Bijnor Police Ki Giraft Me Aaropi
बिजनौर (संवाददाता महेंद्र सिंह) : उत्तर प्रदेश के बिजनौर (Bijnor) जिले में एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। दिल्ली निवासी एक व्यक्ति ने अपनी बेटी की शादी बिजनौर के एक युवक से तय की थी। इसी सिलसिले में 27 सितंबर को वह अपनी पत्नी और 13 वर्षीय बेटी के साथ युवक के घर आया था। शनिवार की रात परिवार शहर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में ठहरा था, जहां आरोपी कमल अपने घर में रुका हुआ था।
बिजनौर (Bijnor) जिले की घटना के अनुसार, आरोपी कमल ने मौका पाकर पीड़िता को डरा-धमका कर उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी ने पीड़िता की आपत्तिजनक तस्वीरें खींचकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दीं। यह घटना न केवल पीड़िता के परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव में चिंता का विषय बन गई।

पीड़िता की मां ने ली कानून की मदद, ग्रामीणों के साथ आरोपी को पकड़ा
सुबह जब पीड़िता की मां को इंस्टाग्राम पर वह तस्वीरें मिलीं, तो उन्होंने तत्काल मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने ग्रामीणों की मदद से आरोपी कमल को पकड़कर थाने ले गई। पीड़िता की मां ने थाने में तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करते हुए उसका मेडिकल परीक्षण कराया।
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ सख्त धाराओं में केस दर्ज किया गया है और जल्द ही आरोपी को न्यायालय में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के अपराध बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और दोषी को कड़ी सजा दिलाने के लिए सभी कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
पुलिस कार्रवाई, ग्रामीणों की प्रतिक्रिया और सामाजिक जागरूकता
बिजनौर (Bijnor) पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ नाबालिग के साथ दुष्कर्म, धमकाने और अश्लील तस्वीरें प्रकाशित करने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह मामला नाबालिग संरक्षण कानून के तहत दर्ज किया गया है और जांच में तेजी लाई जा रही है।
बिजनौर (Bijnor) जिले के स्थानीय लोगों ने इस घटना को लेकर गहरी नाराजगी जताई है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे अपराध समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करते हैं। उन्होंने पुलिस से आग्रह किया कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रुक सकें।
पीड़िता की मां ने कहा, “मैं चाहती हूं कि मेरे जैसी औरतें इस दर्द से गुजरें नहीं। आरोपी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि यह संदेश जाए कि नाबालिगों के साथ अपराध करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”
मिशन शक्ति योजना और बालिका सुरक्षा पर जोर
उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर मिशन शक्ति योजना को लागू किया है। इस घटना के बाद पुलिस ने स्पष्ट किया कि इस तरह के अपराधों पर जीरो टॉलरेंस की नीति होगी और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि नाबालिगों की सुरक्षा के लिए न केवल कानून को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए बल्कि समाज में जागरूकता भी फैलाना जरूरी है। माता-पिता और समाज को बच्चों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होना चाहिए ताकि इस तरह के भयावह अपराधों पर रोक लगाई जा सके।
बिजनौर (Bijnor) जिले की इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त प्रयास किए जा रहे हैं या नहीं। पुलिस की तेज कार्रवाई के बावजूद ऐसे मामलों में समाज को भी सजग और संवेदनशील रहने की आवश्यकता है।
भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम
बिजनौर (Bijnor) जिले की इस घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि बच्चों और नाबालिगों की सुरक्षा के लिए केवल कानून लागू करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि समाज में शिक्षा और जागरूकता फैलाना भी बेहद जरूरी है। विशेषज्ञ सुझाव दे रहे हैं कि स्कूलों, पंचायतों और मोहल्लों में नियमित रूप से बच्चों और माता-पिता को सुरक्षा प्रशिक्षण, साइबर सुरक्षा जागरूकता और कानूनी अधिकारों की जानकारी दी जानी चाहिए। पुलिस और प्रशासन ने भी कहा है कि वे ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए न केवल पैनी नजर रखेंगे, बल्कि समय-समय पर लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाएंगे।