Kasganj जलभराव समस्या पर स्थानीय प्रशासन करे ध्यान, बरसात में होगी स्थिति और गंभीर।
जयचंद (संवाददाता): खबर उत्तर प्रदेश के Kasganj से है, जहां जिले के पटियाली तहसील क्षेत्र के सिढ़पुरा ब्लॉक कबगांव कुचरानी में जलभराव की समस्या से ग्रामीण बेहद परेशान हैं, ग्रामीण इससे पूर्व में शिकायत भी कर चुके हैं लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
Kasganj के सिढ़पुरा ब्लॉक में जलभराव
Kasganj के गांव की नालियों का पानी पहले खेत मे जाता था,लेकिन खेत मालिक के खेत मे फसल करने के बाद पानी को रोक दिया गया। जिससे अब पानी का कहीं भी निकास नहीं है, जिसकी वजह से नालियों का पानी अब खेत की जगह सड़क पर ही रहता है, और एक जगह जलभराव भी हो जाता है।
जलभराव और मच्छरों से स्वास्थ्य संबंधी खतरे
Kasganj ग्रामीणों का कहना है कि आने वाले समय में बरसात का मौसम आने वाला है जिसकी वजह से जलभराव और अधिक होगा। और पानी का एक जगह ठहराव होने की वजह से मच्छर भी पनपेंगे,और बीमारियां भी दस्तक देंगी, नाली का निर्माण होने के बाद ही नाली के पानी का निकास सम्भव है।

जलभराव की समस्या ने ग्रामीणों की परेशानी
उत्तर प्रदेश के Kasganj जिले के सिढ़पुरा ब्लॉक कबगांव कुचरानी में जलभराव की समस्या ने ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी है। खेत मालिकों द्वारा पानी के मार्ग को रोकने के कारण नालियों का पानी सड़क पर ही जमा हो जाता है। बरसात में जलभराव बढ़ने से मच्छर और बीमारियां फैलने का खतरा है।
बरसात से पहले Kasganj जलभराव
Kasganj जिले के सिढ़पुरा ब्लॉक कबगांव कुचरानी में जलभराव की समस्या ने ग्रामीणों का जीवन अत्यंत कठिन बना दिया है। नालियों के पानी का खेतों में जाने की बजाय रुक जाना और सड़कों पर जलभराव होना, ग्रामीणों की दिनचर्या को बाधित कर रहा है। बारिश के मौसम में यह समस्या और भी विकट रूप ले लेगी।
विभिन्न बीमारियां भी फैलने का खतरा
जिससे न केवल मच्छरों का प्रकोप बढ़ेगा बल्कि विभिन्न बीमारियां भी फैलने का खतरा होगा। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन कम से कम 50 मीटर लंबी नाली का निर्माण तुरंत कर जलभराव की समस्या को स्थायी रूप से समाप्त करे। यदि इस दिशा में त्वरित कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले समय में Kasganj के ग्रामीणों को और भी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
जलभराव की समस्या का समाधान केवल नाली निर्माण के माध्यम से ही संभव है, इसलिए संबंधित विभाग को ग्रामीणों की आवाज़ सुननी चाहिए और इस गंभीर समस्या का त्वरित समाधान निकालना चाहिए। जलभराव मुक्त और स्वच्छ वातावरण ग्रामीणों के स्वास्थ्य व जीवन स्तर के लिए आवश्यक है।