Kannauj Ke Sirfire Aashiq Deepu Ne Premika Ke Bachhe Ko Banaya Bandhak
कन्नौज संवाददाता पंकज कुमार श्रीवास्तव कन्नौज (Kannauj) जनपद में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक सिरफिरे आशिक ने अपनी प्रेमिका के दो बच्चों को गन प्वाइंट पर बंधक बना लिया। मामला कन्नौज (Kannauj) जनपद के थाना छिबरामऊ क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी का है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर कोतवाल, सीओ और एएसपी भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और पूरी कॉलोनी को घेर लिया गया।
कन्नौज (Kannauj) जनपद के थाना छिबरामऊ क्षेत्र के स्थानीय लोगों के अनुसार आरोपी युवक दीपू बार-बार अपनी प्रेमिका को मौके पर बुलाने की जिद कर रहा था। वह कभी अपनी कनपटी पर तो कभी बच्चों की कनपटी पर तमंचा तान देता था। इस बीच सैकड़ों लोग घटनास्थल के आसपास जमा हो गए और माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया। लोगों की निगाहें सिर्फ इस बात पर टिकी थीं कि मासूम बच्चों को आखिर कैसे सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा।

पुलिस की रणनीति और 6 घंटे तक चला ऑपरेशन
कन्नौज (Kannauj) पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि किसी भी कीमत पर बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए। क्योंकि कमरे का दरवाजा खुला हुआ था और आरोपी का हाथ ट्रिगर पर था। कन्नौज (Kannauj) पुलिस ने बेहद संयम और धैर्य का परिचय देते हुए आरोपी को समझाने की कोशिश की। लगातार उससे बातचीत की जाती रही ताकि उसका ध्यान बंट सके।
करीब छह घंटे तक चला यह हाईवोल्टेज ड्रामा पुलिस के लिए किसी बड़ी परीक्षा से कम नहीं था। आरोपी दीपू बार-बार प्रेमिका को बुलाने पर अड़ा रहा और बच्चों को छोड़ने से साफ इनकार कर रहा था। इसी दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग भी कर दी।
शाम करीब सात बजे पुलिस ने निर्णायक कार्रवाई की। आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की गई, जिसमें आरोपी दीपू के पैर में गोली लग गई और वह घायल होकर गिर पड़ा। इसी दौरान पुलिस ने बच्चों को सकुशल बाहर निकाल लिया।
बहादुर पुलिसकर्मी बने हीरो, मिली सराहना
कन्नौज (Kannauj) के इस साहसिक ऑपरेशन में सर्विलांस टीम के आरक्षी दुष्यंत और एसओजी के आरक्षी यगन ने अहम भूमिका निभाई। दोनों ने अपनी जान की परवाह किए बिना आरोपी को भ्रमित किया और निर्णायक पल पर बच्चे को छुड़ाने में मदद की। पुलिस अधीक्षक कन्नौज ने प्रेसनोट जारी कर जानकारी दी कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके पास से तमंचा भी बरामद किया गया है।
घायल आरोपी को इलाज के लिए तिर्वा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। पुलिस उसकी पृष्ठभूमि खंगाल रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी दीपू का पहले भी आपराधिक इतिहास रहा है।
स्थानीय लोगों ने कन्नौज (Kannauj) पुलिस की वीरता की जमकर तारीफ की। लोगों का कहना है कि यदि पुलिस ने संयम और रणनीति के साथ काम न किया होता तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
क्षेत्र में राहत की सांस
करीब छह घंटे तक चले इस तनावपूर्ण घटनाक्रम ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया था। बच्चे के परिजन रो-रोकर बुरा हाल थे। जैसे ही खबर आई कि बच्चे सकुशल बाहर निकाल लिए गए हैं, हर ओर राहत की सांस ली गई। लोग पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई की सराहना करते नहीं थक रहे।
यह घटना कन्नौज (Kannauj) पुलिस की पेशेवर दक्षता और साहस का उदाहरण बन गई है। कन्नौज पुलिस ने साबित कर दिया कि जनता की सुरक्षा के लिए वह हर जोखिम उठाने को तैयार है।