Disha Patani Ke Bareilly Waale Ghar Par Huyi Firing Ke Nishan
गाजियाबाद (Ghaziabad) बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर 12 सितंबर को हुई फायरिंग की घटना में शामिल मुख्य शूटरों को पुलिस ने आखिरकार ढेर कर दिया। यह मुठभेड़गाजियाबाद (Ghaziabad) के ट्रॉनिका सिटी इलाके में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और बदमाशों के बीच हुई। मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों की पहचान अरुण और रविंद्र के रूप में हुई है, जिन्हें घटना का मुख्य आरोपी और शूटर बताया जा रहा था।

12 सितंबर की सुबह दहला था बरेली
दरअसल, 12 सितंबर की सुबह करीब 3:45 बजे बरेली स्थित दिशा पाटनी के घर पर अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग की थी। इस घटना से गाजियाबाद (Ghaziabad) इलाके में हड़कंप मच गया था। बाद में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुई, जिसमें कुख्यात गोल्डी बराड़ गैंग ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। पोस्ट के बाद मामले ने और गंभीर रूप ले लिया।
मुख्य शूटर थे अरुण और रविंद्र
गाजियाबाद (Ghaziabad) पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि अरुण और रविंद्र ही वह शूटर थे, जिन्होंने बाइक पर सवार होकर दिशा पाटनी के घर के बाहर फायरिंग की थी। लगातार उनकी तलाश की जा रही थी। शनिवार देर रात गुप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ ने गाजियाबाद (Ghaziabad) के ट्रॉनिका सिटी इलाके में उन्हें घेर लिया।
मुठभेड़ का घटनाक्रम
सूत्रों के अनुसार, गाजियाबाद (Ghaziabad) पुलिस ने जब दोनों बदमाशों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। मुठभेड़ में दोनों आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से ग्लॉक पिस्टल, जिगाना पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए हैं। इन हथियारों का इस्तेमाल फायरिंग की वारदातों में किया जाता रहा है।
सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
बरेली फायरिंग कांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिशा पाटनी के पिता से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। इसके बाद दिशा पाटनी के घर की सुरक्षा को अभूतपूर्व रूप से बढ़ा दिया गया। अब वहां 4 सब-इंस्पेक्टर और 24 सशस्त्र पुलिसकर्मी चौबीसों घंटे तैनात हैं।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
उत्तर प्रदेश पुलिस ने स्पष्ट किया है कि किसी भी गैंग या अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि गोल्डी बराड़ गैंग के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है और उसके नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में कार्रवाई तेज़ कर दी गई है।
एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक, दोनों बदमाश पेशेवर शूटर थे और उनके खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज थे। जांच में यह भी सामने आया है कि उन्हें विदेश से निर्देश मिल रहे थे।
दिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग की वारदात ने जहां उनके परिवार की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए थे, वहीं गाजियाबाद (Ghaziabad) में हुई इस मुठभेड़ ने पुलिस की सक्रियता और तत्परता को भी साबित किया है। दो मुख्य शूटरों के ढेर होने के बाद अब यह देखना होगा कि पुलिस गैंग के बाकी नेटवर्क तक कितनी जल्दी पहुंच पाती है।
परिवार और स्थानीय लोगों में राहत की सांस
गाजियाबाद (Ghaziabad से इस मुठभेड़ की खबर सामने आते ही बरेली के स्थानीय लोग और दिशा पाटनी का परिवार राहत की सांस ले रहा है। फायरिंग की घटना के बाद से जहां परिवार दहशत में था, वहीं आसपास के लोग भी भयभीत थे। अब दोनों बदमाशों के मारे जाने से क्षेत्र में सुरक्षा का भरोसा लौटा है। लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस प्रशासन की तत्परता की सराहना कर रहे हैं। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि गैंग के बाकी सदस्यों पर भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी माफिया या अपराधी ऐसी घटनाओं को अंजाम देने की हिम्मत न कर सके।