SDM Kannauj Ko Gyapan Dete Kisaan Sangthan Ke Log
कन्नौज (संवाददाता पंकज कुमार श्रीवास्तव ) : कन्नौज (Kannauj) जनपद में किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (किसान) संगठन एक बार फिर सड़क पर उतर आया। जिलेभर में यूरिया की किल्लत, तय कीमत से अधिक वसूली और नकली बीज–दवा की बिक्री को लेकर किसान संगठन ने गहरा आक्रोश जताया। शनिवार को सैकड़ों किसानों ने पदाधिकारियों के साथ कन्नौज (Kannauj) उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर SDM को ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की।

Kannauj किसानों की फसलें संकट में— यूरिया की कमी और महंगे दाम से परेशान किसान
कन्नौज (Kannauj) से भारतीय किसान यूनियन (किसान) के जिलाध्यक्ष राजा शुक्ला के निर्देशन पर संगठन के पदाधिकारी लंबे समय से उठ रही किसानों की समस्याओं को लेकर सक्रिय हैं। किसान नेताओं ने कहा कि यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति न होने के कारण किसान खेतों में खड़ी फसलों को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कई दुकानों पर या तो यूरिया उपलब्ध नहीं है या फिर किसानों से तय रेट से ज्यादा वसूला जा रहा है।
कन्नौज (Kannauj) से प्रदेश प्रवक्ता डॉ. रजनीश दुबे के नेतृत्व में पहुंचे किसान नेताओं ने बताया कि यूरिया की किल्लत के चलते किसानों की फसलें खराब होने की कगार पर हैं। ऊपर से मिलावटी और नकली दवाओं की बिक्री किसानों को भारी नुकसान पहुंचा रही है। किसानों ने आरोप लगाया कि कई दुकानदार खुलेआम नकली कीटनाशक और नकली बीज बेच रहे हैं, जिससे फसलों की उत्पादकता पर बुरा असर पड़ रहा है।
कन्नौज (Kannauj) के किसान नेताओं ने कहा कि ये समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई सख्त कार्रवाई देखने को नहीं मिल रही है।
SDM को सौंपा ज्ञापन, जल्द कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
कन्नौज (Kannauj) में ज्ञापन सौंपने के बाद प्रेस वार्ता में बोलते हुए प्रदेश प्रवक्ता डॉ. रजनीश दुबे ने कहा कि किसानों की समस्याएं गंभीर हैं और समय रहते समाधान नहीं हुआ तो फसलों को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कन्नौज (Kannauj) प्रशासन को तुरंत सभी बिंदुओं पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, अन्यथा किसान संगठन बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू करेगा।
उन्होंने चेतावनी दी कि किसान हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
“किसानों को खाद नहीं मिल रही, जो मिल रही है वह महंगे दाम पर मिल रही है, और नकली दवाओं ने किसानों की कमर तोड़ दी है। अब धैर्य टूट रहा है, प्रशासन को जागना होगा,” – डॉ. दुबे ने कहा।
कन्नौज (Kannauj) जिला महासचिव आनंद तिवारी ने भी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि किसान जिसे अन्नदाता कहा जाता है, वह आज अपनी ही उपज के लिए भटक रहा है। दुकानदार और कुछ अधिकारी उसके साथ शोषण जैसा व्यवहार कर रहे हैं, जो न्यायोचित नहीं है।
संगठन बोला— किसान हित सर्वोपरि, आवश्यकता पड़ी तो सड़क से सदन तक लड़ाई
कन्नौज (Kannauj) से जिलाध्यक्ष राजा शुक्ला ने संदेश भेजकर कहा कि वह स्वयं किसान हैं और किसानों की हर समस्या को समझते हैं। उन्होंने बताया कि संगठन सिर्फ बयान देने वाला समूह नहीं है, बल्कि किसानों के साथ खेतों में बैठकर प्रत्यक्ष समस्याओं को समझ रहा है।
कन्नौज (Kannauj) से उन्होंने कहा कि
“हम किसान हैं, किसानों के दर्द को अपना दर्द मानते हैं। प्रशासन से अनुरोध किया है, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो किसान यूनियन उग्र आंदोलन से पीछे नहीं हटेगी।”
इस मौके पर जिला एवं तहसील स्तर के कई पदाधिकारी मौजूद रहे। इनमें अभिषेक पाठक (जिला उपाध्यक्ष), शांतनु यादव (तहसील अध्यक्ष), अखिलेश शाक्य (तहसील सचिव), दिनेश चतुर्वेदी, रज्जन चतुर्वेदी, अनुज राजपूत (ब्लॉक सचिव), गौरव राजपूत (जिला महासचिव युवा), सौरभ ठाकुर (नगर उपाध्यक्ष), संतोष दुबे, रामकुमार, विक्रांत चतुर्वेदी सहित कई किसान मौजूद रहे।
किसान संगठन ने स्पष्ट किया कि वे किसान–विरोधी नीतियों और अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे और कन्नौज (Kannauj) प्रशासन का ढुलमुल रवैया जारी रहा तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।