CM Yogi ने प्रधानमंत्री पद की दावेदारी पर किया बड़ा खुलासा – जानिए क्या कहा!
उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर एक बड़ा और स्पष्ट बयान दिया। उन्होंने कहा कि राजनीति उनका पूर्णकालिक व्यवसाय नहीं है और उनका मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश की जनता की सेवा करना है। सीएम योगी ने यह भी बताया कि वह राजनीति में हमेशा के लिए नहीं हैं और न ही वह प्रधानमंत्री बनने के लिए राजनीति में आए हैं।
मैं राजनीति में हमेशा के लिए नहीं हूं,” CM Yogi ने किया स्पष्ट बयान
सीएम योगी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं दिल से एक योगी हूं और राजनीति मेरा पूर्णकालिक व्यवसाय नहीं है। मैं उत्तर प्रदेश की जनता की सेवा करने के लिए मुख्यमंत्री बना हूं और यह जिम्मेदारी निभा रहा हूं। मैं हमेशा के लिए राजनीति में नहीं हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में उनका योगदान सीमित समय के लिए है। उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वह प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदारी करने के बजाय अपनी वर्तमान जिम्मेदारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री पद की दावेदारी पर सीएम योगी का बड़ा बयान
इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। सोशल मीडिया पर CM Yogi को उनके समर्थकों द्वारा प्रधानमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है। 30 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी के संघ मुख्यालय जाने के बाद यह चर्चाएं और बढ़ गईं। इन चर्चाओं में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का नाम भी सामने आ रहा है। हालांकि, सीएम योगी ने इस बारे में कोई बयान नहीं दिया, लेकिन उनके समर्थकों के बीच प्रधानमंत्री बनने की चर्चाएं जारी हैं।

राजनीति में धर्म का मिलन गलत नहीं है: योगी आदित्यनाथ
CM Yogi ने अपने बयान में धर्म और राजनीति के रिश्ते पर भी बात की। उन्होंने कहा कि राजनीति और धर्म का मिलन गलत नहीं है। जब धर्म का उपयोग स्वार्थ की पूर्ति के लिए किया जाता है, तो समस्याएं उत्पन्न होती हैं। उनका मानना है कि धर्म का उद्देश्य परमार्थ होता है और जब इसका प्रयोग समाज के कल्याण के लिए होता है, तो यह प्रगति का मार्ग खोलता है। उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति का उद्देश्य सिर्फ स्वार्थ पूर्ति नहीं है, बल्कि समाज की भलाई करना है। धर्म और राजनीति के बीच सामंजस्य से ही समाज में प्रगति हो सकती है।
सीएम योगी का कहना है – “मैं राजनीति में समाज की भलाई के लिए हूं”
CM Yogi ने राजनीति को केवल स्वार्थ की पूर्ति के बजाय समाज की भलाई का एक माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि राजनीति का उद्देश्य समाज के कल्याण के लिए होना चाहिए, न कि व्यक्तिगत लाभ के लिए। यह बयान उन चर्चाओं के बीच आया है, जिसमें कुछ लोग उन्हें प्रधानमंत्री पद का दावेदार मानते हैं। योगी आदित्यनाथ का यह बयान राजनीति में धर्म के सही उपयोग को लेकर एक अहम संदेश देता है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें धर्म को किसी विशेष स्थान या समूह तक सीमित नहीं करना चाहिए।
यूूपी के CM Yogi आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर अपना स्पष्ट और निर्णायक बयान दिया। उन्होंने कहा कि राजनीति उनका पूर्णकालिक व्यवसाय नहीं है और वह उत्तर प्रदेश की सेवा के लिए मुख्यमंत्री बने हैं। उनका मुख्य उद्देश्य समाज की भलाई करना है, न कि व्यक्तिगत स्वार्थों की पूर्ति। योगी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह राजनीति में हमेशा के लिए नहीं हैं, और उनकी राजनीति में योगदान की समय सीमा निर्धारित है।
इसके साथ ही, CM Yogi ने धर्म और राजनीति के मिलन पर भी अपने विचार साझा किए, जिसमें उन्होंने कहा कि धर्म का उद्देश्य समाज की भलाई है और राजनीति का भी वही उद्देश्य होना चाहिए। जब दोनों मिलकर समाज के कल्याण के लिए काम करते हैं, तो समाज की प्रगति संभव होती है। उनके बयान से यह साफ हो जाता है कि वह प्रधानमंत्री बनने के बजाय अपनी वर्तमान जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। साथ ही, यह भी संकेत मिलता है कि वह अपने राजनीतिक जीवन में धर्म और समाज के कल्याण को प्राथमिकता देते हैं।