Rakesh Tikait की हूटिंग पर किसानों का आक्रोश, महापंचायत के लिए रवाना हुए किसान
गति दिवस मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता Rakesh Tikait के साथ हुई हूटिंग और धक्का-मुक्की ने किसानों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। बता दे कि इस घटना के बाद, शामली जिले के किसान Rakesh Tikait का समर्थन करने के लिए एकजुट हो गए हैं और अब वे मुजफ्फरनगर में आयोजित होने वाली महापंचायत में भाग लेने के लिए रवाना हो चुके हैं।
Rakesh Tikait की महापंचायत में लिया जाएगा महत्वपूर्ण निर्णय
वही किसानों का कहना है कि महापंचायत में जो भी निर्णय लिया जाएगा, वही उनके आगे की रणनीति को तय करेगा। वे अपने नेता Rakesh Tikait के सम्मान के लिए जी-जान से संघर्ष करने के लिए तैयार हैं। उनका उद्देश्य किसान आंदोलन को मजबूती प्रदान करना और अपने नेता के सम्मान की रक्षा करना है।
महापंचायत में भाग लेने के लिए रवाना हुए सैकड़ों किसान
भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के साथ सैकड़ों किसान महापंचायत में भाग लेने के लिए मुजफ्फरनगर रवाना हो गए हैं। उनका मानना है कि यह महापंचायत किसानों के हक और अधिकारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। बता दे कि इस महापंचायत में Rakesh Tikait के नेतृत्व में किसानों के मुद्दों पर चर्चा होगी और आगामी संघर्ष की रणनीति बनाई जाएगी।

किसानों का स्पष्ट संदेश – राकेश टिकैत का अपमान नहीं सहेंगे
किसान यह स्पष्ट कर चुके हैं कि वे किसान नेता Rakesh Tikait का अपमान किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। मुजफ्फरनगर में हुई घटना के बाद, किसान एकजुट होकर अपने नेता के साथ खड़े हैं और उनके सम्मान की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे। महापंचायत के बाद, किसान अपनी आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे और एक मजबूत आंदोलन की दिशा तय करेंगे।
महापंचायत में उठेंगे अहम मुद्दे
महापंचायत में किसानों के कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें प्रमुख हैं:
Rakesh Tikait का सम्मान: किसानों का कहना है कि राकेश टिकैत का सम्मान उनकी संघर्ष का अहम हिस्सा है।
किसानों के अधिकारों की रक्षा: किसानों की आवाज को ताकत देने के लिए जरूरी निर्णय लिए जाएंगे।
आंदोलन की नई दिशा: महापंचायत के दौरान आंदोलन की नई दिशा और रणनीति पर विचार किया जाएगा।
मुजफ्फरनगर में Rakesh Tikait के खिलाफ हुई हूटिंग और धक्का-मुक्की की घटना ने किसानों में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है। इस घटना के बाद, किसानों ने एकजुट होकर राकेश टिकैत के सम्मान की रक्षा करने का संकल्प लिया है। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के साथ सैकड़ों किसान अब महापंचायत में भाग लेने के लिए रवाना हो चुके हैं। महापंचायत में जो भी निर्णय लिया जाएगा, वही किसानों के भविष्य की दिशा तय करेगा।
किसान यह स्पष्ट कर चुके हैं कि वे अपने नेता Rakesh Tikait का अपमान किसी भी हालत में सहन नहीं करेंगे और उनके सम्मान की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे। महापंचायत में उठने वाले मुद्दे किसानों के हक और अधिकारों से जुड़े होंगे, और इसमें लिए गए फैसले आंदोलन की आगे की रणनीति को प्रभावित करेंगे।
किसानों की एकजुटता और उनके संघर्ष के कारण यह महापंचायत एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, जो न सिर्फ राकेश टिकैत के सम्मान के लिए, बल्कि किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी निर्णायक साबित होगी।