RLD राजस्थान में नगर निकाय और पंचायत चुनाव लड़ेगी: जयंत चौधरी की रणनीति और मलूक नागर की भूमिका
ब्यूरो रिपोर्टः RLD मुखिया और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल राजस्थान में नगर निकाय और पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. दरअसल पार्टी ने अभी से इसकी तैयारी शुरू कर दी है. इस बात को ध्यान में रखते हुए जयंत चौधरी पार्टी को राजस्थान में नए सिरे से खड़ा करने में अभी से जुट गए हैं. आपको बता दें कि राजस्थान में स्थानीय निकायों के चुनाव इसी साल होने हैं।
RLD राजस्थान में नगर निकाय और पंचायत चुनाव लड़ेगी
RLD के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान के प्रभारी पूर्व सांसद मलूक नागर का कहना है कि स्थानीय निकाय के चुनाव लड़कर हम बीजेपी को कतई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. मलूक नागर ने कहा कि हम कांग्रेस के वोटों में सेंधमारी कर खुद यानी राष्ट्रीय लोकदल को मजबूत करने का काम करेंगे. हम एनडीए गठबंध का हिस्सा हैं और आगे भी हम रहेंगे।
जयंत चौधरी की रणनीति और मलूक नागर की भूमिका
आगे कहा है कि हम अपनी पार्टी RLD को मजबूत करने के लिए राजस्थान में भी बूथ स्तर तक संगठन खड़ा करेंगे. हम बीजेपी के खिलाफ नहीं जाएंगे, बल्कि चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर एनडीए को मजबूत करने का काम करेंगे. मलूक नागर ने आगे कहना है कि कांग्रेस पार्टी में आपस में काफी मतभेद हैं. सचिन पायलट को लगातार राजस्थान में अपमानित किया जा रहा है. हम उसका फायदा लेने की कोशिश करेंगे।
RLD के मलूक नागर की भूमिका
मलूक नागर ने कुछ दिनों पहले ही राजस्थान के कांग्रेस के पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह अवाना को RLD में शामिल कराया था. उन्होंने अवाना को राजस्थान का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कराया था. आपको बता दे कि मलूक नागर जोगिंदर सिंह अवाना को कार्यभार ग्रहण कराने के लिए राजस्थान के जयपुर आए हुए थे. जहां उन्होंने नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर सिंह अवाना व अन्य नेताओं के साथ प्रेस कांफ्रेंस भी की है।

चुनावी रणनीति
दरअसल इस मौके पर राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर सिंह अवाना ने कहा कि कि वह जल्द ही पूरे प्रदेश का दौरा शुरू करेंगे. कार्यकर्ताओं की राय से पार्टी का संगठन खड़ा करेंगे. मेहनती और सक्रिय कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी. क्या राष्ट्रीय लोकदल बिहार में भी विधानसभा चुनाव लड़ेगी, के जवाब में मलूक नागर ने कुछ नहीं कहा।
उन्होंने कहा कि इस बारे में जयंत चौधरी और बिहार का प्रभार देखने वाले महासचिव ही फैसला लेंगे. उन्होंने यह जरूर कहा कि जोगिंदर सिंह अवाना के पार्टी में शामिल होने और प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर काम शुरू करने से राजस्थान में RLD को काफी मजबूती मिलेगी।
चुनावी मैदान में उतरना पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम
RLD का राजस्थान में चुनावी मैदान में उतरना पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। जयंत चौधरी की नेतृत्व क्षमता और मलूक नागर जैसे अनुभवी नेताओं की भागीदारी से पार्टी को राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने का अवसर मिलेगा। हालांकि, चुनावी परिणामों का अनुमान लगाना अभी मुश्किल है, लेकिन RLD की सक्रियता और रणनीतियाँ इसे एक महत्वपूर्ण राजनीतिक ताकत बना सकती हैं।
नगर निकाय और पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला
RLD द्वारा राजस्थान में नगर निकाय और पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी की विस्तारवादी नीति का एक अहम हिस्सा है। जयंत चौधरी की दूरदृष्टि और संगठनात्मक रणनीति के तहत पार्टी न केवल राज्य में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है, बल्कि कांग्रेस के पारंपरिक वोट बैंक में सेंध लगाकर अपने लिए एक ठोस आधार भी तैयार कर रही है। पूर्व सांसद मलूक नागर की सक्रिय भागीदारी योजना को और मजबूती प्रदान करती है।
यह स्पष्ट है कि RLD राजस्थान में बीजेपी को टारगेट करने की बजाय कांग्रेस के विकल्प के रूप में खुद को स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रही है। अगर यह रणनीति सफल रही, तो रालोद राजस्थान की राजनीति में एक नई शक्ति बनकर उभर सकती है, खासकर ग्रामीण और पंचायत स्तर की राजनीति में। पार्टी की यह सक्रियता आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए भी एक मजबूत नींव तैयार कर सकती है।