हाथरस में वैष्णो देवी से लौटे श्रद्धालुओं पर टूटा बिजली का कहर
हाथरस (उत्तर प्रदेश): Hathras जिले के सादाबाद कस्बे में शनिवार को एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना घटी, जब श्रद्धालुओं से भरी एक प्राइवेट बस में हाई टेंशन विद्युत लाइन का करंट उतर आया। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलस गए। इस हृदयविदारक घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और प्रशासनिक अधिकारियों समेत पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
तीर्थ यात्रा से लौटे श्रद्धालु, हादसे ने छीना जीवन
यह बस हाथरस जिले के सादाबाद और आस-पास के गांवों से श्रद्धालुओं को लेकर वैष्णो देवी और अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए गई थी। तीर्थ यात्रा संपन्न होने के बाद यह बस शनिवार को सादाबाद स्थित प्राइवेट बस अड्डे पर आकर खड़ी हुई। जैसे ही यात्री अपने-अपने सामान को निकालने लगे, कुछ लोग बस की छत पर चढ़ गए। इसी दौरान छत के ऊपर से गुजर रही हाई टेंशन विद्युत लाइन की चपेट में एक यात्री आ गया।
छू गई करंट की चपेट, मच गया हाहाकार
हाई टेंशन लाइन की चपेट में आने से बस में तुरंत करंट फैल गया और उसमें सवार यात्रियों के बीच चीख-पुकार मच गई। हादसे में कजरौठी गांव निवासी संजय की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं तीन अन्य श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से दो को आगरा के एस.एन. मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, क्योंकि उनकी स्थिति बेहद गंभीर बताई जा रही है।
प्रशासन और पुलिस तुरंत मौके पर पहुंचे
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस हरकत में आ गए। मौके पर क्षेत्रीय विधायक प्रदीप चौधरी, ब्लॉक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय, पुलिस अधीक्षक हाथरस चिरंजीव नाथ सिन्हा, एसडीएम सादाबाद और अन्य पुलिस अधिकारी तुरंत पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घायलों के इलाज की पूरी व्यवस्था करवाई जा रही है।

Hathras हादसे के पीछे कौन है जिम्मेदार?
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर सार्वजनिक सुरक्षा और बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस हाई टेंशन लाइन से करंट उतरा वह लाइन बस स्टैंड के ऊपर से झूल रही थी। यह एक गंभीर लापरवाही का मामला है, क्योंकि ऐसी विद्युत लाइनों के नीचे किसी प्रकार की सार्वजनिक गतिविधि या वाहन खड़ा होना मना होता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले भी कई बार बिजली विभाग को इस लाइन को हटाने या नीचे झूलने वाली तारों को ठीक करने के लिए कहा गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। हादसे के बाद स्थानीय नागरिकों में आक्रोश देखा गया और कई लोगों ने बिजली विभाग की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन करने की बात कही।
प्रशासन की कार्रवाई
पुलिस ने तत्काल प्रभाव से जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने यह भी कहा है कि मामले की विस्तृत जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं बिजली विभाग से भी रिपोर्ट तलब की गई है। एसडीएम सादाबाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “यह बहुत ही दुखद घटना है। मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी और दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”
सादाबाद में हुआ यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि यह पूरे तंत्र के लिए एक चेतावनी है कि सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा मानकों को गंभीरता से न लेने का अंजाम कितना भयावह हो सकता है। सरकार और बिजली विभाग को चाहिए कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए तत्काल प्रभाव से हाई टेंशन लाइनों की समीक्षा और मरम्मत की जाए।
श्रद्धालुओं के लिए शुरू हुई एक धार्मिक यात्रा का समापन एक त्रासदी में हुआ, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया है। उम्मीद है कि इस बार लापरवाही पर पर्दा डालने की जगह, दोषियों को सजा और पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा।
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