड़ी जानकारियां जुटाने की कोशिश में जुटी है। जल्द ही और भी खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है।