Shamli Me Pregnant Mahila Ki Maut Se Gussaye Parijano Ne Hospital Me Ki Todfod Aur Doctors Pe Ki Karwai Ki Maang
शामली संवाददाता दीपक राठी उत्तर प्रदेश के जनपद शामली (Shamli) में डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल आई एक महिला की कथित चिकित्सकीय लापरवाही के कारण मौत हो जाने से हाहाकार मच गया। मृतका के परिजनों ने पुलिस और अस्पताल प्रशासन के सामने जमकर हंगामा किया और गुस्से में अस्पताल में तोड़फोड़ की।
जानकारी के अनुसार, मृतका अंजू, मोहल्ला बड़ीमाता की निवासी थी। परिजनों ने उसे शामली (Shamli) थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के सैनी चौक स्थित हाइटेक हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। परिजन आरोप लगा रहे हैं कि महिला को डिलीवरी के दौरान एक इंजेक्शन लगाया गया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद डॉक्टर ने महिला को दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया। लेकिन जब परिजन महिला को लेकर पहुंचे, तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शामली (Shamli) में इस घटना के बाद परिजन महिला का शव लेकर वापस हाइटेक हॉस्पिटल पहुंचे। गुस्से में आए परिजनों ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ शुरू कर दी, जिससे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया।

पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने में असमर्थ, मौके पर तनाव
शामली (Shamli) हॉस्पिटल में मौजूद पुलिस इस दौरान स्थिति को नियंत्रित करने में असमर्थ रही। पुलिस ने परिजनों को समझाने का कई बार प्रयास किया, लेकिन परिजन आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।
शामली (Shamli) थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के स्थानीय लोगों की भीड़ भी अस्पताल में जमा हो गई और पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा। थानाध्यक्ष ने बताया कि भीड़ को शांत करने और स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त पुलिस कर्मी तैनात किए गए।
इस दौरान अस्पताल का संचालन भी बाधित हुआ और मरीजों व स्टाफ को असुविधा का सामना करना पड़ा।
मृतका का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जांच जारी
शामली (Shamli) पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है और जांच जारी है।
पुलिस अधिकारी ने मीडिया से कहा कि परिजन की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए शांति बनाए रखने का प्रयास किया गया। परिजन लगातार डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि महिला की मौत ने क्षेत्र में चिंता और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। कई लोग हॉस्पिटल की सुरक्षा और डॉक्टरों की जवाबदेही पर सवाल उठा रहे हैं।
अस्पताल में सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
शामली (Shamli) की इस घटना ने स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियों और अस्पतालों में सुरक्षा के मुद्दों को भी उजागर कर दिया है। लोगों का कहना है कि अगर अस्पतालों में पर्याप्त निगरानी और नियमों का पालन होता तो इस प्रकार की घटना टाली जा सकती थी।
परिजन और स्थानीय लोग सरकार से मांग कर रहे हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जांच पूरी तरह से पारदर्शी होगी और दोषियों को कानून के अनुसार सजा मिलेगी।
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चेतावनी
शामली (Shamli) की यह घटना प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चेतावनी भी है। मरीजों और उनके परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। इसके अलावा अस्पतालों में डॉक्टरों और स्टाफ की जवाबदेही तय करना और नियमों का पालन कराना भी अनिवार्य है।
परिवार और स्थानीय लोगों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और प्रदर्शन होने की संभावना है। प्रशासन इस दिशा में त्वरित कदम उठाने की तैयारी कर रहा है।
इस प्रकार की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार, मरीजों के प्रति जागरूकता और अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत बेहद जरूरी है।