संभल (महबूब अली) : संभल में शाही जामा मस्जिद (Sambhal Jama Masjid) के दूसरे सर्वे के दौरान हुई हिंसा के मामले में न्यायिक आयोग के तीन सदस्यीय टीम ने आज पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पहुंचकर संबंधित लोगों के बयान दर्ज किए। इस दौरान, जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर होने का दावा पेश करने वाली याचिका दायर करने वाले चंदौसी के वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन भी उपस्थित हुए और उन्होंने न्यायिक आयोग के सामने अपने बयान दर्ज कराए। यह घटना और उसके बाद की स्थिति, जो हिंसा के रूप में सामने आई, आज भी चर्चा का विषय बनी हुई है।
जामा मस्जिद (Sambhal Jama Masjid) से हरिहर मंदिर के विवाद में नया मोड़
चंदौसी के वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने शाही जामा मस्जिद (Sambhal Jama Masjid) को हरिहर मंदिर होने का दावा करते हुए याचिका दायर की थी। आज न्यायिक आयोग के सामने पेश होकर उन्होंने 24 नवंबर को हुई हिंसा और उस दिन के घटनाक्रम को लेकर अपना बयान दिया। विष्णु शंकर जैन ने बताया कि आयोग ने उन्हें 19 और 24 तारीख की घटना को समझाने के लिए बुलाया था, और उन्होंने पूरी घटनाओं का बारीकी से विवरण दिया।
24 नवंबर की हिंसा पर महत्वपूर्ण बयान
24 नवंबर को हुई हिंसा के विषय में विष्णु शंकर जैन ने बताया कि इस दिन शाही जामा मस्जिद के आसपास माहौल बहुत ही तनावपूर्ण था। उन्होंने कहा कि वहां भारी मात्रा में पथराव हो रहा था और उपद्रवी उनके पास आने की कोशिश कर रहे थे। उनके अनुसार, इस दौरान पुलिस और प्रशासन ने सूझबूझ का परिचय दिया और अगर पुलिस नहीं होती, तो स्थिति और भी बिगड़ सकती थी। उन्होंने यह भी कहा कि इस दिन के घटनाक्रम में फायरिंग की आवाजें सुनी गईं, आगजनी हुई, गाड़ियां और मोटरसाइकिलें जलाई गईं।
पुलिस प्रशासन की भूमिका
विष्णु शंकर जैन ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि इस हिंसक माहौल के दौरान पुलिस प्रशासन ने बहुत ही समझदारी से काम किया। उन्होंने यह माना कि अगर पुलिस का बड़ा बल मौके पर नहीं होता, तो वह और अन्य लोग हिंसा की चपेट में आ सकते थे। उनके अनुसार, पुलिस ने आंसू गैस का भी प्रयोग किया और हालात को काबू करने की पूरी कोशिश की। इस दौरान, उनके लिए वहां से बचकर निकलना बहुत मुश्किल था, लेकिन पुलिस के प्रयासों के चलते वे सुरक्षित बाहर आ सके।(Sambhal Jama Masjid)
न्यायिक आयोग का महत्व और कार्यवाही का इंतजार
विष्णु शंकर जैन ने कहा कि उन्होंने न्यायिक आयोग को पूरा घटनाक्रम बताया और आयोग से न्याय की उम्मीद जताई। उनके अनुसार, न्यायिक आयोग ने जिस तरह से इस मामले में अपनी कार्रवाइयों को जारी रखा है, उससे उन्हें उम्मीद है कि जल्दी ही इस हिंसा के कारणों और जिम्मेदारों के बारे में पूरी सच्चाई सामने आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अब आयोग की कार्यवाही का इंतजार रहेगा और उन्हें उम्मीद है कि न्याय मिलेगा। (Sambhal Jama Masjid)
संभल की शाही जामा मस्जिद (Sambhal Jama Masjid) के विवाद और 24 नवंबर की हिंसा के बाद का घटनाक्रम अब न्यायिक आयोग के समक्ष है। विष्णु शंकर जैन ने अपने बयान में पूरी स्थिति को विस्तार से रखा और इस बात पर जोर दिया कि पुलिस प्रशासन की सूझबूझ और मुस्तैदी के कारण बड़ी दुर्घटना टल गई। अब इस मामले में न्यायिक आयोग की कार्यवाही से उम्मीद की जा रही है कि पूरे मामले की सच्चाई सामने आएगी और इस हिंसा के जिम्मेदारों को सजा मिलेगी। इस पूरी घटना ने संभल और आसपास के इलाके में तनाव को बढ़ा दिया है, और अब सभी की नजरें न्यायिक आयोग की कार्यवाही पर टिकी हुई हैं। (Sambhal Jama Masjid)