ब्यूरो रिपोर्टः जैसे ही मौसम साफ होता है और बादल हटते हैं, तापमान में गिरावट शुरू हो जाती है। शुष्क मौसम में ठंड (Cold) का अहसास ज्यादा होता है, क्योंकि आर्द्रता कम होने से शरीर से गर्मी का निकलना तेज़ हो जाता है, जिससे ठंड ज़्यादा महसूस होती है। इसके अलावा, रात के समय तापमान में और गिरावट आ जाती है, जिससे सुबह और शाम के समय ठंड (Cold) बढ़ जाती है।
अब पड़ेगी कड़ाके की Cold
इस समय में दिन में भी ठंड (Cold) का अहसास बढ़ सकता है, खासतौर पर जब सूरज की गर्मी सीमित रहती है और हवा में नमी नहीं होती। शुष्क मौसम का मतलब यह भी है कि हवा में किसी प्रकार की गर्मी या आर्द्रता नहीं होती, जिससे ठंड शरीर पर ज्यादा असर करती है।इस प्रकार के मौसम में, गर्म कपड़े पहनना और अपने शरीर को ठंड से बचाए रखना महत्वपूर्ण हो जाता है।
इसके अलावा, दिन में धूप का फायदा उठाकर कुछ समय बाहर रहना भी फायदेमंद हो सकता है। अगले 24 घंटों में तापमान में 5 डिग्री तक की गिरावट होने का अनुमान है, जिससे कड़ाके की ठंड (Cold) पड़ने की संभावना है। यह गिरावट मुख्य रूप से बर्फबारी, शीतलहर या पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो सकती है, जो तापमान को निचले स्तर तक ले आता है।
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कड़ाके की ठंड (Cold) के दौरान, लोगों को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए। खासतौर से बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचाकर रखने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, बाहर जाने पर गर्म कपड़े पहनने, गर्म तरल पदार्थों का सेवन करने और शीतलहर से बचने के लिए सतर्क रहने की जरूरत होती है।