Savi Jain Ek Din Ki DM Shamli
शामली (Shamli) (संवाददाता दीपक राठी) : उत्तर प्रदेश सरकार की मिशन शक्ति योजना के तहत महिलाओं को सशक्त और जागरूक बनाने के प्रयास लगातार जारी हैं। इसी दिशा में जनपद शामली (Shamli) में एक अनूठी पहल की गई, जिसमें 21 होनहार बेटियों को एक दिन के लिए प्रशासनिक जिम्मेदारी दी गई। इस कदम का उद्देश्य बेटियों को नेतृत्व देने के साथ-साथ समाज में महिला सशक्तिकरण का संदेश देना है।
इस पहल के माध्यम से यह साबित किया गया कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं और उन्हें अवसर मिलते ही वे अपनी प्रतिभा और नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन कर सकती हैं।

सावी जैन बनीं एक दिन की डीएम, रिद्धि मित्तल बनीं एक दिन की एसपी
शामली (Shamli) कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण था सावी जैन, जिन्होंने सीबीएसई इंटर बोर्ड परीक्षा में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। उनके इस उपलब्धि के सम्मान में उन्हें एक दिन के लिए शामली (Shamli) जिले का डीएम बनाया गया। डीएम के रूप में सावी जैन ने पीड़ितों की समस्याएं सुनीं और संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
वहीं, रिद्धि मित्तल को एक दिन के लिए एसपी शामली (Shamli) की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने थाना स्तर पर शिकायतों के निस्तारण और पुलिस कार्यप्रणाली को समयबद्ध बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व शिकायत निवारण प्रक्रिया को और प्रभावी बनाने के कदम उठाए।
शामली (Shamli) की एक दिन की डीएम सावी जैन ने इस अनुभव को अपने लिए प्रेरणादायक बताते हुए कहा, “मैं अब और मेहनत कर समाज में बदलाव लाने का प्रयास करूंगी। यह अनुभव मेरे जीवन में एक नई दिशा देगा।”

मिशन शक्ति योजना का उद्देश्य और प्रभाव
उत्तर प्रदेश सरकार की मिशन शक्ति योजना का उद्देश्य महिलाओं और बेटियों को सामाजिक, आर्थिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाना है। योजना का लक्ष्य है कि महिलाएं हर क्षेत्र में बराबरी से भाग लें और नेतृत्व की भूमिकाओं में आगे आएं।
शामली (Shamli) में आयोजित इस कार्यक्रम में बेटियों को प्रशासनिक पद सौंपना इस योजना का प्रतीकात्मक पहलू था। प्रशासन की ओर से बेटियों को एक दिन का मानदेय भी प्रदान किया गया, जिससे उन्हें यह अनुभव और अधिक यादगार बना।
इस पहल से बेटियों में आत्मविश्वास की नई लहर देखने को मिली। प्रशासनिक जिम्मेदारी निभाते हुए उन्होंने साबित किया कि यदि बेटियों को सही अवसर मिले, तो वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकती हैं और समाज में बदलाव ला सकती हैं।

समाज में संदेश और भविष्य की उम्मीद
शामली (Shamli) के इस कार्यक्रम ने स्पष्ट संदेश दिया कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में नेतृत्व करने में सक्षम हैं। जब उन्हें अवसर मिलता है तो वे न केवल खुद को बल्कि पूरे समाज को आगे बढ़ाती हैं।
मिशन शक्ति की यह पहल सिर्फ बेटियों को सम्मान देने का माध्यम नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। इससे यह संदेश गया कि समाज में समानता और महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रशासन गंभीर है और इसके लिए प्रभावी कदम उठा रहा है।
शामली (Shamli) में आयोजित इस कार्यक्रम से यह साबित हुआ कि बेटियों को अवसर देने से समाज को सशक्त और प्रगतिशील बनाया जा सकता है। इस पहल ने न केवल बेटियों को सम्मान दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि समाज में बदलाव के लिए बेटियों की भागीदारी आवश्यक है।