उत्तर प्रदेश में Farmers की सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई से किस्मत चमकेगी। जानिए पूरी योजना।
ब्यूरो रिपोर्टः यूपी की योगी सरकार Farmers की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र में तकनीकी सशक्तिकरण की दिशा में लगातार कार्य कर रही है. अब सरकार राज्य के 1750 राजकीय नलकूपों का पुनर्निर्माण कर उन्हें ईको फ्रेंडली ट्यूबवेल में तब्दील करेगी. जिससे प्रदेश के करीब ढाई लाख कृषक परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा।
Farmers को यूपी सरकार का बड़ा तोहफा
बता दे कि इसके साथ ही सिंचाई क्षमता में पौने दो लाख हेक्टेयर की वृद्धि भी होने जा रही है. ये सभी सिंचाई परियोजनाएं अगले दो वर्षों में पूरी कर ली जाएंगी, जो Farmers के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित होंगी. सबसे खास बात ये है कि सौर ऊर्जा के माध्यम से हाईब्रिड मोड पर लघु डाल नहरों को संचालित करने का अभिनव प्रयोग किया जा रहा है। राजकीय नलकूपों को पर्यावरण अनुकूल बनाया जा रहा है।
अब हर खेत तक पहुंचेगा पानी
इसके अंतर्गत Farmers के नलकूपों के चारों ओर पौधरोपण किया जाएगा और उन्हें ईको फ्रैंडली ट्यूबवेल के रूप में विकसित किया जाएगा. आपको बता दे कि इससे पर्यावरण संतुलन भी बना रहेगा और हरित क्षेत्र में वृद्धि होगी. साथ ही सतही जल के अधिकतम उपयोग को बढ़ावा देने के लिए 21 नवीन लघु डाल नहरों के निर्माण के लिए व्यापक सर्वेक्षण किया जा रहा है।
पौने दो लाख हेक्टेयर की सिंचाई क्षमता में इजाफा
हालांकि इन नहरों को सौर ऊर्जा के माध्यम से हाईब्रिड मोड पर संचालित करने का अभिनव प्रयोग शुरू किया गया है. जिससे ऊर्जा की बचत के साथ-साथ सतत सिंचाई संभव हो सकेगी. दरअसल योगी सरकार की योजना केवल भौतिक संरचनाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि सिंचाई में आधुनिक तकनीकों को भी शामिल किया जा रहा है।

इंटरनेट ऑफ थिंग्स स्मार्टफोन टूल्स और सेंसर जैसी तकनीकों का उपयोग कर स्मार्ट सिंचाई प्रणाली लागू की जा रही है. बता दे कि इस तकनीक के जरिए पानी के प्रवाह को दूर से नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे पानी की बर्बादी को रोका जा सकता है और आवश्यकतानुसार ही पानी का उपयोग सुनिश्चित किया जा सकता है।
ढाई लाख से अधिक Farmers को मिलेगा सीधा फायदा
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा शुरू की गई ईको-फ्रेंडली नलकूप योजना राज्य के Farmers के लिए एक ऐतिहासिक और क्रांतिकारी पहल है। दरअसल इस योजना के तहत 1750 राजकीय नलकूपों का पुनर्निर्माण कर उन्हें सौर ऊर्जा आधारित और पर्यावरण अनुकूल ट्यूबवेल में बदला जाएगा। आपको बता दे कि इससे लगभग ढाई लाख कृषक परिवारों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा।
जानिए योगी सरकार की यह क्रांतिकारी योजना
इसके अलावा, सौर ऊर्जा और हाईब्रिड मोड जैसी आधुनिक तकनीकों के उपयोग से यह परियोजना पर्यावरण संरक्षण में भी एक बड़ा योगदान देगी। सरकार का लक्ष्य है कि यह सभी परियोजनाएं अगले दो वर्षों में पूरी की जाएं, जिससे यह Farmers के लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हो। अंततः यह कहा जा सकता है कि ईको-फ्रेंडली नलकूप योजना उत्तर प्रदेश के कृषि क्षेत्र को हरित, आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक मजबूत और दूरदर्शी कदम है।
इस योजना के तहत 1750 राजकीय नलकूपों का पुनर्निर्माण कर उन्हें सौर ऊर्जा आधारित हाईब्रिड प्रणाली से जोड़ा जा रहा है, जिससे न केवल सिंचाई क्षमता में पौने दो लाख हेक्टेयर की वृद्धि होगी, बल्कि करीब ढाई लाख कृषक परिवारों को प्रत्यक्ष लाभ भी मिलेगा। यह योजना पर्यावरण के प्रति जागरूकता, ऊर्जा की बचत, और कृषि में तकनीकी सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण है।
सौर ऊर्जा के उपयोग से नलकूप और लघु डाल नहरें ज्यादा प्रभावी ढंग से संचालित होंगी, जिससे Farmers की सिंचाई लागत कम होगी और उत्पादन क्षमता बढ़ेगी। बता दे कि यूपी की योगी सरकार का लक्ष्य अगले दो वर्षों में इन सभी परियोजनाओं को पूर्ण करना है। यदि यह योजना निर्धारित समय पर पूरी होती है, तो यह प्रदेश के किसानों के लिए एक ऐतिहासिक टर्निंग प्वाइंट साबित होगी।