रिपोर्ट दीपक राठी: उत्तर प्रदेश के शामली जनपद में हाईवे पर हुई 32 लाख की बड़ी लूट के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। घटना को अंजाम देने वाले दो शातिर लुटेरों को पुलिस ने रविवार शाम मुठभेड़ के दौरान गोली मारकर घायल कर दिया। पुलिस ने उनके पास से 10 लाख रुपये नकद, लूट में प्रयुक्त वैगनआर कार और अवैध असलहे बरामद किए हैं।
कैसे हुआ था लूटकांड
करीब छह दिन पहले शामली सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव बलवा के पास रेलवे फ्लाईओवर के नज़दीक यह वारदात हुई थी। पानीपत निवासी धागा व्यापारी का मुनीम अनिल और कार चालक सतनाम मेरठ से कैश लेकर पानीपत लौट रहे थे। तभी दो गाड़ियों में सवार बदमाशों ने खुद को जीएसटी अधिकारी बताकर उन्हें रोका और हथियार के बल पर 32 लाख रुपये लूट लिए। बताया गया कि बदमाशों की एक गाड़ी पर “भारत सरकार” लिखा हुआ था।
मुठभेड़ में पकड़े गए आरोपी
घटना की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी सहारनपुर रेंज अभिषेक कुमार खुद इस केस की निगरानी कर रहे थे। पुलिस अधीक्षक रामसेवक गौतम के निर्देशन में कई टीमें बदमाशों की तलाश में जुटी थीं। रविवार शाम पुलिस को सूचना मिली कि कैराना थाना क्षेत्र के टपराना बाईपास के पास दो संदिग्ध युवक खड़े हैं। मौके पर पहुंची पुलिस और SOG टीम ने घेराबंदी की, तो बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
बदमाशों की पहचान और बरामदगी
गिरफ्तार बदमाशों की पहचान शुभम उर्फ गौरव और मोहित, निवासी बेहड़ा चादीनगर, जनपद बागपत के रूप में हुई है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे पहले फाइनेंस कंपनी में रिकवरी एजेंट का काम करते थे। उनके कब्जे से पुलिस ने 10 लाख रुपये नकद, घटना में इस्तेमाल की गई वैगनआर कार, दो तमंचे, जिंदा और खाली कारतूस बरामद किए हैं।
दोनों घायल बदमाशों को इलाज के लिए सदर सीएचसी में भर्ती कराया गया है और आगे की वैधानिक कार्रवाई जारी है। पुलिस को बदमाशों के अन्य फरार साथियों की तलाश है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।