Dono Paksho Ko Samjhati Hapur Police
हापुड़ (संवाददाता सोनू चौधरी) : उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ (Hapur) के थाना देहात क्षेत्र में एक सगाई समारोह खाने को लेकर बवाल में बदल गया। लड़के पक्ष ने नाश्ते में फ्राई मछली और मटन न मिलने पर जमकर हंगामा किया और शादी से इनकार कर दिया। घटना इतनी बढ़ गई कि लड़की पक्ष को मामले को शांत कराने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी।
यह मामला न केवल खाने को लेकर है बल्कि इसमें रस्मों और अपेक्षाओं को लेकर दोनों पक्षों के बीच गंभीर विवाद झलकता है।

घटना का पूरा मामला — पहले बुलेट बाइक और स्कॉर्पियो की मांग
जानकारी के अनुसार हापुड़ (Hapur) के गांव गोदी सलाई की रहने वाली अब्दुल जब्बार की बेटी इकरा परवीन का निकाह 17 अक्टूबर को अठसैनी के रहने वाले अहमद से होना था। इस मौके पर पहले से ही लड़के पक्ष ने लड़की पक्ष से कुछ मांगें रखी थी, जिसमें बुलेट बाइक और स्कॉर्पियो शामिल थी। लड़की पक्ष ने बुलेट बाइक दे दी और स्कॉर्पियो देने का भी वादा किया।
लेकिन नाश्ते में लड़के पक्ष को उनकी मनपसंद डिश — फ्राई मछली और मटन — न मिलने पर विवाद पैदा हो गया। लड़के पक्ष ने जोर देकर कहा कि यदि ये नहीं मिले तो शादी नहीं होगी। इस पर दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई और मामला पुलिस तक पहुँच गया।
झगड़े की शुरुआत — कैसे बढ़ा विवाद
हापुड़ (Hapur) जिले के थाना देहात के गांव गोदी सलाई में देर रात लड़के पक्ष लगभग 40 लोग सगाई और लाल खत लेकर लड़की पक्ष के घर पहुंचे। रस्मों के बाद जब नाश्ते का आयोजन हुआ तो खाने में फ्राई मछली और मटन न मिलने पर लड़के पक्ष नाराज हो गया।
लड़की पक्ष के प्रतिनिधि फैजल ने बताया कि अठसैनी से आए मेहमान सगाई और चिट्ठी लेकर आए थे और खाने-पीने को लेकर ही विवाद शुरू हुआ। लड़के पक्ष ने मटन, फ्राई मछली और बुटेर (बटेर) की मांग की थी, जिसे पूरा न करने पर मामला तूल पकड़ गया।
बाद में लड़के पक्ष ने शादी से इनकार करते हुए कहा कि या तो ये चीजें उपलब्ध कराई जाएं या शादी रद्द की जाए। इस कारण लड़की पक्ष को पुलिस बुलानी पड़ी।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच
हापुड़ (Hapur) थाना देहात के प्रभारी विजय गुप्ता ने पुष्टि की कि गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली के गांव अठसैनी से लगभग 40 लोग सगाई और चिट्ठी लेकर गोदी सलाई आए थे। खाने को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ।
थाना देहात के प्रभारी विजय गुप्ता हापुड़ (Hapur) ने कहा कि फिलहाल दोनों पक्षों की सुनवाई कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का यह भी कहना था कि शादी से पहले ही विवाद को सुलझाने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि मामला और बढ़े नहीं।
सामाजिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य
जिले के स्थानीय लोगों का मानना है कि इस तरह के मामले पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों में दरार डाल सकते हैं। शादी और सगाई जैसी रस्मों में खाने-पीने की व्यवस्था एक महत्वपूर्ण पहलू होती है, और इसमें किसी तरह की चूक विवाद का कारण बन सकती है।
कुछ लोग इसे परंपरागत अपेक्षाओं के उल्लंघन और सम्मान के मुद्दे के रूप में देखते हैं, जबकि कुछ इसे अनावश्यक घटना मानते हैं। यह घटना स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
हापुड़ (Hapur) के इस विवाद ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पारिवारिक आयोजनों में खाने-पीने की व्यवस्था और पारंपरिक मांगों का पालन न केवल रस्मों के लिए बल्कि रिश्तों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
हापुड़ (Hapur) पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और उम्मीद है कि दोनों पक्षों के बीच समझौता या समाधान निकाला जाएगा, ताकि शादी जैसे महत्वपूर्ण आयोजन का उद्देश्य पूरा हो सके और विवाद का असर भविष्य में न पड़े।