50 Lakh Ke Liye Dost Ki 'Farzi Maut' Putle Ka Sanskaar Karne Pahaunche Yucak (Hapur)
हापुड़ (संवाददाता सोनू चौधरी) : हापुड़ (Hapur) जिले के ब्रजघाट श्मशान घाट पर गुरुवार को एक ऐसा मामला सामने आया जिसने स्थानीय लोगों से लेकर पुलिस प्रशासन तक को स्तब्ध कर दिया। चार युवक एक कार में चादर से लिपटा कथित शव लेकर पहुंचे और बिना चादर हटाए सीधे चिता सजाने को कहने लगे। जब श्मशान कर्मियों को शक हुआ और दबाव डाला गया, तब चादर हटते ही अंदर से असली शव नहीं, बल्कि प्लास्टिक का पुतला निकला। इसके बाद पूरे श्मशान घाट पर हड़कंप मच गया और इलाके में सनसनी फैल गई।

श्मशान घाट पर युवकों की संदिग्ध हरकत से बढ़ा शक, चादर हटते ही हुआ खुलासा
हापुड़ (Hapur) जिले की यह घटना गुरुवार दोपहर की है। चार युवक HR नंबर की i-20 कार में ब्रजघाट पहुंचे। कार से उतरकर उन्होंने जल्दी-जल्दी चिता सजाने का आग्रह किया और कहा कि शव को बिना चादर हटाए जला दिया जाए। जब श्मशान कर्मियों ने शंका जताई और चादर हटाने को कहा, तो युवक बहाने बनाने लगे।
मौके पर मौजूद नितिन और अन्य लोगों ने जब दबाव बनाया तो दो युवक उनसे बहस पर उतारू हो गए। अंततः चादर हटानी पड़ी। जैसे ही बंधी चादर खुली और अंदर से प्लास्टिक का मैनक्विन दिखाई दिया, माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
इस बीच अफरा-तफरी का फायदा उठाकर चार में से दो युवक कार छोड़कर मौके से फरार हो गए। जबकि दो को उपस्थित लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
हापुड़ (Hapur) पुलिस जब मौके पर पहुंची और कार की तलाशी ली, तो उसमें से दो और प्लास्टिक पुतले बरामद हुए। जिसके बाद शक और गहरा गया कि मामला साधारण नहीं है, बल्कि किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है।
बीमा क्लेम की साजिश: 50 लाख के लिए दोस्त की ‘फर्जी मौत’ दिखाने की तैयारी
हापुड़ (Hapur) पुलिस ने पकड़े गए दोनों युवकों – दिल्ली के कपड़ा व्यापारी कमल सोमानी और आशीष खुराना से पूछताछ की। शुरुआत में दोनों ने पुलिस को बहकाने की कोशिश की और कहा कि दिल्ली के एक अस्पताल ने उन्हें सीलबंद शव दिया था।
लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाई, तो दोनों की कहानी बदलने लगी और विरोधाभास सामने आए। आखिरकार कमल सोमानी टूट गया और पूरी साजिश का खुलासा कर दिया।
कमल की कबूलनामा:
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वह 50 लाख रुपये के कर्ज में डूबा हुआ था
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लंबे समय से डिप्रेशन में चल रहा था
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कर्ज से छुटकारा पाने के लिए उसने बीमा धोखाधड़ी की योजना बनाई
कमल ने अपने परिचित युवक अंशुल को किसी बहाने से आधार और पैन कार्ड दे देने के लिए राजी कर लिया। इसके बाद अंशुल के नाम पर 50 लाख रुपये का टाटा AIA बीमा करवाया और करीब एक साल से उसकी किस्तें भी भरता रहा।
योजना यह थी कि अंशुल की झूठी मौत दिखाकर बीमा की रकम क्लेम की जाए, और पैसा कमल खुद ले ले।
अंतिम संस्कार में प्लास्टिक पुतले का उपयोग इसी धोखाधड़ी का हिस्सा था, ताकि “मृतक” की पहचान कोई न कर सके और जल्दी से चिता में जला दिया जाए।
जब हापुड़ (Hapur) पुलिस ने कमल के मोबाइल से अंशुल को वीडियो कॉल किया, तो उसने बताया कि वह बिल्कुल सुरक्षित है और कुछ दिनों से प्रयागराज में रह रहा है। इससे साफ हो गया कि यह पूरी कहानी एक बड़ा फर्जीवाड़ा थी।

फरार आरोपी की तलाश तेज, कई एंगल पर जांच जारी
हापुड़ (Hapur) जिले के कोतवाली प्रभारी मनोज बालियान ने बताया कि दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ में कई अहम तथ्य सामने आए हैं। कार से बरामद अतिरिक्त पुतले दिखाते हैं कि यह धोखाधड़ी एक विस्तृत योजना के तहत की जा रही थी।
पुलिस ने कहा:
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हर एंगल से मामले की जांच जारी है
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बीमा कंपनी को भी साजिश की जानकारी दी जाएगी
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फरार दो आरोपियों की तलाश की जा रही है
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बीमा धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने की तैयारी
हापुड़ (Hapur) जिले के ब्रजघाट की इस अजीबोगरीब घटना ने पूरे क्षेत्र में हलचल पैदा कर दी है। लोग इसे अब तक की सबसे संगठित बीमा धोखाधड़ी के प्रयासों में से एक बता रहे हैं, जिसे स्थानीय लोगों की सतर्कता ने समय रहते पकड़ लिया।