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Rakesh Tikait बोले-सैनिकों के परिवारों का सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य!

Rakesh Tikait Soldiers Family Respect

Rakesh Tikait ने बताया कि सैनिकों के परिवारों को हर हाल में सम्मान मिलना चाहिए!”

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता Rakesh Tikait ने हाल ही में शामली क्षेत्र के ऊदपुर गांव में एक शादी समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने बातचीत में कहा कि जो सैनिक हमारी सीमाओं पर देश की रक्षा कर रहे हैं, वे असली देशभक्त और सपूत हैं। राकेश टिकैत ने इस अवसर पर सैनिकों और उनके परिवारों को सम्मान देने की अहमियत पर जोर दिया।

Rakesh Tikait बोले सैनिकों का सम्मान, समाज का कर्तव्य

Rakesh Tikait ने कहा, “हमारे जवान जो सरहद पर अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा करते हैं, उनका सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य है।” उन्होंने यह भी कहा कि सैनिकों के परिवारों को समाज में जो सम्मान मिलना चाहिए, वह न सिर्फ एक संस्कार है, बल्कि यह हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी भी है।

शर्मनाक घटनाएं, जो चिंता का कारण

बता दे कि हाल ही में कुछ वायरल वीडियो ने एक नई बहस को जन्म दिया है। इन वीडियो में सैनिकों के परिवारों के साथ गांवों में भूमि विवाद और मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं। Rakesh Tikait ने इन घटनाओं को शर्मनाक बताते हुए कहा, “यह हमारे समाज की चिंता का विषय है कि जब कोई जवान सीमाओं पर दुश्मनों से लड़ रहा हो, तो उसके परिवार को अपमान या प्रताड़ना का सामना करना पड़े।”

दरअसल उन्होंने यह भी बताया कि सैनिकों के परिवारों के साथ इस तरह की घटनाओं का होना न सिर्फ अनुशासनहीनता की निशानी है, बल्कि यह हमारे सामाजिक ताने-बाने के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है। यह पूरे देश के लिए एक चिंता का विषय है कि कैसे कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए ऐसे असंवेदनशील और अमानवीय काम कर रहे हैं।

"Rakesh Tikait Soldiers Family Respect
Rakesh Tikait ne sainikon aur unke parivaron ke samman ki mahatta par zor diya.”

सैनिकों के परिवारों को उचित सम्मान मिलना चाहिए

Rakesh Tikait ने इस बात पर जोर दिया कि सैनिकों और उनके परिवारों को उचित सम्मान मिलना चाहिए। उनके मुताबिक, “हमारे जवानों की यह जिम्मेदारी नहीं होनी चाहिए कि वे सीमा पर दुश्मनों से लोहा लें और उनके परिवारों को गांवों में अपमान झेलना पड़े।” यह स्थिति समाज की एक बड़ी विफलता को दर्शाती है। हर नागरिक का कर्तव्य बनता है कि वह सैनिकों और उनके परिवारों के प्रति सम्मान का भाव रखें।

समाज में बदलाव की आवश्यकता

Rakesh Tikait ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए समाज में एक बड़े बदलाव की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को समझना होगा कि सैनिक केवल सरहद पर लड़ते नहीं हैं, बल्कि उनके परिवार भी देश की रक्षा में योगदान देते हैं। अगर हम उनके साथ गलत व्यवहार करते हैं, तो हम अपने कर्तव्यों से पीछे हट रहे हैं।

किसान नेता Rakesh Tikait ने अपने बयान में यह स्पष्ट किया कि भारतीय सैनिकों और उनके परिवारों का सम्मान करना हमारे समाज की जिम्मेदारी है। जब हमारे जवान सरहद पर अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा कर रहे हैं, तब उनके परिवारों को अपमान या प्रताड़ना का सामना करना अत्यंत शर्मनाक है।

Rakesh Tikait ने यह भी कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से समाज में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, और यह सभी नागरिकों का कर्तव्य बनता है कि वे सैनिकों और उनके परिवारों का सम्मान करें। Rakesh Tikait के इस बयान ने न केवल सैनिकों के परिवारों के प्रति समाज का नजरिया बदलने की आवश्यकता को उजागर किया, बल्कि यह भी साबित किया कि हमें उनके योगदान को सही मायने में समझने और सम्मानित करने की जरूरत है।

सैनिकों के परिवारों के साथ हो रही घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए, उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए समाज में बड़ा बदलाव लाना जरूरी है। इसलिए, हम सभी को यह समझना होगा कि जब हम सैनिकों और उनके परिवारों को सम्मानित करते हैं, तो हम न केवल उनके बलिदान को मान्यता देते हैं, बल्कि पूरे समाज और राष्ट्र के लिए एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।

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