Kangana Ranaut के खिलाफ किसानों के अपमान और राजद्रोह के आरोप पर कोर्ट में 16 अप्रैल को सुनवाई। जानें क्या है पूरा मामला।
हिमाचल प्रदेश के मंडी क्षेत्र से भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेत्री Kangana Ranaut के खिलाफ किसानों के अपमान और राजद्रोह के आरोप में बुधवार को स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए अनुज कुमार सिंह की कोर्ट में सुनवाई हुई। पिछली सुनवाई में कंगना रनौत के अधिवक्ता कोर्ट में पेश हुए थे और केस संबंधित दस्तावेजों के लिए न्यायालय से समय मांगा था, जिस पर कोर्ट ने उन्हें अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए समय दिया था।
Kangana Ranaut पर किसानों के अपमान और राजद्रोह के गंभीर आरोप
इस मामले में बुधवार को हुई सुनवाई के दौरान कंगना रनौत के अधिवक्ता कोर्ट में पेश नहीं हुए। इसके अलावा, उन्होंने अपना जवाब भी अदालत में प्रस्तुत नहीं किया। वादी अधिवक्ता ने बताया कि Kangana Ranaut के खिलाफ किसानों का अपमान करने और राजद्रोह करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में अब अगली सुनवाई के लिए 16 अप्रैल की तारीख तय की गई है, जब कोर्ट में बहस होगी।
क्या हैं कंगना रनौत पर आरोप?
Kangana Ranaut पर आरोप हैं कि उन्होंने किसानों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणियां की थीं, जिसमें उन्होंने उन्हें हत्यारा, बलात्कारी और अलगाववादी बताया था। इसके साथ ही, उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांत का भी अपमान किया और आज़ादी को महात्मा गांधी के “भीख के कटोरे” में मिली बताकर देश के शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया।

कोर्ट में क्या हुआ अब तक?
आगरा के वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने कंगना रनौत के खिलाफ यह मामला 11 सितंबर 2024 को कोर्ट में प्रस्तुत किया था। कोर्ट ने Kangana Ranaut को तीन बार नोटिस भेजा, जिसमें उन्हें स्वयं या अपने अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया था। हालांकि, Kangana Ranaut स्वयं कोर्ट में उपस्थित नहीं हुईं।
अगली सुनवाई 16 अप्रैल को होगी
अब 16 अप्रैल को कंगना रनौत के खिलाफ बहस होगी। इस दौरान, कंगना रनौत के अधिवक्ता को अपना जवाब प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा। इस मामले में पहले ही वादी अधिवक्ता और गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं, जिसमें प्रमुख गवाहों के रूप में राजेंद्र गुप्ता, धीरज एडवोकेट और अजय सागर निमेष एडवोकेट शामिल हैं।
Kangana Ranaut के खिलाफ किसानों के अपमान और राजद्रोह के आरोप में अदालत में 16 अप्रैल को अगली सुनवाई होने वाली है। इस मामले में अब तक की सुनवाई में कंगना के अधिवक्ता कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए और उन्होंने अपना जवाब भी प्रस्तुत नहीं किया। अदालत ने कंगना को तीन बार नोटिस भेजकर अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया था, लेकिन वह अदालत में उपस्थित नहीं हुईं।
इस मामले में गंभीर आरोप हैं, जिनमें किसानों के प्रति अमर्यादित टिप्पणियां और महात्मा गांधी के सिद्धांतों का अपमान शामिल है। अब 16 अप्रैल को होने वाली सुनवाई में कंगना रनौत के खिलाफ बहस होगी, और इस मामले में नया मोड़ आ सकता है। इस मामले का न केवल Kangana Ranaut के लिए, बल्कि किसानों के लिए भी महत्वपूर्ण परिणाम हो सकता है। यह मामले की सुनवाई और अदालत के फैसले पर नज़र रखने के लिए सभी की अपेक्षाएं हैं।