Saloni Ek Din Ki SSP Muzaffarnagar
मुजफ्फरनगर (संवाददाता गौरव चौटाला) :उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जनपद में सोमवार का दिन ऐतिहासिक रहा। मिशन शक्ति 5.0 अभियान के अंतर्गत पूरे जिले की कानून व्यवस्था का जिम्मा एक दिन के लिए महिला शक्ति के हाथों में सौंप दिया गया। मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले के सभी 22 थानों, सीओ, एसपी और यहां तक कि एसएसपी की कुर्सी पर भी जिले की होनहार छात्राओं ने बैठकर फरियादियों की समस्याएं सुनीं और उनके निस्तारण के निर्देश दिए। इस दौरान जिले के वास्तविक अधिकारी बगल की कुर्सी पर बैठकर छात्राओं को मार्गदर्शन करते दिखे।
यह पहल महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सशक्तिकरण और सम्मान के उद्देश्य से की गई थी। जनपद में महिला पुलिस पहले ही मिशन शक्ति के तहत अपराधियों को सबक सिखाने का काम कर रही है और अब छात्राओं को सीधे जिम्मेदारी देकर यह संदेश दिया गया कि बेटियां समाज का नेतृत्व करने में सक्षम हैं।

महिला छात्राओं ने सुनी फरियादें, महिला उत्पीड़न के मामले रहे प्रमुख
फरियाद सुनने की प्रक्रिया में यह साफ दिखा कि सबसे ज्यादा मामले महिला उत्पीड़न से जुड़े हुए थे। छात्राओं ने गंभीरता से फरियादियों की समस्याएं सुनीं और सीधे संबंधित थाना अध्यक्षों को निर्देश दिए।
1 दिन की एसएसपी मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) बनीं छात्रा सलोनी ने बताया कि वे कोर कॉलेज रुड़की से बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई कर रही हैं और भविष्य में नर्सिंग ऑफिसर बनना चाहती हैं। उन्होंने कहा, “आज एसएसपी बनकर मैंने कई फरियादें सुनीं। ज्यादातर मामले महिला उत्पीड़न से जुड़े थे। मैंने थानों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसी शिकायतों पर त्वरित और कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। सबसे बड़ी चुनौती महिलाओं की सुरक्षा है और इस जिम्मेदारी ने मुझे सिखाया कि हम समाज में बदलाव कैसे ला सकते हैं।”
एसएसपी मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) सलोनी ने यह भी कहा कि इस अनुभव से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है और उन्हें यह समझ आया कि कानून-व्यवस्था को बनाए रखना कितना चुनौतीपूर्ण काम है।

SSP संजय कुमार वर्मा ने छात्राओं की पहल को सराहा
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने इस पहल की खुलकर सराहना की। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति फेस 5 के तहत छात्राओं को जिम्मेदारी देना एक बड़ा बदलाव है और इससे समाज में जागरूकता का संदेश जाएगा।
एसएसपी वर्मा मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने कहा, “आज लड़कियों ने जिस जिम्मेदारी और गंभीरता से समस्याएं सुनीं और मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले के थाना प्रभारियों से बातचीत की, उससे साफ है कि नई पीढ़ी बेहद जागरूक है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की मंशा है कि प्रदेश की हर बेटी सुरक्षित, सम्मानित और आत्मनिर्भर बने। यह पहल उसी दिशा में उठाया गया एक कदम है।”
एसएसपी वर्मा मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने आगे कहा कि मिशन शक्ति के माध्यम से लड़कियां आत्मनिर्भर बन रही हैं। अब वे न केवल अपने करियर पर ध्यान दे रही हैं बल्कि खुद अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी सक्षम हो रही हैं। इस कार्यक्रम ने यह साबित किया कि बेटियां किसी भी जिम्मेदारी को बखूबी निभा सकती हैं।
मिशन शक्ति 5.0: महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति 5.0 अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वालंबन सुनिश्चित करना है। मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में हुई इस अनोखी पहल ने न सिर्फ बेटियों का आत्मविश्वास बढ़ाया बल्कि समाज में यह संदेश भी दिया कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में एक दिन के लिए कानून की बागडोर छात्राओं के हाथों में देकर यह साबित कर दिया गया कि आने वाला समय महिला नेतृत्व का है। इस प्रयोग से जहां छात्राओं को प्रशासनिक अनुभव मिला वहीं फरियादियों ने भी महिला अधिकारियों के सामने अपनी समस्याएं निडर होकर रखीं।