Kasganj Police and Villagers Clashing in Dayoraiya Village"
उत्तर प्रदेश के Kasganj में पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक विवाद, सीओ की कार्रवाई पर सवाल
जयचंद (संवाददाता): उत्तर प्रदेश के Kasganj जिले के कोतवाली पटियाली क्षेत्र के दयोरईया गांव में पुलिस और ग्रामीणों के बीच एक बड़ा विवाद सामने आया है। शुक्रवार रात को मूलचंद्र के घर में चोरी की घटना हुई थी, जिसके बाद Kasganj पुलिस शनिवार को जांच के लिए गांव पहुंची। इस दौरान पुलिस और स्थानीय ग्रामीणों के बीच नोकझोंक हुई, जो बाद में हाथापाई में बदल गई।
सीओ राजकुमार पांडे पर आरोप, वायरल वीडियो ने मचाई हलचल
विवाद के दौरान पटियाली सर्किल के सीओ, राजकुमार पांडे ने एक ग्रामीण को गिराकर पीटने की कार्रवाई की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें सीओ की अत्यधिक सख्त कार्रवाई देखी जा सकती है। इसके बाद, ग्रामीणों ने पुलिस पर मारपीट और उनके घरों में तोड़फोड़ का आरोप लगाया। कई लोग घायल भी हुए हैं और इस घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैलाया है।
Kasganj में पुलिस बल तैनात, घटना पर राजनीतिक संगठनों का विरोध
दरअसल घटना के बाद से कासगंज जिले के दयोरईया गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि स्थिति को शांत किया जा सके। हालांकि, राजनीतिक संगठनों ने Kasganj सीओ की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं और उनकी आलोचना की है। ये संगठनों का कहना है कि पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई अत्यधिक थी और इसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
सीओ राजकुमार पांडे के खिलाफ पहले भी उठ चुके हैं सवाल
सीओ राजकुमार पांडे का कार्यकाल पहले भी विवादों में रहा है। उनकी कार्यशैली पर कई बार सवाल उठ चुके हैं और इससे पहले भी ग्रामीण, सामाजिक संगठन और किसान नेता उनकी कार्यशैली के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर चुके हैं। हालांकि, अब तक उनके खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे लोगों में निराशा और आक्रोश फैल रहा है।
कासगंज में पुलिस की कार्रवाई पर ग्रामीणों का गुस्सा
Kasganj में पुलिस की कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा लगातार बढ़ रहा है। उनका कहना है कि पुलिस ने चोरी की घटना के बाद जांच के नाम पर अत्यधिक बल प्रयोग किया और उनके घरों में तोड़फोड़ की। यह हिंसक घटना एक गंभीर सवाल खड़ा करती है कि क्या पुलिस की कार्यशैली सही दिशा में चल रही है या इसे सुधारने की आवश्यकता है।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से विवाद और बढ़ा
सीओ द्वारा एक ग्रामीण को पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने और तूल पकड़ी। यह वीडियो घटना के समय की स्थिति को स्पष्ट करता है और दिखाता है कि Kasganj पुलिस ने बिना किसी कारण के अत्यधिक हिंसा का सहारा लिया। इसके बाद से ग्रामीणों के बीच पुलिस के खिलाफ गुस्सा और बढ़ गया है।
कासगंज में तनावपूर्ण माहौल, पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
बता दे कि घटना के बाद से Kasganj जिले में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस प्रशासन द्वारा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल तैनात किया गया है, लेकिन अब भी गांव में लोग नाखुश हैं। ग्रामीणों और राजनीतिक संगठनों द्वारा लगातार सीओ की कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं, और अब इस मामले में उचित जांच और कार्रवाई की मांग उठ रही है।
Kasganj जिले के दयोरईया गांव में पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुए हिंसक विवाद ने पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। सीओ राजकुमार पांडे की अत्यधिक सख्त कार्रवाई और एक ग्रामीण को पीटने का वायरल वीडियो इस विवाद को और बढ़ा गया है। Kasganj पुलिस द्वारा किए गए अत्यधिक बल प्रयोग पर सवाल उठ रहे हैं और ग्रामीणों द्वारा मारपीट और तोड़फोड़ के आरोप लगाए जा रहे हैं।
इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि पुलिस प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। राजनीतिक संगठनों और सामाजिक समूहों ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, और अब ग्रामीणों तथा जनसमूह की ओर से सीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। हालांकि, अभी तक इस मामले में किसी भी तरह की कठोर कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे लोगों में निराशा और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
Kasganj में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन को अपनी कार्यशैली में सुधार करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसे विवादों से बचा जा सके और ग्रामीणों के अधिकारों का संरक्षण किया जा सके। इस पूरे घटनाक्रम ने यह भी साबित कर दिया है कि प्रशासन को अपनी कार्रवाई में संवेदनशीलता और संयम बनाए रखना चाहिए, ताकि कानून व्यवस्था की स्थिति को सुलझाया जा सके और किसी भी प्रकार की हिंसा से बचा जा सके।