CM or PM Ne Varanasi Ko Di Fasad Lighting Yojna
वाराणसी (Varanasi): वाराणसी (Varanasi) में पर्यटन और सांस्कृतिक विकास को नई दिशा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर ‘एक्शन प्लान फॉर काशी एंड सारनाथ’ के तहत फसाड लाइटिंग परियोजना की घोषणा की है। इस परियोजना के माध्यम से वाराणसी के 10 प्रमुख स्थलों को रात्रि में विशेष प्रकाश व्यवस्था के जरिए सजाया जाएगा, जिससे शहर का धार्मिक और सांस्कृतिक वैभव और भी आकर्षक रूप में प्रदर्शित होगा।
कुल लागत 2410.99 लाख रुपये प्रस्तावित है और योजना का उद्देश्य न केवल स्थलों की सुंदरता बढ़ाना है, बल्कि रात्रि पर्यटन, स्थानीय व्यापार और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहित करना है।

योजना के अंतर्गत शामिल प्रमुख स्थल और कार्य
फसाड लाइटिंग परियोजना में वाराणसी (Varanasi) के दस प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को शामिल किया गया है। इन स्थलों में—
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अस्सी घाट
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दशाश्वमेध घाट
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पंचगंगा घाट
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संकट मोचन मंदिर
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काल भैरव मंदिर
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अन्नपूर्णा मंदिर
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भारत माता मंदिर
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दुर्गा कुंड
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तुलसी मानस मंदिर
के अलावा अन्य ऐतिहासिक स्थलों को भी इस योजना के तहत सजाया जाएगा। प्रत्येक स्थल पर विशेष फसाड लाइटिंग लगाई जाएगी, जिससे उनकी वास्तुकला और भव्यता रात के समय और भी स्पष्ट रूप में दिखाई दे।
संपूर्ण परियोजना का उद्देश्य वाराणसी (Varanasi) को एक विश्व स्तरीय रात्रि पर्यटन स्थल बनाना है। इसके लिए आधुनिक एलईडी लाइटिंग, ऊर्जा की बचत वाले उपकरण और सांस्कृतिक थीम के अनुसार डिजाइन तैयार किया जा रहा है।
रात्रि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर असर
वाराणसी (Varanasi), जिसे आध्यात्मिक नगरी के रूप में जाना जाता है, में दिन के समय तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन रात के समय शहर की खूबसूरती और सांस्कृतिक महत्व पर्याप्त रूप से नहीं दिख पाता। इस परियोजना के लागू होने के बाद—
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रात्रि पर्यटन में वृद्धि होगी
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स्थानीय व्यापारियों और गाइड्स को लाभ मिलेगा
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सांस्कृतिक और कला कार्यक्रमों को नई पहचान मिलेगी
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पर्यटक घाटों और मंदिरों के आसपास के इलाके भी रोशन होंगे, जिससे सुरक्षा बढ़ेगी
सरकार का मानना है कि इससे न केवल शहर की रात्रिकालीन छवि सुधरेगी, बल्कि पर्यटन के नए अवसर भी सृजित होंगे।
प्रशासन और विशेषज्ञों की राय
वाराणसी (Varanasi) के नगर निगम और पर्यटन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि यह परियोजना शहर के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण में भी मददगार होगी। फसाड लाइटिंग के जरिए स्थलों की खूबसूरती को रात्रि में उजागर किया जा सकेगा और पर्यटक स्थलों का अनुभव और बढ़ जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि वाराणसी जैसे सांस्कृतिक और धार्मिक शहर में रात्रि पर्यटन को बढ़ावा देना आर्थिक दृष्टि से भी लाभकारी है। इससे होटल, रेस्टोरेंट, शॉपिंग और अन्य पर्यटन आधारित सेवाओं को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
मोदी-योगी के ‘एक्शन प्लान फॉर काशी एंड सारनाथ’ का यह कदम वाराणसी के पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। फसाड लाइटिंग परियोजना न केवल स्थलों की खूबसूरती बढ़ाएगी, बल्कि रात्रि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगी।
वाराणसी (Varanasi) अब जल्द ही दुनिया के प्रमुख रात्रि पर्यटन स्थलों में शामिल होने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। इस योजना से न केवल देश-विदेश के पर्यटक आकर्षित होंगे, बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार और आर्थिक अवसर प्राप्त होंगे।