Uttar Pradesh सरकार के विजन 2030 के तहत नेचर पाथ‑वे श्रृद्धालुओं-पर्यावरण प्रेमियों के लिए बनेगा स्वप्निल ट्रेल
ब्यूरो रिपोर्टः Uttar Pradesh सरकार ब्रज क्षेत्र को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विश्वस्तरीय पहचान दिलाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. Uttar Pradesh के योगी आदित्यनाथ के विजन 2030 के अंतर्गत मथुरा-वृंदावन क्षेत्र में अनेक विकास योजनाएं तेजी से लागू की जा रही हैं. इन्हीं में से एक है नेचर पाथ-वे योजना, जो वृंदावन से गोकुल तक श्रद्धालुओं और पर्यावरण प्रेमियों के लिए एक सुंदर और सुरक्षित मार्ग प्रदान करेगी।
Uttar Pradesh सरकार की नेचर पाथ‑वे योजना
दरअसल बता दे कि Uttar Pradesh सरकार की यह योजना यमुना नदी के किनारे एक प्राकृतिक मार्ग के निर्माण को लेकर है, जिसका उद्देश्य पर्यावरणीय संरक्षण के साथ-साथ तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को एक शुद्ध, हरियाली से भरपूर वातावरण उपलब्ध कराना है. दरअशल इस मार्ग पर चलकर लोग प्राकृतिक सौंदर्य, शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव कर सकेंगे। बता दे कि इस योजना पर करीब 50 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
पाथ-वे वृंदावन से लेकर गोकुल तक बनाया जाएगा
पाथ-वे वृंदावन से लेकर गोकुल तक बनाया जाएगा, जो ना केवल स्थानीय लोगों के लिए उपयोगी होगा, बल्कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा. दरअसल यह मार्ग यूपी के यमुना तट के किनारे विकसित किया जाएगा, जिससे नज़दीकी धार्मिक स्थलों तक पहुंचना भी सुविधाजनक हो सकेगा। हालांकि इस परियोजना को Uttar Pradesh ब्रज तीर्थ विकास परिषद और वन विभाग मिलकर काम करेंगे।

स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना
दोनों संस्थाएं मिलकर पथ निर्माण से लेकर वृक्षारोपण, देखभाल और रखरखाव तक की जिम्मेदारी निभाएंगी. इस परियोजना का उद्देश्य केवल पर्यावरणीय संरक्षण ही नहीं, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना भी है।नेचर पाथ-वे योजना ब्रज क्षेत्र में आने वाले वर्षों का एक बड़ा सुधार है। दरअसल यह न केवल तीर्थयात्रा को सहज बनाएगी बल्कि पर्यावरण को संरक्षित करते हुए स्थानीय लोगों के लिए लाभदायक अवसर भी लाएगी।
विजन 2030 का एक बेहद महत्वपूर्ण और दूरदर्शी कदम
नेचर पाथ-वे योजना Uttar Pradesh सरकार के विजन 2030 का एक बेहद महत्वपूर्ण और दूरदर्शी कदम है, जिसका उद्देश्य ब्रज क्षेत्र को न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से बल्कि पर्यावरणीय और सांस्कृतिक स्तर पर भी विश्व मानचित्र पर स्थापित करना है। Uttar Pradesh के वृंदावन से गोकुल तक बनने वाला यह प्राकृतिक मार्ग तीर्थयात्रियों, पर्यावरण प्रेमियों और आम जनता के लिए एक सकारात्मक अनुभव लेकर आएगा।
पर्यावरण संरक्षण में भी एक बड़ा योगदान
इस योजना के माध्यम से श्रद्धालु यमुना के किनारे प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हुए शांतिपूर्ण वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव कर सकेंगे। वहीं दूसरी ओर यह योजना वृक्षारोपण, प्रदूषण नियंत्रण, और जलवायु सुधार जैसे प्रयासों के कारण पर्यावरण संरक्षण में भी एक बड़ा योगदान देगी।
इसके साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी इस योजना से बल मिलेगा – पर्यटन, हस्तशिल्प, रोजगार और स्थानीय व्यापार के नए अवसर बनेंगे। यह मार्ग Uttar Pradesh के ब्रज क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को संजोते हुए आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जिससे तीर्थाटन का अनुभव और भी सुविधाजनक व आकर्षक बनेगा।
कुल मिलाकर, नेचर पाथ-वे योजना न केवल एक मार्ग है, बल्कि यह एक संकल्प है – प्रकृति, आस्था और विकास के संतुलन का। यह ब्रज के आध्यात्मिक माहौल को संरक्षित रखते हुए भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक टिकाऊ मॉडल प्रस्तुत करती है। यही कारण है कि यह योजना Uttar Pradesh के विकास मॉडल में एक सकारात्मक परिवर्तन का प्रतीक बनकर उभर रही है।