उत्तर प्रदेश के Shamli के भड़ी गांव में लाठी-डंडे से हमले की जानिए पूरी कहानी!
ब्यूरो रिपोर्टः उत्तर प्रदेश के Shamli के भड़ी में पुराना विवाद में एक बार भी दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए है। दोनों ओर से लाठी-डंडे चले, जिसमें महिलाओं समेत पांच घायल हो गए। हमले का सिलसिला बाजार तक जा पहुंचा, जहां एक युवक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। ग्रामीणों के अनुसार, तेवर और फुरकान पक्षों के बीच पिछले कई दिनों से तनातनी चल रही थी, जिसको लेकर दो दिन पहले Shamli गांव के संभ्रांत लोगों ने सुलह कराने की भी कोशिश की थी।
Shamli के भड़ी गांव में पुराना विवाद फिर उभरा
लेकिन शुक्रवार दोपहर फिर कहासुनी शुरू हो गई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई। आरोप है कि तेवर पक्ष के आधा दर्जन लोगों ने फुरकान पक्ष की मेहरुबा, साहिबा और एक अन्य महिला के साथ लाठी-डंडों से हमला किया, जिससे तीनों घायल हो गईं। घायल महिलाएं परिजनों के साथ Shamli पुलिस चौकी पहुंचीं और घटना की तहरीर दी। इसी दौरान फुरकान पक्ष के एक व्यक्ति ने अपने रिश्तेदारों को सूचना दी।
लाठी-डंडे से हमले में 5 घायल
जिसके बाद आठ से दस युवक गाड़ी में सवार होकर चौसाना बाजार पहुंचे। संयोगवश, तेवर पक्ष का युवक फन्नी बाजार में मिला, जिस पर हमला कर दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने फन्नी को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, जिससे मौके पर भगदड़ मच गई और अफरा-तफरी फैल गई। मौके पर पहुंची Shamli पुलिस ने हालात काबू में किए। पुलिस ने दो युवकों को मौके से हिरासत में लिया।

Shamli पुलिस की कार्रवाई और स्थिति
जबकि बाकी हमलावर मौके से भाग गए। पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों से तहरीर प्राप्त हुई है और मामले की जांच कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। Shamli के भड़ी गांव में उभरा यह विवाद दर्शाता है कि पुरानी रंजिशें किस प्रकार से हिंसक रूप ले सकती हैं। तेवर और फुरकान पक्षों के बीच चला आ रहा तनाव अंततः हिंसा में बदल गया, जिसमें महिलाओं सहित पांच लोग घायल हो गए।
गांव में सुलह की कोशिशें
बाजार तक फैली इस हिंसा ने यह साफ कर दिया है कि गांव में शांति बनाए रखने के लिए केवल सुलह की कोशिशें पर्याप्त नहीं, बल्कि प्रशासन को पहले से सक्रिय रहना होगा। हालांकि,Shamli पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने स्थिति को नियंत्रित किया, लेकिन गांव में अभी भी तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। यह घटना स्थानीय प्रशासन, ग्रामीण समाज और कानून व्यवस्था के लिए एक चेतावनी है कि पुराने विवादों को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।
यह ताज़ा विवाद इस बात का प्रतीक
यूपी के Shamli के भड़ी गांव में हुआ यह ताज़ा विवाद इस बात का प्रतीक है कि वर्षों पुराने मतभेद और आपसी रंजिशें समय के साथ अगर हल न हों तो वे कब हिंसक रूप ले लें, कहा नहीं जा सकता। तेवर और फुरकान पक्षों के बीच चला आ रहा तनाव अब खुलकर सामने आ गया है, जिसमें लाठी-डंडों का इस्तेमाल हुआ और महिलाओं समेत पांच लोग घायल हो गए।
यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि स्थानीय प्रशासन, पुलिस और समाज के प्रभावशाली लोगों को समय रहते हस्तक्षेप करना चाहिए। गांव के बाजार तक हिंसा का पहुंचना दर्शाता है कि मामला कितना गंभीर हो चुका था। सुलह की कोशिशों के बावजूद जब विवाद सुलझा नहीं, तो यह भी स्पष्ट हो जाता है कि केवल औपचारिक बातचीत से नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर ठोस समाधान की आवश्यकता है।