Kushinagar Me Hota Ghatiya Sadak Nirmaan
कुशीनगर (संवाददाता आसिफ खान ) : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर (Kushinagar) जनपद के हाटा नगर पालिका परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 19 से घटिया सड़क निर्माण का एक गंभीर मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस वार्ड में बनाई जा रही सड़क में मानक के विपरीत घटिया सीमेंट का प्रयोग किया गया है। सड़क निर्माण का यह कार्य नगर पालिका प्रशासन की आंखों के नीचे चल रहा था, लेकिन किसी अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण तक करना जरूरी नहीं समझा।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि सड़क की ढलाई के दौरान जिस सीमेंट का उपयोग किया गया, वह बेहद खराब किस्म की थी। सड़क का निर्माण मानक नियमों के विपरीत किया गया है, जिससे आने वाले कुछ ही महीनों में सड़क टूटने की संभावना है। ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क जनता के टैक्स के पैसे से बनाई जा रही है, लेकिन ठेकेदार ने भ्रष्टाचार के चलते रेत और सीमेंट का अनुपात बिगाड़कर काम को खराब किया है।
लोगों ने यह भी कहा कि सड़क पर डाले गए कंक्रीट का रंग और घनत्व देखकर ही यह साफ नजर आ रहा था कि इसमें मानक गुणवत्ता वाली सामग्री का प्रयोग नहीं हुआ। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि यह प्रशासन की लापरवाही और ठेकेदार की मनमानी का नतीजा है कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही है।

अधिशाषी अधिकारी का नहीं हुआ निरीक्षण, ठेकेदार और सुपरवाइजर की मिलीभगत उजागर
कुशीनगर (Kushinagar) में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि नगर पालिका हाटा के अधिशाषी अधिकारी ने अब तक इस निर्माण कार्य का निरीक्षण तक नहीं किया। अधिकारियों की इस चुप्पी ने ठेकेदारों को खुली छूट दे दी है, जिससे वे मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं।
मौके पर काम कर रहे मजदूरों ने भी बताया कि सड़क ढलाई में निम्न गुणवत्ता की सीमेंट का इस्तेमाल किया जा रहा है। जब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तो ठेकेदार के सुपरवाइजर ने उल्टा उन्हें ही धमकाने की कोशिश की।
मीडिया टीम के मौके पर पहुंचने पर ठेकेदार ने कैमरे के सामने दावा किया कि “यह सड़क बीस साल तक नहीं टूटेगी”, लेकिन जब रिपोर्टर ने सीमेंट की गुणवत्ता और मिक्सिंग पर सवाल पूछा तो सुपरवाइजर कैमरे से बचते हुए भाग गया।
यह दृश्य देखकर यह साफ हो गया कि कहीं न कहीं निर्माण कार्य में गड़बड़ी की जा रही है और ठेकेदार इस पूरे मामले से बचने की कोशिश कर रहा है।
कुशीनगर (Kushinagar) के स्थानीय नागरिकों ने कहा कि जब जिम्मेदार अधिकारी मौके पर आकर काम की निगरानी ही नहीं करेंगे, तो ठेकेदार अपनी मनमानी करेंगे। लोगों ने आरोप लगाया कि अधिकारी और ठेकेदार की मिलीभगत से जनता के पैसे की बर्बादी हो रही है।
जनता में आक्रोश, जांच और कार्रवाई की उठी मांग
घटिया सड़क निर्माण के इस मामले को लेकर हाटा नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर 19 के लोगों में भारी आक्रोश है।
निवासियों का कहना है कि नगर पालिका प्रशासन को तुरंत सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच करानी चाहिए और जो भी दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जांच नहीं हुई तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
लोगों ने बताया कि कुशीनगर (Kushinagar) नगरपालिका के अधिकारी इस सड़क का निरीक्षण करने तक नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में यह स्पष्ट है कि नगर पालिका प्रशासन या तो इस काम में रुचि नहीं ले रहा या फिर मिलीभगत के चलते आंखें मूंदे हुए है।
स्थानीय निवासी राजेश कुमार ने बताया, “यह सड़क बनने से पहले ही टूटने की कगार पर है। हम चाहते हैं कि प्रशासन इस मामले की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराए।”
इसी बीच कई कुशीनगर (Kushinagar) के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी आवाज उठाई है कि हाटा नगर पालिका में भ्रष्टाचार और लापरवाही चरम पर है, और यह मामला उसी का उदाहरण है।
लोगों ने मांग की है कि जिला अधिकारी कुशीनगर (Kushinagar) स्वयं इस मामले का संज्ञान लेकर तकनीकी टीम भेजें ताकि सड़क की गुणवत्ता की जांच कराई जा सके।
लापरवाही और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा विकास कार्य
कुशीनगर (Kushinagar) के हाटा नगर पालिका क्षेत्र का यह मामला कोई पहला नहीं है, जब मानक नियमों की अनदेखी कर सड़क निर्माण किया गया हो। जनता के पैसे से बनी यह सड़क अगर कुछ महीनों में टूट जाती है, तो यह न केवल धन की बर्बादी है बल्कि प्रशासनिक उदासीनता का प्रमाण भी है।
फिलहाल, जनता ने साफ कर दिया है कि अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो वे आवाज उठाने से पीछे नहीं हटेंगे। अब यह देखना होगा कि कुशीनगर (Kushinagar) प्रशासन इस घटिया निर्माण और भ्रष्टाचार के मामले में क्या कदम उठाता है — क्या दोषियों पर कार्रवाई होगी या यह मामला भी अन्य कई मामलों की तरह “फाइलों में बंद” रह जाएगा।