Shamli Aadarsh Mandi Thane Me Dharna Dete Huye Kisaan
शामली संवाददाता दीपक राठी उत्तर प्रदेश के शामली (Shamli) जनपद में किसानों का गुस्सा फूट पड़ा है। शामली (Shamli) जनपद के थाना आदर्श मंडी क्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के पदाधिकारियों के नेतृत्व में शनिवार को सैकड़ों किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर थाने पहुंचे और पुलिस पर कई मामलों में कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया और उच्च अधिकारियों ने भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया।

शामली (Shamli) जनपद के थाना आदर्श मंडी में धरना प्रदर्शन की वजह से थाना परिसर में हड़कंप मच गया। एएसपी संतोष कुमार समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने की कोशिश की, लेकिन किसानों ने साफ शब्दों में कह दिया कि जब तक थाना प्रभारी का स्थानांतरण या निलंबन नहीं होता, उनका धरना जारी रहेगा।
ट्रैक्टर लूट मामले में एफआईआर बदलने का आरोप
शामली (Shamli) जनपद के किसानों ने धरने के दौरान सबसे बड़ा आरोप ट्रैक्टर लूट की घटना पर लगाया। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि करीब डेढ़ माह पहले देर रात चार युवक एक किसान का ट्रैक्टर छीनकर ले गए थे। उन्होंने इसे लूट की वारदात बताया और पुलिस से लूट की धारा में मुकदमा दर्ज करने की मांग की। लेकिन पुलिस ने लूट का मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया और पीड़ित किसान की एफआईआर बदल दी।
किसान नेताओं का कहना है कि ट्रैक्टर छुड़वाने में किसान के हजारों रुपये खर्च हो गए और इंसाफ की जगह उसे कोर्ट के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इस घटना ने किसानों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है।
जमीन कब्जे और पुलिस की लापरवाही पर सवाल
शामली (Shamli) जनपद के थाना आदर्श मंडी में धरने के दौरान किसान नेताओं ने एक और बड़ा मामला उठाया। उन्होंने बताया कि कस्बा बनत में एक किसान की जमीन पर कोर्ट से कब्जा दिलाने का आदेश होने के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। किसान की 11 बीघा जमीन में से 8 बीघा खाली पड़ी है, लेकिन जब वह बुआई करने जाता है तो पुलिस उसे रोक देती है।
शामली (Shamli) जनपद के किसानों का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में उल्टा पीड़ित किसान के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह कार्रवाई किसानों के बीच पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करती है।
ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत पर भी कार्रवाई टली
किसानों का आरोप है कि कुछ दिन पहले उन्होंने ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत पुलिस में दी थी। उन्होंने तहरीर देकर मामले की जांच की मांग की, लेकिन पुलिस जांच करने के बजाय पीड़ित से कहती रही कि यह पैसा उसके घर से ही निकला होगा। बाद में पुलिस ने कहा कि यह पैसा टेलीग्राम ऐप के जरिए ट्रांसफर हुआ और मुजफ्फरनगर की बैंक से निकाला गया है।
शामली (Shamli) जनपद के किसानों का कहना है कि जब पुलिस को इतना पता है तो अब तक उसने बैंक जाकर जांच क्यों नहीं की? किसानों ने सवाल उठाया कि जब हर बैंक में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं तो पुलिस वहां जाकर असली अपराधियों को पकड़ने से क्यों बच रही है।
पुलिस प्रशासन में हड़कंप, किसानों की सख्त चेतावनी
शामली (Shamli) जनपद के थाना आदर्श मंडी में धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही थाना परिसर में अफरा-तफरी मच गई। थाना दिवस होने की वजह से पहले से ही भीड़ थी और किसानों के धरने ने पुलिस प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दीं। एएसपी संतोष कुमार मौके पर पहुंचे और किसानों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन किसान नेताओं ने स्पष्ट कहा कि जब तक थाना प्रभारी आदर्श मंडी को लाइन हाजिर या निलंबित नहीं किया जाता, उनका धरना जारी रहेगा।
शामली (Shamli) जनपद के भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी कपिल खटियान ने कहा कि अब किसान अफसरशाही से परेशान हो चुके हैं और उन्हें मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो आंदोलन और उग्र होगा।
किसानों का साफ संदेश: न्याय मिलने तक संघर्ष जारी
शामली (Shamli) जनपद के थाना आदर्श मंडी में धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ एक थाना या एक किसान का मामला नहीं है, बल्कि यह किसानों के सम्मान और अधिकारों की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार पीड़ितों के साथ अन्याय कर रही है और अपराधियों को बचा रही है। यही कारण है कि अब किसानों ने निर्णायक संघर्ष का रास्ता चुना है।
👉 किसानों का यह धरना अनिश्चितकालीन है और उन्होंने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक वे थाने के बाहर डटे रहेंगे।