SIR Ko Lekar Minister Ravindra Jaiswal Ka Bada Bayaan (Ghazipur)
गाजीपुर (संवाददाता पवन मिश्रा) : गाजीपुर (Ghazipur) यूपी के राज्यमंत्री रवीन्द्र जायसवाल ने शनिवार को जिले के दौरे के दौरान SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न) को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि विपक्ष SIR को लेकर अनावश्यक भ्रम फैला रहा है, जबकि यह प्रक्रिया केवल फर्जी मतदाताओं की पहचान के लिए चल रही है। उन्होंने विपक्ष पर जातिगत राजनीति करने का आरोप भी लगाया।

SIR पर मंत्री का बयान: “वोट नहीं कट रहे, फर्जी मतदाता छांटे जा रहे हैं”
गाजीपुर (Ghazipur) में प्रेस से बातचीत करते हुए मंत्री रवीन्द्र जायसवाल ने कहा कि SIR को विपक्ष गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहा है, जबकि इसका उद्देश्य सिर्फ मतदाता सूची को साफ-सुथरा बनाना है।
उन्होंने कहा—
“एसआईआर से वोट नहीं काटा जा रहा, बल्कि फर्जी वोटों को छांटा जा रहा है। चुनाव आयोग पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए यह प्रक्रिया चला रहा है।”
मंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार चुनाव के दौरान उन्होंने क्षेत्र में व्यापक दौरे किए थे और
“एक भी वोटर ऐसा नहीं मिला जिसने कहा हो कि मेरा नाम काट दिया गया है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे लोग जो अवैध रूप से देश में दाखिल हुए हैं, उन्हें किसी भी प्रकार का सरकारी लाभ मिलना उचित नहीं है।
“जो लोग अवैध रूप से भारत में आए हैं, उन्हें लाभ लेने का कोई अधिकार नहीं है।”
मंत्री के इस बयान ने राजनीतिक माहौल को एक बार फिर गर्म कर दिया है।
विपक्ष पर तीखा हमला: “जाति का ज़हर फैलाना ही विपक्ष का एजेंडा”
गाजीपुर (Ghazipur) से मंत्री रवीन्द्र जायसवाल ने विपक्ष की रणनीतियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब उनके पास विकास का कोई मुद्दा नहीं होता, तो वे जाति और समुदाय का ज़हर फैलाने का काम करते हैं।
उन्होंने कहा—
“विपक्ष के पास जाति समुदाय का जहर पैदा करने के अलावा कोई एजेंडा नहीं बचा है।”
मंत्री ने कहा कि भाजपा विकास के मुद्दों पर राजनीति करती है जबकि विपक्ष केवल भ्रम और जातिगत ध्रुवीकरण में विश्वास करता है।
बैठकें, दौरा और समीक्षा: विकास योजनाओं पर दिया जोर
अपने गाजीपुर (Ghazipur) दौरे के दौरान मंत्री ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया और आगामी योजनाओं के क्रियान्वयन को तेज करने का संदेश दिया।
इसके बाद उन्होंने गाजीपुर (Ghazipur) जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें विकास योजनाओं, सरकारी परियोजनाओं, सड़क, बिजली, स्वास्थ्य और जनकल्याण से जुड़ी स्कीमों की प्रगति की गहन समीक्षा की गई।
अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि
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योजनाओं का लाभ समय पर जनता तक पहुंचे,
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भ्रष्टाचार और लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी,
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और जनता की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
SIR की प्रक्रिया क्या है? क्यों बढ़ी राजनीति?
SIR यानी Special Intensive Revision के तहत चुनाव आयोग
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मतदाता सूची का सत्यापन करता है
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फर्जी, मृत या दोहरी प्रविष्टियों को हटाता है
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वास्तविक मतदाताओं की संख्या को अपडेट करता है
यूपी में SIR को लेकर विपक्ष का आरोप रहा है कि विशेष समुदाय के वोट काटे जा रहे हैं, जबकि सत्ता पक्ष इसे पूरी तरह निराधार और राजनीतिक दुष्प्रचार बताता रहा है।
जिले में बढ़ी राजनीतिक गर्मी
मंत्री के बयानों के बाद गाजीपुर (Ghazipur) के राजनीतिक माहौल में हलचल बढ़ गई है। विपक्ष जहां इसे सरकार की “मतदाता छांटने की राजनीति” करार दे रहा है, वहीं सत्तापक्ष इसे चुनावी पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम बता रहा है।