लखनऊ में सपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थामा RLD का दामन, जानिए क्या है बड़ा कारण!
लखनऊ में RLD का सक्रिय सदस्यता अभियान आयोजित किया गया, जिसमें समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने रालोद का दामन थाम लिया। यह अभियान रालोद की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अनिल दुबे की मौजूदगी में हुआ, जिन्होंने कार्यकर्ताओं का स्वागत किया।
RLD के सदस्यता अभियान का उद्देश्य
RLD सदस्यता अभियान 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर शुरू हुआ था। यह अभियान 15 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में सघन रूप से चलाया जाएगा। सोमवार को लखनऊ में आयोजित इस कार्यक्रम में सपा और कांग्रेस के कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने रालोद में सदस्यता ली और पार्टी के उद्देश्यों का समर्थन किया।
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी का योगदान
बता दे कि कार्यक्रम के दौरान, अनिल दुबे ने RLD के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी की सराहना करते हुए कहा कि उनकी अगुवाई में रालोद समाज में भाईचारे और समानता की भावना को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि रालोद हर वर्ग के साथ खड़ा है और विशेष रूप से किसानों के अधिकारों की लड़ाई में पार्टी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
रालोद के कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों की मौजूदगी
दरअसल इस कार्यक्रम में RLD के प्रदेश महासचिव मनोज सिंह चौहान और रोहित अग्रवाल भी विशिष्ट अतिथियों के रूप में मौजूद थे। इन नेताओं ने कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं से यह अपील की कि वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए रालोद के साथ मिलकर काम करें।

रालोद का सदस्यता अभियान क्यों है महत्वपूर्ण?
RLD का सदस्यता अभियान सपा और कांग्रेस जैसे प्रमुख दलों से जुड़े कार्यकर्ताओं को रालोद की तरफ आकर्षित कर रहा है। यह अभियान पार्टी के विस्तार और विकास के लिए एक अहम कदम है। 15 अक्टूबर तक चलने वाला यह अभियान पार्टी को पूरे प्रदेश में एक मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में स्थापित करेगा।
रालोद की आगामी योजना
RLD का उद्देश्य केवल सदस्यता बढ़ाना नहीं है, बल्कि पार्टी को हर वर्ग के अधिकारों के लिए काम करने के रूप में स्थापित करना है। अनिल दुबे ने कहा, “हमारा उद्देश्य एक ऐसा समाज बनाना है जिसमें सभी वर्गों को समान अधिकार मिलें।” रालोद के नेतृत्व में पार्टी किसानों के मुद्दों पर विशेष ध्यान देगी और समाज के अन्य कमजोर वर्गों के हितों के लिए संघर्ष करेगी।
RLD का यह सदस्यता अभियान प्रदेश में एक नई राजनीतिक दिशा को जन्म दे सकता है। पार्टी ने इस अभियान के माध्यम से सपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को जोड़कर एक मजबूत संदेश दिया है कि वह हर वर्ग के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। यह अभियान रालोद को प्रदेश में एक नई शक्ति के रूप में उभार सकता है।
दरअसल लखनऊ में आयोजित रालोद का सदस्यता अभियान पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। सपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का रालोद में शामिल होना न केवल पार्टी के विस्तार को दर्शाता है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नई शक्ति का उदय भी हो सकता है।
RLD के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के नेतृत्व में पार्टी समाज में भाईचारे और समानता की भावना को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह अभियान, जो 15 अक्टूबर तक चलेगा, रालोद को हर वर्ग के अधिकारों की रक्षा करने के लिए एक मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में स्थापित करेगा।
RLD का यह कदम प्रदेश में अपनी पकड़ को मजबूत करने और विभिन्न सामाजिक समूहों को जोड़ने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। यदि यह अभियान सफल होता है, तो रालोद प्रदेश में सपा और कांग्रेस के साथ-साथ अपनी राजनीतिक ताकत को और बढ़ा सकता है।
RLD का सदस्यता अभियान उत्तर प्रदेश में एक नई दिशा को जन्म देने के लिए तैयार है, जिसमें पार्टी किसानों, युवाओं, और समाज के सभी वर्गों के हितों के लिए काम करेगी।