Hapur File Photo
हापुड़ (संवाददाता सोनू चौधरी) : उत्तर प्रदेश के हापुड़ (Hapur) जिले के लुहारी गांव में इन दिनों एक पागल बंदर ने पूरे गांव में आतंक मचा रखा है। पिछले तीन दिनों से यह बंदर लगातार लोगों पर हमला कर रहा है और अब तक लगभग 20 से अधिक ग्रामीणों को काटकर घायल कर चुका है। अचानक हुए इन हमलों से गांव में भय और अफरातफरी का माहौल है। ग्रामीण घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं और खेतों में काम करने या पशुओं को चारा डालने से भी परहेज कर रहे हैं। बंदर का आतंक इतना बढ़ गया है कि बच्चों और बुजुर्गों को घरों से बाहर निकलने पर सख्त मना किया गया है।

वन विभाग की लापरवाही पर ग्रामीणों का गुस्सा, बढ़ता जा रहा डर का माहौल
हापुड़ (Hapur) के लुहारी गांव के स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार वन विभाग को बंदर के हमलों की सूचना दी, लेकिन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। बंदर दिन में कभी भी गांव की गलियों में आकर अचानक लोगों पर झपट पड़ता है और उन्हें काटकर भाग जाता है। कुछ लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश भी की, लेकिन बंदर पेड़ों पर चढ़कर या छतों पर छलांग लगाकर भाग निकलता है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग केवल आश्वासन दे रहा है लेकिन ना तो टीम भेजी गई और ना ही कोई पिंजरा लगाया गया है।
हापुड़ (Hapur) के लुहारी गांव के एक बुजुर्ग निवासी ने बताया कि बंदर ने अब तक दो दर्जन से अधिक लोगों को घायल कर दिया है, जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। घायल लोगों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने सभी को एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगवाने और आवश्यक दवाइयां लेने की सलाह दी है।
हापुड़ (Hapur) ग्रामीणों में वन विभाग की लापरवाही को लेकर भारी रोष है। उनका कहना है कि अगर हापुड़ (Hapur) वन विभाग ने समय रहते कार्रवाई की होती, तो इतने लोग घायल नहीं होते। अब लोग घरों में बंद होकर रह गए हैं, जबकि बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे। गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग किसी तरह खुद को इस खतरे से बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

बंदर को पकड़ने की मांग तेज, डीएम से की गई तत्काल कार्रवाई की अपील
हापुड़ (Hapur) जिले में लगातार बढ़ते बंदर के आतंक के चलते गांव के लोग अब प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। ग्रामीणों ने हापुड़ (Hapur) के जिला अधिकारी (डीएम) को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही इस पागल बंदर को पकड़ा नहीं गया, तो वह और भी लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है।
हापुड़ (Hapur) के लुहारी गांव के लोगों ने मिलकर एक टीम बनाई है जो दिनभर गांव में बंदर की तलाश करती रहती है, लेकिन बंदर अत्यंत चालाक है और मौका मिलते ही पेड़ों या ऊंची इमारतों पर चढ़कर गायब हो जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि बंदर का व्यवहार सामान्य नहीं है — वह बिना किसी उकसावे के हमला कर देता है और काटने के बाद भाग जाता है, जिससे यह आशंका भी जताई जा रही है कि वह रेबीज से संक्रमित हो सकता है।
हापुड़ (Hapur) जिले के स्थानीय डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि यदि बंदर के काटने के बाद समय पर इलाज न कराया गया, तो संक्रमित व्यक्ति की हालत गंभीर हो सकती है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि किसी भी तरह के जानवर के काटने पर तुरंत सरकारी अस्पताल जाकर इंजेक्शन लगवाएं।
हापुड़ (Hapur) जिले की इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है। ग्रामीणों ने कहा कि वे अब गांव में बच्चों को अकेले बाहर नहीं जाने दे रहे हैं। सभी का यही कहना है कि प्रशासन को तुरंत वन विभाग की एक टीम भेजनी चाहिए ताकि इस पागल बंदर को पकड़कर गांव को राहत दिलाई जा सके।