उत्तर प्रदेश के Shamli में भू माफियाओं ने कब्रिस्तान और तालाब की भूमि पर कब्जा किया!
दीपक राठी (संवाददाता): उत्तर प्रदेश के जनपद Shamli में भू माफिया पूरी तरह बेलगाम हो चुके हैं, जहा भू माफियाओं द्वारा कब्रिस्तान व तालाब की भूमि को भी नहीं छोड़ा गया। ओर उक्त जमीन पर अवैध ट्रैक से कब्जा आकर निर्माण किया जा रहा है उक्त आरोप लगाते हुए शामली क्लक्ट्रेट पहुंचे।
Shamli में भू माफियाओं का कब्जा
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पदाधिकारियों के साथ ग्रामीणों ने Shamli जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपते हुए तालाब व कब्रिस्तान की भूमि पर कब्जा मुक्त कराने व भू माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की मांग की है। आपको बता दें कि बुधवार को Shamli के झिंझाना क्षेत्र के कस्बा झिंझाना निवासी ग्रामीण सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पदाधिकारियों के साथ क्लक्ट्रेट पहुंचे।
कब्रिस्तान और तालाब की भूमि पर अवैध निर्माण
जहा उन्होंने Shamli जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उनके कस्बे में तालाब व कब्रिस्तान की भूमि पर भू माफियाओं द्वारा अवैध तरीके से कब्जा कर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जबकि तालाब की भूमि तो ग्राम पंचायत की है और कब्रिस्तान की भूमि वक्फ बोर्ड की है।

भूमि पर अवैध कब्जा कर भवन निर्माण
लेकिन भू माफियाओं ने सभी नियमों को दरकिनार करते हुए उक्त भूमि पर अवैध कब्जा कर भवन निर्माण करना शुरू कर दिया है। जो कि न्याय संगत नहीं हैं,ग्रामीणों को कहना है कि भू माफिया दबंग किस्म के लोग हैं।जिसके चलते कोई उनका विरोध नहीं करता। ग्रामीणों ने Shamli जिलाधिकारी से कब्रिस्तान व तालाब की भूमि पर हो रहे अवैध निर्माण को रुकवाए जाने व कब्जा मुक्त कराए जाने की मांग की हैं।
शामली में भू माफियाओं की बेलगाम हरकतें
उत्तर प्रदेश के जनपद Shamli में भू माफियाओं की बेलगाम हरकतें अब चिंताजनक स्तर पर पहुंच चुकी हैं। जिस तरह से कब्रिस्तान और तालाब जैसी सार्वजनिक और धार्मिक महत्ता वाली भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण किया जा रहा है, यह न केवल कानूनी उल्लंघन है बल्कि सामाजिक और धार्मिक भावनाओं को भी आहत करता है।
प्रशासन की निष्क्रियता भी सवालों के घेरे में
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पदाधिकारी और स्थानीय ग्रामीणों ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए Shamli जिलाधिकारी को शिकायत पत्र सौंपा है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि जनता अब चुप नहीं बैठने वाली। इस मामले में प्रशासन की निष्क्रियता भी सवालों के घेरे में है। कई शिकायतों के बावजूद ठोस कार्रवाई न होना, भू माफियाओं को बढ़ावा दे रहा है। अगर समय रहते प्रशासन ने कदम नहीं उठाया, तो यह भविष्य में और गंभीर रूप धारण कर सकता है।
Shamli में भू माफिया अब बेलगाम हो चुके हैं। जिस तरह से कब्रिस्तान और तालाब की भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य किया जा रहा है, वह कानून, धार्मिक भावनाओं और पर्यावरण तीनों का घोर उल्लंघन है। यह न सिर्फ आम जनता की आस्था के साथ खिलवाड़ है, बल्कि प्रशासन की निष्क्रियता पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पदाधिकारी और स्थानीय ग्रामीणों द्वारा Shamli जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपकर की गई पहल यह साबित करती है कि अब जनता अन्याय के खिलाफ खड़ी होने को तैयार है। लेकिन सिर्फ शिकायत करना काफी नहीं — प्रशासन को भी त्वरित और ठोस कार्रवाई करनी होगी।