शामली में बजाज शुगर मिल द्वारा किसानों पर मुकदमा दर्ज, किसान अब मांग रहे हैं न्याय
उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में बजाज शुगर मिल द्वारा शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर अपना हक मांग रहे किसानों Farmer struggleपर मुकदमा दर्ज किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। किसान अब सरकार से न्याय की उम्मीद लगाए हुए हैं और इसके विरोध में खाप चौधरियों के नेतृत्व में सैकड़ों किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम जिला अधिकारी अरविंद चौहान को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में किसानों ने धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों पर दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लेने और उनका बकाया गन्ना भुगतान जल्द से जल्द दिलवाने की मांग की है।
किसानों ने सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
किसानोंFarmer struggle का कहना है कि उन्होंने कई बार मिल प्रबंधन से गन्ना भुगतान की मांग की है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला। किसानों ने बताया कि शुगर मिल प्रबंधन ने पहले यह वादा किया था कि चीनी बेचने से जो आय होगी, उसका 85 प्रतिशत किसानों को भुगतान किया जाएगा, लेकिन इस वादे को भी शुगर मिल ने पूरा नहीं किया। इसके अलावा, शुगर मिल में बने अन्य उत्पादों के बारे में भी किसानों को कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।
किसानों ने सीएम से यह अपील की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और शुगर मिल प्रबंधन पर दबाव डालकर उनका बकाया भुगतान जल्दी से जल्दी दिलवाएं। किसानों का कहना है कि जब तक उनका बकाया भुगतान नहीं किया जाता, वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
किसानों की मुख्य मांगें
- गन्ना भुगतान: बजाज शुगर मिल पर किसानों का 250 करोड़ रुपये का बकाया है, जो अभी तक नहीं चुका गया है।
- मुकदमा वापस लो: किसानों पर दर्ज किए गए मुकदमे को तुरंत वापस लिया जाए।
- सरकार से हस्तक्षेप: सरकार शुगर मिल प्रबंधन पर दबाव डालकर किसानों का बकाया भुगतान कराए।
- अन्य उत्पादों का भुगतान: शुगर मिल में बने अन्य उत्पादों का भी सही मूल्य और भुगतान किसानों को दिया जाए।

किसान आंदोलन की बढ़ती हुई अनदेखी
किसान Farmer struggleसंघर्ष का यह मामला इस बात का प्रतीक बन चुका है कि शुगर मिल प्रबंधन किस तरह अपने वादों से मुकर रहा है और किसानों की समस्याओं की अनदेखी कर रहा है। किसानों के अनुसार, सरकार के आदेश के बावजूद शुगर मिल प्रबंधन ने उनका गन्ना भुगतान समय पर नहीं किया। इसके चलते किसानों में गुस्सा और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सीएम से किसानों की उम्मीदें
किसानों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपनी समस्याओं का समाधान निकालने की अपील की है। उनका कहना है कि यदि सरकार अब भी इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाती है, तो वे आंदोलन को और भी तेज करेंगे। किसानों ने कहा है कि उनके लिए यह आंदोलन केवल गन्ना भुगतान का नहीं बल्कि उनके हक की लड़ाई है।
खाप चौधरियों का समर्थन
किसानों Farmer struggleको उनके संघर्ष में खाप चौधरियों का भी समर्थन मिला है। खाप चौधरियों ने किसानों के संघर्ष को मजबूती दी है और प्रशासन से भी किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेने की अपील की है। इसके अलावा, खाप चौधरियों ने प्रशासन को यह भी बताया कि किसानों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि उनका बकाया भुगतान शीघ्र किया जाए, ताकि वे अपनी खेती के लिए आवश्यक संसाधन जुटा सकें।
किसान संघर्ष की उम्मीदें
किसानों का यह संघर्ष केवल गन्ना भुगतान के लिए नहीं है बल्कि यह उनकी मेहनत और अधिकारों की रक्षा के लिए भी है। यदि सरकार और प्रशासन इस मामले में जल्दी से कोई ठोस कदम नहीं उठाते, तो यह संघर्ष और भी तेज हो सकता है। किसानों का कहना है कि उनका संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक उन्हें उनका अधिकार नहीं मिल जाता।
किसानों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले में जल्द हस्तक्षेप करने की अपील की है। उनका कहना है कि अगर उनका बकाया भुगतान समय पर नहीं किया जाता, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। शुगर मिल प्रबंधन ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया और किसानों को लगातार उनकी मेहनत का भुगतान नहीं किया जा रहा है। अब यह देखना होगा कि सरकार इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और किसानों को उनका हक मिलता है या नहीं।