PMAY Awas Yojana Aishbagh Lucknow Flats
लखनऊ के ऐशबाग में PMAY के तहत फ्लैट निर्माण की तैयारी शुरू!
राजधानी लखनऊ के ऐशबाग क्षेत्र में गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) अब PMAY के तहत यहां पर फ्लैट निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा चुका है। इस योजना का उद्देश्य शहरी गरीबों को सुरक्षित और स्थायी आवास उपलब्ध कराना है।
जमीन का सर्वे और नियोजन के लिए बनी समिति
निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने पाया कि प्रस्तावित भूमि पर वर्तमान में कुछ परिवार झोपड़ियों और टिनशेड में रह रहे हैं। साथ ही, कई स्थानों पर अवैध रूप से दुकानें भी चलाई जा रही हैं। इसे देखते हुए उन्होंने अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने भूमि के सही उपयोग और नियोजन के लिए एक पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है। यह समिति एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
इस समिति में LDA के तकनीकी विशेषज्ञ, योजना अधिकारी, भूमि रिकॉर्ड अधिकारी और अन्य संबंधित विभागों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इनकी रिपोर्ट के आधार पर निर्माण कार्य की रूपरेखा तय की जाएगी।
क्या है PMAY?
PMAY (शहरी) की शुरुआत 2015 में की गई थी, जिसका लक्ष्य 2022 तक ‘सबके लिए घर’ उपलब्ध कराना था। अब यह योजना बढ़ाकर 2026 तक जारी रखी गई है। इस PMAY के अंतर्गत सरकार शहरी क्षेत्रों में गरीब, निम्न और मध्यम वर्ग के लोगों को रियायती दर पर आवास मुहैया कराती है।
लखनऊ जैसे तेजी से बढ़ते शहरों में PMAY के तहत फ्लैट निर्माण से बड़ी संख्या में लोगों को लाभ मिलेगा। खासकर उन परिवारों को जो वर्षों से अस्थायी झोपड़ियों में जीवन बिता रहे हैं।

अतिक्रमण हटाने की होगी कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा कि जमीन पर किए गए अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जल्द से जल्द शुरू की जाए, ताकि PMAY में कोई बाधा न आए।
स्थानीय लोगों को भी सूचना दी जाएगी और उन्हें समय दिया जाएगा ताकि वे वैकल्पिक व्यवस्था कर सकें। साथ ही, सरकार की अन्य पुनर्वास योजनाओं का लाभ भी प्रभावित परिवारों को दिया जा सकता है।
क्या होगा निर्माण का स्वरूप?
अभी तक जो प्रारंभिक योजना सामने आई है, उसके अनुसार इस भूमि पर बहु-मंजिला इमारतें बनाई जाएंगी। प्रत्येक फ्लैट में दो कमरे, एक रसोईघर, शौचालय और बालकनी की व्यवस्था होगी। साथ ही परिसर में पार्किंग, बच्चों के खेलने का स्थान और हरित क्षेत्र भी विकसित किया जाएगा।
निर्माण की प्रक्रिया में पर्यावरणीय मानकों और भवन निर्माण के नवीनतम नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। फ्लैटों का आवंटन ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से पारदर्शिता के साथ किया जाएगा।
स्थानीय निवासियों में उम्मीद की किरण
इस खबर के सामने आने के बाद ऐशबाग के आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों में एक नई उम्मीद जगी है। वर्षों से झोपड़ियों में जीवन बिता रहे कई परिवार अब अपने पक्के मकान का सपना साकार होता देख रहे हैं। स्थानीय निवासी रिजवान अली कहते हैं, “हमारे बच्चे अब टपकती छत के नीचे नहीं, एक पक्के घर में पढ़ाई करेंगे। ये हमारे लिए सपने के सच होने जैसा है।
PMAY के अंतर्गत ऐशबाग में फ्लैट निर्माण का यह प्रयास सिर्फ एक विकास परियोजना नहीं, बल्कि सैकड़ों परिवारों के जीवन में बदलाव की एक मजबूत पहल है। यदि यह योजना निर्धारित समय में पूरी होती है, तो यह क्षेत्र लखनऊ का एक नया आधुनिक हाउसिंग हब बन सकता है।