संभल (महबूब अली): उत्तर प्रदेश के संभल में आगामी होली (Holi) पर्व के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से संभल जिला प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। शाही जामा मस्जिद के दूसरे सर्वे के दौरान 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से कई कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अब, होली (Holi) के जुलूस के मार्ग में पड़ने वाले धार्मिक स्थलों को तिरपाल से ढकने का निर्णय लिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
Holi को लेकर सदर कोतवाली में हुई बैठक
आज सदर कोतवाली में एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें धार्मिक स्थलों के मुतवल्लियों (प्रबंधकों) के साथ चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता अपर पुलिस अधीक्षक श्रीशचंद्र ने की, और इस दौरान यह तय किया गया कि होली (Holi) के जुलूस के मार्ग में आने वाले धार्मिक स्थलों को तिरपाल से ढका जाएगा। इसके साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि प्रशासन और पुलिस की मदद से यह कार्य शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में किया जाएगा, ताकि रंगों का असर इन धार्मिक स्थलों पर न पड़े और शांति व्यवस्था बनी रहे।
पुलिस अधिकारियों द्वारा मस्जिदों का निरीक्षण और तिरपाल लगाने की प्रक्रिया
बैठक के बाद अपर पुलिस अधीक्षक श्रीशचंद्र और पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज चौधरी भारी पुलिस बल के साथ शाही जामा मस्जिद पहुंचे, जहां पर मस्जिदों को तिरपाल से ढकने का कार्य शुरू किया गया। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने मस्जिदों के मुतवल्लियों और प्रबंधकों से मुलाकात की और तिरपाल लगाने की प्रक्रिया की निगरानी की। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि सभी धार्मिक स्थलों को ढकने का काम समय पर और सही तरीके से पूरा किया जाए।
सभी धार्मिक स्थल सहमत
अपर पुलिस अधीक्षक श्रीशचंद्र ने इस विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि संभल के नगरीय क्षेत्र में पड़ने वाले कुल 10 मस्जिदों के मुतवल्लियों से मीटिंग की गई थी। इस मीटिंग में सभी मुतवल्लियों और प्रबंधकों ने इस बात पर सहमति जताई कि होली (Holi) के जुलूस के मार्ग में आने वाले मस्जिदों को तिरपाल से ढक दिया जाएगा, ताकि इन पर रंग न लगे और इनका धार्मिक सम्मान बना रहे। (Holi)
उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन इस कार्य को सुचारू रूप से लागू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और तिरपाल की व्यवस्था भी जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि जुलूस का मार्ग तय समय पर ही निकाला जाए, ताकि शांति व्यवस्था में कोई खलल न आए।
मस्जिद के प्रबंधक का बयान
इस विषय में जानकारी देते हुए फईम अहमद, मस्जिद गोल दुकान वाली के प्रबंधक ने बताया कि संभल में महमूद खान सराय के पास स्थित यह मस्जिद हिंदू क्षेत्र में आती है, और यह मस्जिद रंगों के कारण ढकी जा रही है, ताकि होली के दौरान रंग मस्जिद पर न पड़े। उन्होंने कहा कि यह कदम शांति और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया जा रहा है, और इसके लिए प्रशासन भी सहयोग दे रहा है। फईम अहमद ने यह भी बताया कि मस्जिद को ढकने की प्रक्रिया पूरी तरह से स्वेच्छा से की जा रही है, और इसका उद्देश्य समुदायों के बीच शांति बनाए रखना है।
धार्मिक सौहार्द बनाए रखने की दिशा में प्रशासन की भूमिका
संभल प्रशासन का यह कदम सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए बेहद अहम है। पिछले साल हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि इस बार होली (Holi) के पर्व को लेकर कोई भी अप्रिय घटना न हो। तिरपाल से मस्जिदों को ढकने का निर्णय स्थानीय लोगों के सहयोग से लिया गया है और इस प्रक्रिया को शांति के माहौल में साकार किया जा रहा है। इस कदम से यह भी संदेश जाता है कि प्रशासन सभी समुदायों के धार्मिक सम्मान का ख्याल रखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने में गंभीर है।
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संभल जिले में होली (Holi) के जुलूस के दौरान शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने जो कदम उठाए हैं, वह अन्य जिलों के लिए एक आदर्श हो सकते हैं। धार्मिक स्थलों को तिरपाल से ढकने की व्यवस्था से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन समाज के सभी वर्गों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए सार्वजनिक शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। अब यह देखना होगा कि अन्य स्थानों पर भी इस तरह की व्यवस्था लागू की जाती है या नहीं, ताकि हर धर्म और समुदाय के लोग एक दूसरे के साथ शांति और सौहार्द से रह सकें।