Gorakhpur Link Expressway से अब लखनऊ सिर्फ 3.5 घंटे में! जानिए पूरी जानकारी।
ब्यूरो रिपोर्टः उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी को एक नया आयाम मिलने जा रहा है। Gorakhpur Link Expressway का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 20 जून को लोकार्पण करेंगे। लिंक एक्सप्रेसवे के चालू हो जाने से गोरखपुर-लखनऊ का सफर आसान हो जाएगा। अभी यूपी के गोरखपुर से लखनऊ तक का सफर 5 से ज्यादा घंटे वक्त में पूरा होता है, लेकिन Gorakhpur Link Expressway से यह सफर साढ़े तीन घंटे में ही पूरा हो जाएगा।
बदलेगा गोरखपुर से लखनऊ का सफर
91.35 किलोमीटर लंबा यह मार्ग गोरखपुर बाईपास एनएच-27 के जैतपुर गांव से शुरू होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर आजमगढ़ के सालारपुर में समाप्त होगा। यह मार्ग यूपी के गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ को जोड़ेगा। यूपीडा के नोडल सिक्यॉरिटी ऑफिसर राजेश पांडेय के अनुसार लिंक एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के साथ सीएम योगी यात्री सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षा फ्लीट को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
Gorakhpur Link Expressway की तर्ज पर अडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू
सड़क सुरक्षा के लिए लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे की तर्ज पर अडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम भी लागू किया जाएगा। यात्री सुरक्षा फ्लीट में 5 इनोवा, 5 कैंपर, 4 ऐंबुलेंस, 2 क्रेन और 1 हाइड्रा वाहन शामिल हैं। यात्री सुरक्षा के लिहाज से एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के दिन मुख्यमंत्री सुरक्षा फ्लीट को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। जबकि, आने वाले दिनों में सड़क सुरक्षा के लिए यहां लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे की तर्ज पर एटीएमएस भी लागू किया जाएगा।
मार्ग के दोनों तरफ एक-एक एम्बुलेंस की तैनाती
राजेश पांडेय ने बताया कि यूपीडा के इनोवा वाहन की पेट्रोलिंग 8-8 घंटे के शिफ्ट में लगातार होती रहेगी।इसके अलावा 91 किलोमीटर लंबे इस Gorakhpur Link Expressway पर हर 45 किमी पर मार्ग के दोनों तरफ एक-एक एम्बुलेंस की तैनाती रहेगी। ताकि आकस्मिक मेडिकल जरूरत वाले यात्रियों को तत्परता से अस्पताल भेजा जा सके।

कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे को एक नई ऊंचाई
किसी वाहन में अचानक खराबी आने पर उसे सड़क से हटाने के लिए हर 45 किलोमीटर पर क्रेन और पूरे एक्सप्रेसवे के लिए 1 हाइड्रा वाहन को तैनात किया जाएगा। Gorakhpur Link Expressway उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे को एक नई ऊंचाई देने जा रहा है। इसका उद्घाटन 20 जून 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाएगा, जिससे गोरखपुर से लखनऊ का सफर मात्र 3.5 घंटे में पूरा हो सकेगा।
इस 91.35 किमी लंबे Gorakhpur Link Expressway से न केवल यात्रा में समय की बचत होगी, बल्कि यह गोरखपुर, आजमगढ़, संतकबीरनगर और अम्बेडकरनगर जैसे ज़िलों को जोड़कर औद्योगिक विकास और रोजगार के नए द्वार भी खोलेगा। एक्सप्रेसवे पर आधुनिक सुरक्षा सुविधाएं, पर्यावरण-संवेदनशीलता और औद्योगिक गलियारे जैसे तत्व इसे एक आधुनिक और दूरदर्शी परियोजना बनाते हैं।
यह Gorakhpur Link Expressway मुख्य राजमार्गों और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से सीधा जुड़ाव प्रदान करेगा, जिससे उत्तर प्रदेश का यह हिस्सा अब राष्ट्रीय विकास की मुख्यधारा में और अधिक मजबूती से शामिल हो सकेगा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह पहल न सिर्फ यूपी की सड़क परिवहन क्रांति को आगे बढ़ा रही है।
बल्कि पूर्वांचल को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य से भी जोड़ रही है। Gorakhpur Link Expressway उत्तर प्रदेश के लिए विकास, सुविधा और प्रगति का प्रतीक बनकर उभरेगा।