Baghpat के बूढ़पुर गांव में संक्रमण से 12 मौतें, ग्रामीणों का आरोप – गंदा नाला बना मौत की वजह।
ब्यूरो रिपोर्टः खबर उत्तर प्रदेश के Baghpat से है, जहां बूढ़पुर गांव में जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने दौरा किया। गांव में बीमारियों के कारण 12 ग्रामीणों की मौत के बाद मंत्री ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।Baghpat के ग्रामीणों ने मंत्री को बताया कि गांव के बाहर से निकल रहे गंदे नाले के कारण संक्रमण फैल रहा है।
Baghpat के बूढ़पुर गांव में संक्रमण से 12 मौतें
बता दे कि इससे विभिन्न बीमारियां हो रही हैं। मंत्री ने कहा कि मौतें दुख का विषय हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी मृतक का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है, इसलिए मौत का सटीक कारण नहीं बताया जा सकता। मंत्री ने जिलाधिकारी Baghpat को गंदे नाले की समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।
केशव प्रसाद मौर्य पर अखिलेश यादव की टिप्पणी
उन्होंने Baghpat के रमाला चीनी मिल के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से पानी को साफ करने के बाद ही उसे नाले में छोड़ा जाए। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर अखिलेश यादव की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा है कि वर्तमान सरकार में कानून व्यवस्था बेहतर है।
गन्ना भुगतान और कानून व्यवस्था की स्थिति की तुलना
उन्होंने पिछली सरकार में गन्ना भुगतान और कानून व्यवस्था की स्थिति की तुलना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम अच्छा काम कर रहे हैं।

Baghpat के बूढ़पुर गांव में हाल ही में सामने आई 12 मौतों की दर्दनाक घटना ने ग्रामीण स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाओं और प्रशासनिक सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।Baghpat के गांव के बाहर बहने वाला गंदा नाला केवल जल प्रदूषण ही नहीं फैला रहा, बल्कि इससे जुड़े संक्रमणों ने अब मानव जीवन पर सीधा प्रभाव डालना शुरू कर दिया है।
स्वच्छता की भारी कमी एक बड़ी वजह
ग्रामीणों के आरोप और परिस्थितियों को देखते हुए यह स्पष्ट है कि मौतों और संक्रमण के पीछे स्वच्छता की भारी कमी एक बड़ी वजह हो सकती है। हालांकि, मंत्री दिनेश खटीक के दौरे और जिलाधिकारी को दिए निर्देशों से उम्मीद की जा रही है कि इस समस्या का शीघ्र समाधान निकलेगा।
Baghpat के बूढ़पुर गांव की यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि किस तरह बुनियादी स्वच्छता की अनदेखी जानलेवा साबित हो सकती है। गंदे नाले से फैलते संक्रमण के कारण अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जो कि एक बहुत ही दर्दनाक और चिंताजनक स्थिति है।
जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और अधिकारियों को समस्या के समाधान के निर्देश दिए। हालांकि, अब तक किसी भी मृतक का पोस्टमार्टम नहीं हुआ, जिससे मौतों के पीछे की असली वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।
Baghpat के बूढ़पुर गांव की त्रासदी एक उदाहरण है कि छोटी सी लापरवाही भी बड़ी मानव त्रासदी में बदल सकती है। अब जरूरत है स्थायी समाधान, सही जांच, और ज़मीनी स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन की, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके।