Kasganj Me Ramleela Manch Ki Maryada Tar-Tar
कासगंज (संवाददाता जयचंद्र) : कासगंज (Kasganj) जिले के गंजडुंडवारा कस्बे के रामलीला मैदान से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने धार्मिक आयोजनों की पवित्रता और मर्यादा पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। भगवान राम के दरबार के मंच पर ही बार बालाओं ने अश्लील डांस किया, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए। इस घटना ने न केवल श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत किया है बल्कि आयोजकों और पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

रामलीला मंच पर फूहड़ नृत्य से आहत आस्थाएं
सूत्रों के अनुसार, कासगंज (Kasganj) के गंजडुंडवारा कस्बे में कई दिनों से रामलीला कार्यक्रम के दौरान बीच-बीच में अश्लील डांस कराया जा रहा था। मंच पर भगवान श्रीराम, सीता और अन्य पात्रों का अभिनय चल रहा था और उसी बीच बार बालाओं को बुलाकर फूहड़ गानों पर ठुमके लगवाए गए।
इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, महिलाएं और बच्चे मौजूद थे। नाबालिगों के सामने हुए इस अश्लील प्रदर्शन ने लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाई। श्रद्धालुओं ने इसे रामलीला की पवित्र परंपरा का अपमान करार दिया और कड़ी निंदा की।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
रामलीला के मंच से अश्लील डांस का वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। नगरवासियों ने इसे लेकर रामलीला कमेटी और स्थानीय पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। लोगों का कहना है कि कई दिनों से यह सब चल रहा था, लेकिन पुलिस और आयोजक मौन बने रहे।
लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर गुस्सा जाहिर किया और सवाल उठाए कि आखिरकार धार्मिक आयोजन की आड़ में इस तरह की अश्लीलता क्यों होने दी जा रही है।
पुलिस और रामलीला कमेटी पर सवाल
स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के समय पुलिसकर्मी भी मौके पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने इसे रोकने की कोई कोशिश नहीं की। इससे नाराजगी और ज्यादा बढ़ गई। नगरवासियों का कहना है कि जब पुलिस की मौजूदगी में ही मंच पर अश्लीलता हो रही है तो जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की उम्मीद कैसे की जाए।
रामलीला कमेटी की भूमिका पर भी लोगों ने सवाल उठाए हैं। आयोजन समिति की अनुमति और सहयोग के बिना मंच पर इस तरह के कार्यक्रम कराना संभव नहीं है। इससे यह अंदेशा जताया जा रहा है कि कमेटी भी इस पूरे मामले में शामिल रही होगी।
नगरवासियों का विरोध और आक्रोश
कासगंज (Kasganj) जिले के गंजडुवारा में घटना के बाद कस्बे के लोगों और सामाजिक संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया है। उनका कहना है कि रामलीला जैसे धार्मिक आयोजन का उद्देश्य समाज को आदर्श, मर्यादा और संस्कारों से जोड़ना होता है, लेकिन इस घटना ने उसकी पवित्रता को कलंकित कर दिया।
लोगों ने कासगंज (Kasganj) जिला प्रशासन से मांग की है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए कड़े इंतजाम किए जाएं।
धार्मिक भावनाओं को ठेस और समाज पर असर
कासगंज (Kasganj) जिले के गंजडुवारा रामलीला में हुए अश्लील नृत्य ने न केवल श्रद्धालुओं की आस्था को चोट पहुँचाई है बल्कि समाज पर भी नकारात्मक प्रभाव डाला है। बच्चे और महिलाएं, जो रामलीला देखने पहुंचे थे, उन्हें फूहड़ डांस देखने पर मजबूर होना पड़ा। इससे आने वाली पीढ़ी के लिए गलत संदेश जाने का खतरा है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
कासगंज (Kasganj) जिले के लोगों का कहना है कि प्रशासन ने इस मामले में समय रहते कोई हस्तक्षेप नहीं किया। जबकि पहले भी कई बार धार्मिक आयोजनों में अश्लील नृत्य कराए जाने की शिकायतें मिल चुकी हैं। इस बार मामला और गंभीर इसलिए है क्योंकि यह सब राम दरबार के मंच पर हुआ।
अब सवाल यह है कि जब पुलिस मौके पर मौजूद थी तो आखिरकार इस कार्यक्रम को रोका क्यों नहीं गया। क्या प्रशासन की यह चुप्पी दोषियों को शह देने जैसा है?
आस्था बनाम अश्लीलता
कासगंज (Kasganj) की इस घटना ने एक बार फिर धार्मिक आयोजनों की पवित्रता और मर्यादा को बनाए रखने की चुनौती को सामने ला खड़ा किया है। जिस रामलीला मंच से समाज को आदर्श और मर्यादा सीखनी चाहिए, उसी पर अश्लील डांस कराना न केवल धार्मिक भावनाओं का अपमान है बल्कि संस्कृति पर भी गहरी चोट है।
अब यह देखना होगा कि कासगंज (Kasganj) प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर पाता है या नहीं। फिलहाल नगरवासियों का आक्रोश जारी है और वे न्याय की उम्मीद लगाए हुए हैं।