मिश्रा की Jayant Chaudhary से मुलाकात की अहमियत, रालोद में संगठनात्मक बदलाव:
ब्यूरो रिपोर्टः राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वेष नाथ मिश्र ने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष Jayant Chaudhary से मुलाकात की है। दरअसल मुलाकात के दौरान सोहावल प्रमुखी और विधानसभा बीकापुर के चुनाव पर विस्तृत चर्चा हुई है। रालोद मुखिया Jayant Chaudhary ने मिश्रा को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है।
चुनाव से पहले रालोद में बड़ा बदलाव
उन्होंने सदस्यता अभियान के बाद संगठन में व्यापक बदलाव की बात कही। साथ ही 27 को मथुरा में होने वाली प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के लिए दिशा-निर्देश भी दिए है, बता दे कि इस दौरान रालोद के केंद्रीय कार्यालय में उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य मनीषा अहलावत से भी मुलाकात हुई है। उन्हें अयोध्या आने का निमंत्रण दिया गया।
Jayant Chaudhary ने मिश्रा को क्या दिया आश्वासन
मुजफ्फरनगर के ब्लॉक प्रमुख अनुज चौधरी और जयंत चौधरी के निजी सहायक विश्वेंद्र से भी मुलाकात हुई है। सुड्डू मिश्रा ने बताया कि रालोद मुखिया Jayant Chaudhary को पंचायत चुनाव से पहले अयोध्या आने का निमंत्रण दिया गया है। जयंत चौधरी ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
रालोद की आगामी बैठक में क्या होगा खास?
उनके दौरे की तिथि जल्द ही तय की जाएगी। उन्होंने कौशल विकास के क्षेत्र में किए गए कार्यों की भी सराहना की है। रालोद के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वेष नाथ मिश्र की Jayant Chaudhary से मुलाकात पार्टी के आगामी चुनावों और संगठनात्मक बदलावों की दिशा को स्पष्ट करती है।

बता दे कि इस बैठक से पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह और दिशा का संचार हुआ है, जो आगामी दिनों में पार्टी की सफलता में सहायक सिद्ध होगा।
मिश्रा की जयंत चौधरी से मुलाकात की अहमियत
राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वेष नाथ मिश्र और पार्टी प्रमुख Jayant Chaudhary की यह मुलाकात आने वाले चुनावों के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। सोहावल प्रमुखी और बीकापुर विधानसभा सीट को लेकर की गई रणनीतिक चर्चा यह दर्शाती है कि रालोद आगामी चुनावों के लिए पूरी तरह से कमर कस चुकी है।
जयंत चौधरी द्वारा सदस्यता अभियान
Jayant Chaudhary द्वारा सदस्यता अभियान के बाद संगठन में व्यापक बदलाव की बात करना यह संकेत देता है कि पार्टी अंदरूनी स्तर पर सुधार और पुनर्गठन की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। इसके साथ ही, 27 मई को मथुरा में प्रस्तावित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक से यह भी स्पष्ट होता है कि पार्टी नेतृत्व रणनीतिक और संगठनात्मक दोनों स्तरों पर सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
विश्वेष नाथ मिश्र को मिला जयंत चौधरी का पूर्ण समर्थन
विश्वेष नाथ मिश्र को मिला Jayant Chaudhary का पूर्ण समर्थन न केवल उनके राजनीतिक कद को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि रालोद नेतृत्व अपने जमीनी नेताओं पर भरोसा कर रहा है। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भी उत्साह बढ़ेगा।
मथुरा में रालोद की बड़ी बैठ
हालांकि इस मुलाकात का असर न केवल बीकापुर और सोहावल में बल्कि पूरे प्रदेश में पार्टी की रणनीति और कार्यशैली पर पड़ेगा। आने वाले दिनों में इन निर्णयों के प्रभाव स्पष्ट रूप से दिख सकते हैं। सदस्यता अभियान के बाद पार्टी में व्यापक बदलाव की योजना, और मथुरा में 27 मई को होने वाली प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक, संगठन की सक्रियता और तत्परता को दर्शाते हैं।
Jayant Chaudhary का पूर्ण समर्थन विश्वेष नाथ मिश्र को न सिर्फ सशक्त करता है, बल्कि पूरे संगठन को भी मजबूती प्रदान करता है। इस प्रकार यह मुलाकात राष्ट्रीय लोकदल के राजनीतिक अभियान को नई दिशा देने वाली साबित होगी।