Shamli Me Kalyugi Putra Ne Vridh Mahila Ko Ghar Se Nikala Mahila Pahunchi DM Office
शामली (संवाददाता दीपक राठी) : उत्तर प्रदेश के जनपद शामली (Shamli) के कांधला थाना क्षेत्र में एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एक 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने आरोप लगाया है कि उसके पुत्र ने उसे घर से निकाल दिया और फर्जी दस्तावेज बनाकर मकान पर कब्जा जमा लिया। यह मामला बुधवार को और भी गरमा गया जब पीड़िता अपने अन्य पुत्रों के साथ शामली कलेक्ट्रेट पहुंची और अपर जिलाधिकारी परमानंद झा को लिखित शिकायत सौंपते हुए न्याय की गुहार लगाई।

बुजुर्ग महिला का आरोप
शामली (Shamli) के कांधला थाना क्षेत्र में शिकायतकर्ता बुजुर्ग महिला सरीकन ने बताया कि उनके पति ने लगभग 24 वर्ष पूर्व कांधला कस्बे में एक प्लाट खरीदा था और उसका पूरा भुगतान कर दिया था। लेकिन बैनामा करवाने से पहले ही उनका निधन हो गया। मकान पर उनका, उनके एक पुत्र और दूसरे पुत्र का बराबर का अधिकार था, लेकिन विवादास्पद परिस्थितियों में उनके पुत्र हासिम ने कब्जा जमा लिया।
शामली (Shamli) की महिला ने आरोप लगाया कि हासिम, जिस पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, ने अपनी दबंगई दिखाते हुए उन्हें घर से निकाल दिया। इसके बाद उसने मकान का फर्जी बैनामा तैयार कर लिया और संपत्ति पर अपना कब्जा वैध ठहराने की कोशिश की। बुजुर्ग महिला ने कहा, “मेरे और मेरे अन्य पुत्रों का मकान पर समान अधिकार है, लेकिन हासिम हमें मारपीट और धमकियां देकर कब्जा बनाए हुए है।”
प्रशासन को दी शिकायत
शामली (Shamli) के इस गंभीर विवाद के चलते बुजुर्ग महिला अपने अन्य पुत्रों के साथ शामली कलेक्ट्रेट पहुंची और अपर जिलाधिकारी परमानंद झा को शिकायती पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि हासिम न केवल कानूनी प्रक्रिया का उल्लंघन कर रहा है, बल्कि पारिवारिक संबंधों को भी पूरी तरह नुकसान पहुँचा रहा है।
महिला ने अपर जिलाधिकारी शामली (Shamli) से आग्रह किया कि वे उनके और उनके अन्य पुत्रों के मकान पर समान अधिकार दिलाने के लिए न्याय दिलाएँ और आरोपी पुत्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
अपर जिलाधिकारी शामली (Shamli) परमानंद झा ने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया गया है और इसकी प्राथमिकता के आधार पर जांच शुरू की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही मामले का सत्यापन किया जाएगा और यदि शिकायत सही पाई जाती है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
शामली (Shamli) के कांधला थाना प्रभारी ने भी इस मामले में जांच की पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों पक्षों से बयान लिए जाएंगे और दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
समाज में चर्चा और प्रभाव
शामली (Shamli) का यह मामला केवल एक पारिवारिक विवाद नहीं है, बल्कि समाज में वृद्ध महिलाओं के अधिकारों और संपत्ति विवाद की गंभीर समस्या को उजागर करता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बुजुर्ग महिला के आरोप यदि सही साबित होते हैं तो यह परिवार में सत्ता और संपत्ति पर कब्जे का एक गंभीर उदाहरण होगा।
विधिक विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में अदालत द्वारा स्पष्ट फैसला बुजुर्गों के अधिकार सुरक्षित करने में अहम भूमिका निभाता है। साथ ही यह घटना समाज में वृद्धजनों की सुरक्षा और पारिवारिक दबाव के मुद्दों को फिर से सामने लाती है।
शामली (Shamli) के कांधला में उठे इस विवाद ने पारिवारिक संबंधों, संपत्ति अधिकार और बुजुर्गों की सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और पुलिस की जांच इस मामले में निर्णायक भूमिका निभाएगी। बुजुर्ग महिला और उनके अन्य पुत्रों की न्याय की मांग पर आने वाले दिनों में कानूनी कार्रवाई और जांच परिणाम इस विवाद का भविष्य तय करेंगे।
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे पारिवारिक विवादों में कमजोर पक्ष को न्याय दिलाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है और क्यों इस तरह के मामलों में प्रशासन की सक्रियता अत्यंत आवश्यक है।