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Wakf Bill : जमीयत उलेमा हिंद का समर्थन और जांच की मांग

Wakf Bill Jamiat Ulema Hind's Support for

Wakf Bill पर जमीयत उलेमा हिंद का समर्थन, कारी खालिद की जांच की मांग!

Wakf Bill को लेकर देशभर में चर्चाएं तेज हो रही हैं, और इसी बीच मुजफ्फरनगर में जमीयत उलेमा हिंद ने इस बिल के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की है। संगठन के जिला सचिव कारी खालिद ने शहर के लोहिया बाजार स्थित हौज वाली मस्जिद के पास शाह इस्लामिक लाइब्रेरी में आयोजित एक प्रेस वार्ता में वक्फ संशोधन बिल का समर्थन किया।

Wakf Bill पर जमीयत उलेमा हिंद का रुख

जमीयत उलेमा हिंद के जिला सचिव कारी खालिद ने Wakf Bill को लेकर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि सरकार द्वारा जो प्रावधान पेश किए गए हैं, वे स्वागत योग्य हैं। उन्होंने वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और उपयोग में पारदर्शिता की आवश्यकता पर जोर दिया। कारी खालिद का मानना है कि इस बिल के माध्यम से वक्फ संपत्तियों का सही तरीके से उपयोग किया जा सकेगा, जो समाज के लिए फायदेमंद होगा।

वक्फ बिल का समर्थन, लेकिन जांच की अपील

प्रेस वार्ता के दौरान, कारी खालिद ने Wakf Bill के समर्थन में अपनी बात रखते हुए कहा, “सरकार द्वारा प्रस्तावित प्रावधान स्वागत योग्य हैं, लेकिन वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए एक आयोग का गठन करना जरूरी है।” उन्होंने पिछले 75 सालों से वक्फ के धन के दुरुपयोग की जांच की मांग की और कहा कि इसके लिए एक स्वतंत्र आयोग गठित किया जाना चाहिए। वक्फ संपत्तियों का सही प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए सरकार को एक जांच आयोग बनाना चाहिए, ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके,” कारी खालिद ने कहा।

सरकार से वार्ता की अपील

कारी खालिद ने इस दौरान सरकार से अपील की कि वह Wakf Bill पर सभी पक्षों से वार्ता करे और उनके सुझावों पर विचार करे। उनका मानना है कि सिर्फ संवाद के माध्यम से ही इस बिल को और प्रभावी और पारदर्शी बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा, “सरकार को चाहिए कि वह टेबल पर बैठकर सभी संबंधित पक्षों से सुझावों पर चर्चा करे, ताकि वक्फ संपत्तियों का बेहतर तरीके से प्रबंधन किया जा सके।

जमीयत उलेमा हिंद का वक्फ बिल के समर्थन में रुख

जमीयत उलेमा हिंद ने वक्फ संशोधन बिल के समर्थन में अपनी आवाज उठाई है, लेकिन इसके साथ-साथ वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए आवश्यक सुधारों की मांग भी की है। कारी खालिद का मानना है कि यह बिल वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार और उनके सही उपयोग में मदद करेगा। इस बिल को लेकर देशभर में अलग-अलग राय सामने आ रही हैं, और जमीयत उलेमा हिंद का यह समर्थन एक महत्वपूर्ण कदम है।

Wakf Bill पर चल रही चर्चाओं और जमीयत उलेमा हिंद के समर्थन से यह स्पष्ट होता है कि इस बिल के माध्यम से वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, कारी खालिद ने वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए एक आयोग के गठन की मांग की है, जो कि इस Wakf Bill को और अधिक प्रभावी बना सकता है। सरकार से संवाद और विभिन्न पक्षों के सुझावों पर विचार करना इस बिल के सफलता की कुंजी हो सकती है।

इस Wakf Bill के समर्थन से यह उम्मीद की जा रही है कि वक्फ संपत्तियों का सही प्रबंधन और उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे समाज को इसका अधिकतम लाभ मिल सकेगा। जमीयत उलेमा हिंद का यह समर्थन एक सकारात्मक कदम है, और यदि सरकार इन सुझावों को गंभीरता से लेती है, तो यह वक्फ संपत्तियों के भविष्य के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

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