SSP Sanjay Kumar Verma Muzaffarnagar
मुजफ्फरनगर (संवाददाता गौरव चौटाला) : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में शुक्रवार रात एक बड़ी मुठभेड़ हुई, जिसमें एक लाख रुपये का इनामी डकैत महताब उर्फ गलकटा मारा गया। घटना थाना बुढ़ाना क्षेत्र के परासोली जंगल की है, जहां पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर घेराबंदी की थी।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में सूत्रों के मुताबिक, 14 सितंबर को बुढ़ाना कस्बा निवासी नेमचंद वर्मा के घर हुई डकैती का मुख्य आरोपी महताब क्षेत्र में देखा गया था। पुलिस ने सूचना के बाद उसे पकड़ने के लिए अभियान चलाया। जैसे ही पुलिस ने महताब को घेरा और आत्मसमर्पण करने को कहा, उसने फायरिंग शुरू कर दी। दोनों पक्षों के बीच करीब 20 राउंड गोली चली।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में हुई इस मुठभेड़ में परासोली चौकी इंचार्ज ललित कसाना और कांस्टेबल अलीम भी घायल हो गए। घायल बदमाश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वही घायल पुलिस कर्मियों का उपचार जारी है।

बरामद हथियार और लूटा हुआ माल
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस ने मृतक महताब के पास से एक पिस्टल, एक रिवाल्वर, भारी मात्रा में कारतूस, एक मोटर साइकिल और लूटी हुई सोने-चांदी की ज्वेलरी बरामद की है। पुलिस के मुताबिक, बरामद ज्वेलरी में डेढ़ किलो चांदी और तीन तोला सोना शामिल है, जिसकी कीमत लाखों में है।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने बताया कि महताब शामली जनपद के थाना भवन का निवासी था और उसके खिलाफ 18 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। वह खुद का गैंग बनाकर लूट और डकैती की घटनाओं को अंजाम देता था। उसके खिलाफ एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
घटना से बढ़ा सुरक्षा तनाव और प्रशासन की प्रतिक्रिया
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले की घटना के बाद पूरे इलाके में पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है। ग्रामीणों में इस घटना को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ लोग इसे पुलिस की बड़ी सफलता मान रहे हैं, तो कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि ऐसे अपराधी लंबे समय तक इलाके में कैसे सक्रिय रह पाए।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह मुठभेड़ पूरी तरह से एक सुनियोजित अभियान का हिस्सा थी। महताब जैसे शातिर अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने कई दिन तक गुप्त निगरानी रखी थी। इस दौरान इलाके में लगातार गश्त बढ़ाई गई थी और मुखबिरों से जानकारी जुटाई जा रही थी। इस कार्रवाई से पुलिस को न केवल एक बड़े अपराधी को समाप्त करने में सफलता मिली है, बल्कि यह इलाके में भय और सुरक्षा की भावना को भी बढ़ाएगा। हालांकि, पुलिस कर्मियों के घायल होने से यह घटना यह भी दर्शाती है कि ऐसे अभियानों में सुरक्षा बलों के लिए जोखिम हमेशा बना रहता है।
पुलिस की बड़ी सफलता और भविष्य की रणनीति
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा कि महताब जैसे शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने और उसके गैंग को तोड़ने से क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगेगा।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस ने यह भी कहा कि जिले में ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए भविष्य में और ज्यादा सतर्कता बरती जाएगी और गश्त अभियान तेज किया जाएगा।
मुठभेड़ से कानून-व्यवस्था को मिला बल
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस की यह मुठभेड़ यह साबित करती है कि वह अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए तैयार है। एक लाख रुपये के इनामी बदमाश की मौत और हथियारों की बरामदगी से पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है, लेकिन यह सवाल भी उठता है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ पहले क्यों कार्रवाई नहीं हुई।
अब यह देखना होगा कि पुलिस इस सफलता का किस तरह फायदा उठाती है और इलाके में अपराध दर को कम करने के लिए और कौन-से कदम उठाए जाते हैं।