ऑपरेशन सिंदूर पर Chandrashekhar Azad का सवाल – क्या बीजेपी के तिरंगा यात्रा का उद्देश्य सच्ची सफलता दिखाना है?
भारत में बीजेपी द्वारा तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के बारे में कहा कि उनका लक्ष्य पूरा हो चुका है। हालांकि, इस बयान को लेकर राजनीति गर्मा गई है। पीएम मोदी का कहना था कि आतंकवाद के खिलाफ उनकी लड़ाई सफल रही है, लेकिन नगीना के सांसद और आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष Chandrashekhar Azad ने इस पर सवाल उठाए हैं।
Chandrashekhar Azad का बीजेपी पर हमला
Chandrashekhar Azad ने बीजेपी पर हमला करते हुए पूछा कि वे किस बात की सफलता का उत्सव मना रहे हैं? क्या बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के आरोपी अभी भी फरार हैं? उन्होंने इसे लेकर केंद्र सरकार को घेरा और कहा कि जब तक हमलावरों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई सच्ची सफलता नहीं हो सकती।
बैसरन घाटी आतंकी हमला और उसका प्रभाव
22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए थे। इस हमले के बाद, सरकार ने इन आतंकियों के पोस्टर जारी किए और 20 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया। बावजूद इसके, Chandrashekhar Azad ने सवाल उठाया कि जब तक आतंकी पकड़े नहीं जाते, तब तक बीजेपी कैसे ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का दावा कर सकती है?
ऑपरेशन सिंदूर पर चंद्रशेखर आज़ाद का सवाल
Chandrashekhar Azad ने अपनी एक्स (X) पोस्ट में लिखा, “26 निर्दोष लोगों की हत्या के आरोपी अब भी फरार हैं, और केंद्र सरकार कह रही है कि ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य पूरा हो गया।” यह बयान बीजेपी के दावे को चुनौती देता है और इस पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि क्या वाकई आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की गई है।
बीजेपी की तिरंगा यात्रा और राजनीति
बीजेपी की तिरंगा यात्रा को लेकर Chandrashekhar Azad ने सवाल उठाया कि क्या इस यात्रा का उद्देश्य असल में आतंकवाद के खिलाफ जनता को जागरूक करना है, या फिर इसका राजनीतिक लाभ लिया जा रहा है? उनके अनुसार, जब तक आतंकवादियों को सजा नहीं मिलती, तब तक इस यात्रा का कोई वास्तविक नहीं है।

चंद्रशेखर आज़ाद का दृष्टिकोण
सांसद Chandrashekhar Azad ने बीजेपी द्वारा ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के दावे को सिर्फ एक प्रचार स्टंट बताया। उन्होंने इस मुद्दे पर कहा कि जब तक हमलावरों को पकड़कर न्याय नहीं दिया जाता, तब तक कोई भी सरकार आतंकवाद के खिलाफ वास्तविक सफलता का दावा नहीं कर सकती।
क्या ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सवाल उठाना जायज है?
नगीना सांसद चंद्रशेखर आज़ाद के सवालों को सही ठहराते हुए, यह माना जा सकता है कि जब तक आतंकवादियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक आतंकवाद के खिलाफ सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठना लाजिमी है। ऑपरेशन सिंदूर ने भले ही कुछ आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की हो, लेकिन क्या यह पर्याप्त है?
ऑपरेशन सिंदूर के बाद क्या सच्ची सफलता मिली?
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीजेपी अपनी सफलता का उत्सव मना रही है, लेकिन Chandrashekhar Azad के सवालों से यह स्पष्ट होता है कि जब तक आतंकवादी पकड़े नहीं जाते और उन्हें सजा नहीं मिलती, तब तक इस सफलता पर शक किया जा सकता है। आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा, और इस मुद्दे पर सरकार को और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
ऑपरेशन सिंदूर और बीजेपी की तिरंगा यात्रा ने देशभर में राजनीतिक हलचल मचा दी है। प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद, जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को सफल बताया, Chandrashekhar Azad ने इस पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि जब तक आतंकवादी पकड़े नहीं जाते और न्याय नहीं मिलता, तब तक आतंकवाद के खिलाफ कोई सच्ची सफलता का दावा नहीं किया जा सकता।
दरअसल बीजेपी अपनी तिरंगा यात्रा के जरिए देशवासियों को आतंकवाद के खिलाफ जागरूक करने का दावा कर रही है, लेकिन Chandrashekhar Azad का सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ राजनीतिक प्रचार का हिस्सा है? जब तक हमलावरों को सजा नहीं मिलती, तब तक किसी भी सरकार का आतंकवाद के खिलाफ सफलता का दावा संदिग्ध हो सकता है।
ऑपरेशन सिंदूर ने भले ही कुछ आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की हो, लेकिन चंद्रशेखर आज़ाद का यह सवाल सही है कि क्या यह कार्रवाई पर्याप्त है? यह स्पष्ट है कि आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा, और इस पर आगे और सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।