Hapur में एक युवक ने पत्नी पर अवैध संबंध का आरोप लगाया, पुलिस ने क्या कदम उठाए? जानिए पूरी खबर।
सोनू चौधरी (संवाददाता): Hapur से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक ने अपनी पत्नी पर अवैध संबंध का आरोप लगाया और अपनी और अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए पुलिस से मदद मांगी। मनोज नामक युवक, जो अपनी पत्नी अंजू के साथ और तीन बच्चों के साथ रहता था, हापुड़ एसपी कार्यालय पहुंचा और Hapur पुलिस से अपनी पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
मनोज ने पत्नी पर अवैध संबंध का आरोप लगाया
मनोज का आरोप है कि उसकी पत्नी अंजू के अवैध संबंध उसके जीजा के भतीजे सोनू के साथ हैं। जब मनोज को इस संबंध के बारे में पता चला और उसने विरोध किया, तो उसे धमकी दी गई कि उसका हश्र मेरठ के सौरभ की तरह होगा। मनोज ने कहा, “मुझे मेरी पत्नी से बचाओ, मुझे लगता है कि मेरी पत्नी के अवैध संबंध हैं और वह मुझे भी मेरठ की मुस्कान की तरह मार सकती है।” इस धमकी के बाद, मनोज और उसके तीन बच्चे भयभीत हैं और अपनी जान का खतरा महसूस कर रहे हैं।
Hapur पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझा और कार्रवाई का आश्वासन दिया
मनोज की शिकायत पर Hapur एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने आश्वासन दिया कि जल्द ही अंजू को बुलाकर काउंसलिंग कराई जाएगी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए सुरक्षा की दिशा में उचित कदम उठाने की बात कही। एसपी ने यह भी कहा कि मनोज और उसके बच्चों को पूरी सुरक्षा दी जाएगी, ताकि उनका जीवन सुरक्षित रहे।

पुलिस सुरक्षा की अहमियत और परिवार के लिए कदम
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, Hapur पुलिस ने सुनिश्चित किया कि मनोज और उसके बच्चों को पूरी सुरक्षा मिले। परिवार के लिए यह कदम बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि घर के भीतर परिवारिक विवादों और अवैध संबंधों से उत्पन्न होने वाली हिंसा का खतरा बढ़ सकता है। Hapur पुलिस द्वारा इस मामले पर कार्रवाई की जा रही है ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
Hapur में सामने आए इस चौंकाने वाले मामले ने न केवल परिवारिक विवादों की गंभीरता को उजागर किया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि ऐसे मामलों में पुलिस और कानूनी व्यवस्था का प्रभावी हस्तक्षेप कितना महत्वपूर्ण है। मनोज ने अपनी पत्नी अंजू पर अवैध संबंध का आरोप लगाते हुए न केवल अपनी सुरक्षा की चिंता व्यक्त की, बल्कि उसने यह भी बताया कि उसे और उसके बच्चों को जान का खतरा है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दिया और काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया।
इस मामले से यह भी स्पष्ट होता है कि घरेलू विवादों को हल करने के लिए सिर्फ कानूनी कार्रवाई ही नहीं, बल्कि भावनात्मक और मानसिक सहयोग की भी आवश्यकता होती है। Hapur पुलिस की इस तरह की त्वरित और संवेदनशील प्रतिक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि प्रभावित परिवारों को न्याय और सुरक्षा मिल सके।
इस प्रकार के मामलों में समाज के हर वर्ग को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के विवादों को सुलझाया जा सके और किसी भी परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।