
जयंत चौधरी बाढ़ राहत सहायता का ऐलान करते हुए
RLD ने बढ़ाया मदद का हाथ: जयंत चौधरी का बड़ा ऐलान, सांसद-विधायक देंगे 1 महीने की सैलरी
बाढ़ और भूस्खलन से देशभर में तबाही
देश इस समय प्राकृतिक आपदाओं की मार झेल रहा है। लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन ने कई राज्यों में भारी तबाही मचाई है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, पंजाब और गुजरात जैसे राज्य आपदा से प्रभावित हैं। कई जगह सड़कों का संपर्क टूट गया है, गांव डूब गए हैं और लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इन हालातों में राजनीतिक दल और सामाजिक संस्थाएं मदद के लिए आगे आ रही हैं।
RLD का बड़ा फैसला: 1 महीने का वेतन बाढ़ राहत कोष में
राष्ट्रीय लोक दल (RLD) ने आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए बड़ा निर्णय लिया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने घोषणा की है कि RLD के सांसद और विधायक अपनी एक महीने की सैलरी बाढ़ राहत कोष में देंगे।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा –
“राष्ट्रीय लोकदल ने निर्णय लिया है कि हमारे सांसद, विधायक एक महीने का वेतन बाढ़ राहत के लिए देंगे। पूरा देश बाढ़ पीड़ितों के लिए जुट रहा है और उनके साथ खड़ा है।”
https://x.com/jayantrld/status/1963090535729791189
कुदरत के कहर से मचा हाहाकार
बारिश और भूस्खलन से हालात कई राज्यों में बेकाबू हो गए हैं। उत्तराखंड में तो स्थिति और भी भयावह है। लगातार बारिश और पहाड़ों से गिरते मलबे ने जीवन को थाम दिया है।
हाल ही में रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड से सोनप्रयाग की तरफ जा रहे एक वाहन पर पहाड़ का मलबा गिर गया था। इस दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौत हो गई और कई यात्री घायल हो गए।
चारधाम यात्रा पर 5 सितंबर तक रोक
उत्तराखंड में जारी चारधाम यात्रा पर भी आपदा का असर पड़ा है। भारी बारिश और भूस्खलन के खतरे को देखते हुए सरकार ने केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब यात्रा को 5 सितंबर तक स्थगित करने का निर्णय लिया है। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम सामान्य होने तक यात्रा पर जाने से बचें।
NDA सहयोगी दल का मानवीय कदम
राष्ट्रीय लोक दल, जो एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का हिस्सा है, ने अपने इस फैसले से राहत कार्यों में सहयोग बढ़ाने का संदेश दिया है। जयंत चौधरी के इस ऐलान की सोशल मीडिया पर भी सराहना हो रही है। लोग इसे आपदा प्रभावितों के लिए राहत की एक उम्मीद मान रहे हैं।
समाज और सरकार दोनों साथ
बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित लोगों की मदद के लिए सरकार, सेना और सामाजिक संगठन लगातार जुटे हुए हैं। राहत शिविर लगाए जा रहे हैं, प्रभावितों को खाने-पीने का सामान, दवाइयां और सुरक्षित ठिकाने उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
जयंत चौधरी ने कहा कि ऐसे कठिन समय में सभी को मिलकर मदद के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने जनता से भी अपील की है कि वे अपनी क्षमता अनुसार सहयोग करें।
देश इस समय भीषण प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहा है। ऐसे में RLD का यह निर्णय राहत कार्यों को मजबूती देगा और अन्य राजनीतिक दलों को भी प्रेरणा देगा। अब सवाल यह है कि क्या अन्य दल भी अपने नेताओं को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे? क्या मिलजुल कर किया गया यह प्रयास बाढ़ पीड़ितों तक समय पर राहत पहुंचा पाएगा?