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Muzaffarnagar में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल की हत्या, गांव में तनाव!

Muzaffarnagar Delhi Police Constable kills uncle over land dispute

Muzaffarnagar में पारिवारिक विवाद में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल ने की हत्या,सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

गौरव चौटाला (संवाददाता): खबर उत्तर प्रदेश के Muzaffarnagar से है, जहां खेत की डोल को लेकर हुए एक ही परिवार के दो पक्षों के बीच विवाद में दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल ने खुलेआम अवैध देशी तमंचे से गोली मारकर अपने चाचा की हत्या कर सनसनी फैला दी थी। बता दे कि इस दौरान किसी व्यक्ति ने ये पूरा वाक्या अपने मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था।

Muzaffarnagar में पारिवारिक विवाद का मामला

जिसके चलते Muzaffarnagar पुलिस ने आज हत्यारे दिल्ली पुलिस के इस हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है पुलिस ने आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त एक अवैध देशी तमंचा और कुछ कारतूस भी बरामद किए है। दरसअल मुजफ्फरनगर के मीरापुर थाना क्षेत्र स्थित भुम्मा गांव में खेत की डोल को लेकर एक ही परिवार के दो पक्षों के बीच विवाद हो गया था।

दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल ने की हत्या

जिसमें दोनों तरफ से जमकर लाठी डंडे चले थे इस दौरान दिल्ली पुलिस में हैड कांस्टेबल के पद पर तैनात सोकेन्द्र नाम के एक व्यक्ति ने देशी तमंचे से जमकर फायर की थी जिसमें आरोपी सोकेन्द्र के एक 65 वर्षीय चाचा महकार सिंह की गोली लगने से दर्दनाक मौत हो गई थी तो वहीं इस घटनाक्रम में कई लोगों को गंभीर चोटे भी आई थी। इस दौरान गांव के किसी व्यक्ति ने ये पूरी घटना अपने मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी थी।

शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा

इस घटना के बाद सूचना पर पहुंची Muzaffarnagar पुलिस ने जहां मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था तो वहीं घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराकर पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जहां जेल भेज दिया था तो वहीं आज इस घटना के मुख्य आरोपी दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल सोकेन्द्र को भी Muzaffarnagar पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

देसी तमंचा और कुछ कारतूस भी बरामद

जिसके पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त एक देसी तमंचा और कुछ कारतूस भी बरामद किए हैं। वही इस घटना की अधिक जानकारी देते हुए एसएसपी Muzaffarnagar संजय कुमार वर्मा ने बताया कि देखिए दिल्ली पुलिस का हेड कांस्टेबल है सोकेन्द्र आपने देखा होगा 25.5.25 को एक वीडियो भी आपने देखा होगा और यह मुजफ्फरनगर के मीरापुर थाने के एक गांव में दो पक्ष एक ही खानदान के रहने वाले हैं इनमें मेढ़ के विवाद को लेकर झगड़ा हो गया था।

Muzaffarnagar Head Constable Shoots Uncle
Muzaffarnagar mein head constable ne chacha ko goli maari, viral video ne machayi halchal

जिसमें तमाम विवादों के दौरान गोली चलती है और गोली चलने पर एक व्यक्ति मेहरपाल की मृत्यु हो जाती है जिसमें वह 65 साल के थे ओर इसमें पांच लोगों को नाम जज किया गया था ऑलरेडी दो मुजरिम गिरफ्तार करके जेल जा चुके हैं और यह स्वयं सोकेन्द्र जो मुख्य अभियुक्त था यह भी गिरफ्तार किया गया है आज उसको जेल भेजने की कार्रवाई विधिक रूप से की जा रही है।

कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल खड़े

Muzaffarnagar की यह घटना पारिवारिक विवाद के चलते हुई एक जघन्य हत्या को दर्शाती है। दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल द्वारा की गई इस हत्या ने न केवल पुलिस विभाग की छवि को धूमिल किया है, बल्कि यह समाज में कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल खड़े करता है।

पुलिस की तत्परता और सख्त कार्रवाई से आरोपी को गिरफ्तार किया गया, लेकिन यह घटना यह भी दर्शाती है कि पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए कानूनी मार्ग अपनाना चाहिए, न कि हिंसा का सहारा लेना चाहिए। Muzaffarnagar की यह दिल दहला देने वाली घटना यह दर्शाती है कि पारिवारिक विवाद अगर समय रहते सुलझाए न जाएं, तो वे किस हद तक हिंसक हो सकते हैं।

खेत की डोल जैसी मामूली बात को लेकर एक जिम्मेदार पद पर तैनात दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल द्वारा अपने ही चाचा की हत्या कर देना समाज में कानून व्यवस्था, पारिवारिक मूल्यों और Muzaffarnagar पुलिस विभाग की नैतिक जिम्मेदारियों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। घटना का वीडियो वायरल होने और आरोपी की गिरफ्तारी से यह साबित होता है कि अब कोई भी अपराध छुपाया नहीं जा सकता।

सोशल मीडिया और जागरूक नागरिकों की भूमिका अपराधों को उजागर करने में अहम हो गई है। वहीं, पुलिस की तत्परता और त्वरित कार्रवाई ने यह भी दिखा दिया कि कानून किसी के लिए विशेष नहीं होता – चाहे वह आम नागरिक हो या कोई पुलिसकर्मी। यह घटना केवल एक हत्या की कहानी नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि भावनाओं पर काबू पाना, कानूनी प्रक्रिया का पालन करना और विवादों को संवाद के माध्यम से सुलझाना कितना जरूरी है।

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