SP City Satyanarayan Prajapat Muzaffarnagar
मुजफ्फरनगर संवाददाता गौरव चौटाला (Muzaffarnagar) उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जनपद से ऑनर किलिंग का एक दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां दो नाबालिग भाइयों ने अपनी ही बहन पर हमला कर उसे मौत के घाट उतारने की कोशिश की। इस हमले में जहां बहन गंभीर रूप से घायल हो गई, वहीं उसका 11 माह का मासूम बेटा अभिषेक जिंदगी की बाज़ी हार गया। घटना ने न केवल इलाके को दहला दिया है बल्कि समाज में अब भी मौजूद ‘इज्जत के नाम पर हत्या’ की कुप्रथा पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पीड़िता महिला, जिसका नाम छोटी उर्फ गुड्डी बताया जा रहा है, बागपत जिले की रहने वाली है। उसने करीब दो साल पहले अपने ही परिवार के रिश्ते में भाई से प्रेम विवाह किया था। परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था और तब से छोटी के दोनों भाई मौके की तलाश में थे।

हमला उस वक्त हुआ जब पति जेल में था
जानकारी के अनुसार, सोमवार देर रात दोनों भाइयों ने मौका पाकर अपनी बहन के घर धावा बोल दिया। उस समय छोटी का पति जेल में बंद था और वह अपने मासूम बेटे के साथ घर पर अकेली थी। आरोप है कि दोनों भाइयों ने पहले अपनी बहन पर हमला किया और मारपीट शुरू कर दी। शोर-शराबे और विरोध के बीच मासूम बच्चा अभिषेक नीचे गिर गया। इसके बाद आरोपियों ने उसकी सांसें दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
छोटी गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे पुलिस और परिजन तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे। स्थानीय डॉक्टरों ने हालत नाजुक देखकर उसे दिल्ली रेफर कर दिया, जहां वह जिंदगी और मौत से जूझ रही है।
पुलिस की तत्परता, नाबालिग आरोपी गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलते ही थाना कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और तत्काल केस दर्ज कर जांच शुरू की गई। मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों नाबालिग भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक (सिटी) मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) सत्यनारायण प्रजापत ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह घटना पूरी तरह से ऑनर किलिंग से जुड़ी हुई है। आरोपियों ने अपनी बहन द्वारा प्रेम विवाह किए जाने से नाराज होकर यह कदम उठाया। दोनों से गहन पूछताछ की गई और घटनास्थल से आला-कत्ल (हत्याकांड में प्रयुक्त वस्तु) बरामद कर लिया गया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला सच
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) एसपी सिटी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि घटना के दौरान जब महिला ने विरोध किया तो हाथापाई में बच्चा गिर गया और इसके बाद आरोपियों ने उसका नाक-मुंह दबाकर हत्या कर दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी बच्चे की मौत सफोकेशन (दम घुटने) से होने की पुष्टि हुई है।
वहीं, घायल महिला की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि उसे बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
समाज के लिए बड़ा सवाल
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) की यह घटना फिर एक बार यह सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर कब तक समाज में ‘इज्जत के नाम पर हत्या’ जैसे जघन्य अपराध होते रहेंगे। एक ओर जहां कानून प्रेम विवाह को वैधानिक मान्यता देता है, वहीं दूसरी ओर अब भी कई परिवार इसे सामाजिक अपमान मानते हुए खून खराबे पर उतर आते हैं।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी और न्यायालय में ठोस साक्ष्यों के साथ आरोपियों को पेश किया जाएगा।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) की यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है बल्कि समाज के लिए भी गहरी चिंता का विषय है। महज “इज्जत” बचाने की जिद ने जहां एक मासूम की जान ले ली, वहीं एक मां अपनी जिंदगी की जंग लड़ रही है। सवाल यह है कि कब तक बेटियां और मासूम बच्चे इस तरह की सामंती सोच का शिकार होते रहेंगे।