Sultanpur Durga Pooja Visarjan Me 2 Behno Ki Maut
सुल्तानपुर (संवाददाता मो०काशिफ) : सुलतानपुर (Sultanpur) जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के बाद लौट रहे एक परिवार पर तेज रफ्तार ट्रक ने कहर बरपा दिया। अयोध्या-प्रयागराज बाईपास पर हुए इस भीषण हादसे में दो सगी बहनों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि परिवार के चार अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा बुधवार देर रात करीब डेढ़ बजे कमनगढ़ गांव के पास हुआ। घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है।
मृत बच्चियों की पहचान सीमा (16) और रीमा (10) पुत्री रामकरन निषाद निवासी ग्राम ओदरा, थाना कोतवाली देहात के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार परिवार के लोग शहर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन की शोभायात्रा देखने के बाद घर लौट रहे थे। वे सभी पैदल ही अपने गांव की ओर जा रहे थे कि तभी पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार अज्ञात ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। ट्रक की टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों बहनों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

चार गंभीर घायल, दो को लखनऊ रेफर – रातभर अस्पताल में चला रेस्क्यू ऑपरेशन
सुलतानपुर (Sultanpur) हादसे में रेखा निषाद (18), अंजलि निषाद (10), कुलदीप निषाद (20) और संजनी निषाद (15) गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने सभी को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद दो की हालत नाजुक देखते हुए लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, जबकि अन्य दो घायलों का इलाज सुलतानपुर मेडिकल कॉलेज में जारी है।
सूचना मिलते ही सुलतानपुर (Sultanpur) पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। घायलों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भिजवाया गया और मृतक बहनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी और परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था।
एएसपी सिटी सुलतानपुर (Sultanpur) ने बताया कि हादसा अत्यंत दर्दनाक है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है और ट्रक चालक की तलाश में टीमें लगा दी गई हैं। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ट्रक अयोध्या की ओर से प्रयागराज की दिशा में जा रहा था।

हादसे से गांव में मातम, ट्रक चालक फरार – ग्रामीणों ने जताया गुस्सा
सुलतानपुर (Sultanpur) के इस हृदयविदारक हादसे ने पूरे गांव में मातम फैला दिया है। मृतक परिवार के घर कोहराम मचा हुआ है। हर कोई गम में डूबा है और गांव की गलियों में सन्नाटा छा गया है। परिजनों का कहना है कि हादसे के समय सड़क पर ट्रक की रफ्तार बहुत तेज थी, जिससे किसी को संभलने तक का मौका नहीं मिला। हादसे के बाद चालक ट्रक लेकर फरार हो गया।
ग्रामीणों ने मौके पर भारी आक्रोश जताया। उनका कहना है कि अयोध्या-प्रयागराज बाईपास पर अक्सर इस तरह की दुर्घटनाएं होती रहती हैं। प्रशासन से कई बार गति नियंत्रण के लिए स्पीड ब्रेकर और पुलिस गश्त की मांग की गई थी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। अगर समय रहते सुरक्षा इंतज़ाम किए गए होते तो आज ये दर्दनाक घटना टल सकती थी।
सुलतानपुर (Sultanpur) घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर कोतवाली देहात पुलिस, सीओ सिटी, और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया और ट्रक चालक की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। पुलिस अब आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि फरार चालक की पहचान की जा सके।
त्योहार की खुशियां मातम में बदलीं, प्रशासन पर उठे सवाल
जहां एक ओर पूरे सुलतानपुर (Sultanpur) शहर में देवी दुर्गा के जयकारे और उत्सव का माहौल था, वहीं दूसरी ओर इस हादसे ने खुशियों को मातम में बदल दिया। लोग कह रहे हैं कि त्योहार के समय प्रशासन को खास सतर्कता रखनी चाहिए थी, क्योंकि रातभर शोभायात्राएं और जुलूस निकलते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि पुलिस ने समय रहते बाईपास मार्ग पर पेट्रोलिंग की होती तो हादसे को रोका जा सकता था। अब परिवार के दो मासूम बच्चे इस दुनिया में नहीं रहे और बाकी सदस्य जीवन और मौत के बीच जूझ रहे हैं।
फिलहाल सुलतानपुर (Sultanpur) पुलिस ने अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। लेकिन इस हादसे ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या त्योहारों के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं?